देवघर में अखिल भारतीय तीर्थपुरोहित महासभा का अधिवेशन, तीर्थपुरोहित कल्याण बोर्ड की स्थापना की मांग

तीर्थपुरोहित महासभा के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मिश्र ने कहा कि आज सबसे खराब स्थिति तीर्थपुरोहितों की हो गयी है. ऐसे में स्थिति में सुधार करने तथा मजबूती लाने के लिए सभी तीर्थपुरोहितों को संगठित करना होगा. हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा, तभी हम मजबूत हो पायेंगे.

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 18, 2022 10:09 AM

Jharkhand News: अखिल भारतीय तीर्थपुरोहित महासभा का दो दिवसीय अधिवेशन देवघर के बाबाधाम में शुरू हो गया. इस अवसर पर शिवगंगा स्थित नेहरू पार्क से भव्य शोभायात्रा निकाली गयी. पंडा धर्मरक्षिणी सभा के नेतृत्व में अखिल भारतीय तीर्थपुरोहित महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पाठक व उपाध्यक्ष नवीन नागर ने इसकी अगुवाई की. शोभा यात्रा में 107 तीर्थस्थलों से आये करीब 800 तीर्थपुरोहित व सदस्य हिस्सा ले रहे हैं. शोभायात्रा नेहरू पार्क के समीप से निकल कर मानसरोवर कांवर संघ, पश्चिम टोला होते हुए वीआइपी गेट, सिंह द्वार के रास्ते बड़ा बाजार होते हुए शहर का भ्रमण करने के बाद समाजबाड़ी स्थित अधिवेशन स्थल तक पहुंचकर समाप्त हुई. शोभायात्रा में शामिल तीर्थपुरोहित का स्वागत जगह- जगह पुष्प वर्षा कर किया गया. अधिवेशन के माध्यम से सरकार से मांग है कि तीर्थपुरोहितों के विकास के लिए तीर्थपुरोहित कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाए.

तीर्थपुरोहितों को संगठित करना जरूरी

तीर्थपुरोहित महासभा के पूर्व अध्यक्ष प्रकाश मिश्र ने कहा कि आज सबसे खराब स्थिति तीर्थपुरोहितों की हो गयी है. ऐसे में स्थिति में सुधार करने तथा मजबूती लाने के लिए सभी तीर्थपुरोहितों को संगठित करना होगा. हमें कंधे से कंधा मिलाकर चलना होगा, तभी हम मजबूत हो पायेंगे. तीर्थपुरोहितों की स्थिति में सुधार लाने के लिए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को पत्राचार किया गया है, लेकिन सरकार का पुरोहितों से छत्तीस का आंकड़ा है. आज भी पुरोहित यजमानों से प्राप्त आय से ही अपनी जीविका चलाते हैं. न तो ही किसी के पास हाथ फैलाते हैं और न ही सरकार से कोई मांग करते हैं, फिर भी सरकार पुरोहितों की अनदेखी कर रही है. अधिवेशन के माध्यम से सरकार से मांग है कि तीर्थपुरोहितों के विकास के लिए तीर्थपुरोहित कल्याण बोर्ड की स्थापना की जाए.

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तीर्थपुरोहितों को लानी होगी एकजुटता

पूर्व मंत्री कृष्णनंद झा ने कहा कि अखिल भारतीय तीर्थपुरोहित महासभा का तीसरा महाअधिवेशन देवघर में हो रहा है. हमें सिर्फ तीर्थपुरोहितों को ही संगठित नहीं करना है, बल्कि पूरे ब्राम्हण समाज को जोड़ने का काम करना है. राष्ट्र को मजबूत बनाने और नवनिर्माण करने में हम सभी कार्य कर रहे हैं, लेकिन हमारी उपेक्षा की जा रही है. ऐसे में हम सभी तीर्थपुरोहितों को एकजुटता लानी होगी और सरकार को दिखाना होगा.

बाबा धाम में कोरिडोर बनाने की चर्चा

झारखंड के पूर्व मंत्री राजपालीवार ने कहा कि अखिल भारतीय तीर्थपुरोहित महासभा को सुरक्षित व संरक्षित करने के लिए हमें इस सम्मेलन के माध्यम से सोचने की जरूरत है. राजनीतिक शक्ति बढ़ाने के लिए तीर्थपुरोहितों को राजनीतिक क्षेत्र में आने की जरूरत है. सिनेमाओं में भी डायरेक्टर के द्वारा पंडितों का गलत चरित्र चित्रण किया जा रहा है. इसे रोकने के लिए हमें जागृत होना चाहिए और एकजुटता दिखानी होगी. बाबा मंदिर में भी अन्य तीर्थस्थलों की तरह कॉरिडोर बनाने की चर्चा है. हम सिर्फ तीर्थपुरोहित समाज के सदस्यों का एक शिष्टमंडल प्रधानमंत्री से मिलकर इस पर पर्दा उठना चाहिए, कि क्या देवघर में भी कॉरिडोर बनेगा. यहां कॉरिडोर से तीर्थपुरोहित की जमीन चली जायेगी.

अधिवेशन में इन्होंने रखे विचार

वरिष्ठ उपाध्यक्ष सतीश शुक्ला, रामकृष्ण तिवारी, महामंत्री कन्हैया त्रिपाठी, तमिलनाडु विद्यापीठ के भारती मुरलीधरन स्वामी, कानपुर से महामंडलेश्वर जितेंद्र दास जी महाराज, जगन्नाथपुरी के रवि नारायण गुरु सहित उद्घोषक के रूप में डॉ नरेंद्र नाथ ठाकुर आदि तीर्थपुरोहितों ने अधिवेशन में हिस्सा लिया. मौके पर मंत्री अरुणानंद झा, उपाध्यक्ष संजय मिश्र, मनोज मिश्र, चंद्रशेखर खवाड़े आदि मौजूद थे.

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