Cyber crime in jharkhand : देवघर ( अजय यादव) : देवघर पुलिस को साइबर अपराध के खिलाफ छापेमारी अभियान में बड़ी सफलता हाथ लगी है. जब साइबर ठगी के आरोप में सारठ थाना क्षेत्र से 10 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल के पास से 14 लाख 31 हजार रुपये नकद सहित 22 मोबाइल, 5 बाईक, चेकबुक और सिम बरामद किया है. इस बात की जानकारी बुधवार को देवघर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
देवघर एसपी ने बताया कि इनकी गिरफ्तारी थाना प्रभारी परिक्ष्यमान आईपीएस अधिकारी कपिल चौधरी के नेतृत्व में की गयी है. गिरफ्तार साइबर अपराधियों द्वारा साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाया जाता था. साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं. उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम बंद होने वाला है. साथ ही केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती थी. मौके पर प्रशिक्षु आईपीएस कपिल चौधरी, एसडीपीओ विकास चंद्र श्रीवास्तव व डीएसपी हेडक्वार्टर मंगल सिंह जामुदा उपस्थित थे.
गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल में 27 वर्षीय इल्ताफ अंसारी, 22 वर्षीय जोहार अंसारी, 18 वर्षीय सुरफान अंसारी, 18 वर्षीय अफरीदी शेख, 35 वर्षीय सद्दाम शेख, 22 वर्षीय जुनैद अंसारी, 18 वर्षीय सुफियान अंसारी, 34 वर्षीय अफजल अंसारी, 19 वर्षीय कुदरत अंसारी और 18 वर्षीय हमीदुल हसन मुख्य है. इनमें से सद्दाम शेख सरायकेला में हुए साइबर अपराध के मामले में अभी जमानत पर चल रहा था, जबकि अफजल अंसारी स्थायी वारंटी है. वहीं, सारठ थाना क्षेत्र के कपसा गांव से कुदरत अंसारी व हमीदुल हसन व अफजल अंसारी की गिरफ्तारी हुई है.
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जब्त 14.31 लाख की राशि में से 13 लाख रुपये सद्दाम शेख के पास से, 74 हजार जुनैद अंसारी एवं 40 हजार रुपये अफजल अंसारी के घर से बरामद किया गया. पुलिस इन सभी साइबर क्रिमिनल के पूर्व के आपराधिक इतिहास को खंगाल रही है.
गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल के पास से पुलिस ने 22 मोबाइल, 35 सिम, एक चेकबुक सहित 5 मोटरसाईकिल, दो चारपहिया वाहन जिसमें एक स्कॉर्पियो एवं एक टियागो गाड़ी के अलावा 14 लाख 31 हजार 500 रुपये नकद जब्त किया गया.
गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल फर्जी बैंक अधिकारी बनकर आमलोगों को एटीएम बंद होने एवं चालू कराने को लेकर उनके रजिस्टर्ड मोबाइल पर ओटीपी भेज कर ठगी करते हैं. इसके अलावा ग्राहकों को केवाईसी के नाम पर ओटीपी और आधार कार्ड का नंबर पूछ कर ठगी करते हैं. साथ ही फोनपे एवं पेटीएम पर ओटीपी भेज कर ठगी का कार्य करते हैं. फर्जी कस्टमर केयर ऑफिसर बनकर गूगल पर एडवर्टाइजमेंट देकर आमलोगों से आम सहायता के नाम पर ठगी करते हैं. रिमोट एसएस एप्स इंस्टॉल करवा कर गूगल पर मोबाइल नंबर का 4 नंबर सर्च कर और अपने मन से 6 नंबर जोड़कर ये ठगी का कार्य करते हैं.
छापेमारी दल में सारठ थाना से पीएसआई यशवंत कुमार सिंह, एएसआई अमरेश कुमार सिंह, एएसआई अशोक कुमार पांडे, एएसआई विश्वंभर विश्वकर्मा के साथ आरक्षी संजय कुमार मंडल, शिव चंद्र कुमार, दशरथ उरांव, विक्रम पासवान, प्रेम प्रकाश टुडू व नुरुल हौदा शामिल थे.
Posted By : Samir Ranjan.