AIIMS Deoghar, ISM Dhanbad : आइएसएम धनबाद के साथ मिल कर दवाइयों व बीमारियों पर रिसर्च करेगा देवघर एम्स
देवघर एम्स की इंस्टीट्यूट ऑफ बॉडी कमेटी की शुक्रवार को पहली बैठक हुई. इस वर्चुअल बैठक में बाॅडी कमेटियां गठित की गयी.
देवघर : देवघर एम्स की इंस्टीट्यूट ऑफ बॉडी कमेटी की शुक्रवार को पहली बैठक हुई. इस वर्चुअल बैठक में बाॅडी कमेटियां गठित की गयी. बैठक में स्वास्थ्य मंत्रालय भारत सरकार के महानिदेशक प्रोफेसर सुनील कुमार, गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे, झारखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी, देवघर एम्स के डायरेक्टर सौरव वर्षनी समेत देश भर के एम्स के डायरेक्टर और स्वास्थ्य मंत्रालय के कई अधिकारी शामिल हुए. बैठक में तय किया गया कि दीपावली के बाद निर्माणाधीन भवन में देवघर एम्स का ओपीडी शुरू कर दिया जायेगा.
दोनों संस्थान के बीच होगा एमओयू : बैठक में तय किया गया कि धनबाद आइआइएम (आइआइटी) व देवघर एम्स मिलकर बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में रिसर्च करेंगे. रांची यूनिवर्सिटी के वीसी प्रो रमेश पांडे और धनबाद आइएसएम (आइआइटी) के डायरेक्टर प्रोफेसर राजीव शेखर के प्रस्ताव को बैठक में मंजूरी दे दी गयी. इसके लिए दोनों संस्थान के बीच एमओयू होगा. दोनों संस्थान बायोटेक्नोलॉजी लैब का एक साथ इस्तेमाल कर मेडिसिन डेवलप करेंगे.
अलग-अलग दवाइयां, बीमारी व इक्विपमेंट पर रिसर्च किया जायेगा. इसमें रांची विवि भी सहयोग करेगा. बैठक के दौरान झारखंड के स्वास्थ्य सचिव डॉ नितिन मदन कुलकर्णी ने राज्य सरकार से हर तरह की सहयोग का भरोसा दिलाया. भारत सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के महानिदेशक ने बैठक में कहा कि फरवरी 2022 में देवघर एम्स को हर हाल में चालू कर दिया जायेगा. इसके लिए मंत्रालय द्वारा नियमित रूप से कार्यों का रिव्यू किया जा रहा है.
बैठक में कुल 17 एजेंडे पर मुहर
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फाइनांस कमेटी, हेल्थ सर्विस कमेटी, सेलेक्शन कमेटी, एकेडमिक कमेटी, गवर्निंग कमेटी, एंपावर रिव्यू कमेटी का गठन किया गया. इन कमेटियों में अलग-अलग अधिकारियों को जिम्मेवारी दी गयी.
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सेलेक्शन कमेटी अक्तूबर में सभी फैकल्टी का इंटरव्यू जल्द पूरा करेगी. इसके लिए विज्ञापन निकालने पर सहमति दी गयी. इंटरव्यू रांची व पटना में किसी एक जगह ली जायेगी
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एकेडमिक कमेटी देवघर एम्स में होनेवाली कोर्स की समीक्षा कर जल्द ही नये कोर्स को शामिल करने का निर्णय लेगी
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फाइनेंस कमेटी अब देवघर एम्स में होनेवाले हर तरह के खर्चों पर अप्रूवल देगी.
आइआइटी धनबाद के पास हर जरूरी तकनीकी दक्षता : निदेशक
देवघर एम्स के साथ आइआइटी आइएसएम बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में ज्वाइंट रिसर्च करेगा. इसमें संस्थान के नवगठित फॉर्मास्टूटिकल, केमिकल, इंनवायरमेंट और मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभागाों की भागीदारी अहम होगी. संस्थान में इनको विभागों को लेकर इंटर कई डिसिप्लीनरी प्रोग्राम शुरू किये जा रहे हैं. भविष्य में संस्थान झारखंड की स्वास्थ्य सेवा की आवश्यकताओं के मद्देनजर नये कोर्स शुरू करेगा. इसकी शुरुआत इसी सत्र से फॉर्मास्यूटिकल इंजीनियरिंग में एमटेक प्रोग्राम के साथ हुई है. इस बाबत आइआइटी आइएसएम निदेशक प्रो राजीव शेखर ने कहा कि आइआइटी जैसे संस्थानों को कोर इंजीनियरिंग विषयों से आगे निकल कर हर क्षेत्र की जरूरतों को पूरा करना होगा. इसके लिए आइआइटी धनबाद पास हर जरूरी तकनीकी दक्षता है.
देवघर एम्स के इंस्टीट्यूट बॉडी कमेटी की पहली बैठक बिल्कुल सफल रही. बैठक में कई कमेटियां बनी हैं. कमेटियां बन जाने से अब देवघर एम्स के सारे कार्य सुचारु ढंग से होंगे. समय पर निर्णय लिया जायेगा. फैकल्टी का इंटरव्यू अक्तूबर में कर लिया जायेगा. ओपीडी को दीपावली में चालू करने का लक्ष्य लिया गया है. धनबाद आइआइटी और रांची यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर बायोटेक्नोलॉजी के क्षेत्र में नये रिसर्च करने पर भी सहमति बनी है.
-डॉक्टर सौरव वर्षिनी, डायरेक्टर ,देवघर एम्स
भारत सरकार देवघर एम्स को जल्द चालू करने पर पूरी तरह से गंभीर है. दीपावली में ओपीडी चालू कर दिया जायेगा. फरवरी 2022 तक हर हाल में देवघर एम्स पूरी तरह चालू हो जायेगा. आने वाले समय में धनबाद आइआइटी के साथ एमओयू कर दवाइयां को विकसित करने के लिए बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च होगा. रांची यूनिवर्सिटी के साथ मिलकर बायोटेक्नोलॉजी लैब का इस्तेमाल कर नया रिसर्च किया जायेगा. इस पर सहमति बन गयी है.
-डॉ निशिकांत दुबे, सांसद, गोड्डा
Post by : Pritish Sahay