देवघर : शहर के लोग मनायें कि शनिवार की शाम से रविवार की शाम तक उन्हें कुत्ता, बिल्ली या बंदर नहीं काटे, क्योंकि इस समय अंतराल में उन्हें सदर अस्पताल में एंटी रेबीज की वैक्सीन नहीं मिलेगी. उन्हें प्राइवेट क्लीनिक में वैक्सीन लगवानी होगी. दरअसल, सदर अस्पताल में ओपीडी खुली रहने के दौरान ही एंटी रेबीज की वैक्सीन दी जाती है. ओपीडी सेवा बंद होने के बाद इमरजेंसी में एंटी रेबीज की वैक्सीन नहीं रखी जाती है, जबकि कई सीएचसी में इमरजेंसी में भी वैक्सीन की सुविधा दी जा रही है.
24 घंटे के अंदर एंटी रेबीज की वैक्सीन लेनी जरूरी
चिकित्सकों के अनुसार कुत्ते, बिल्ली या बंदर के काट लेने के बाद 24 घंटे के अंदर एंटी रेबीज की वैक्सीन लेनी जरूरी होती है. स्वास्थ्य विभाग के आंकड़े के अनुसार, संथाल परगना के अंतर्गत देवघर जिले में सबसे अधिक कुत्ते, बिल्ली और बंदरों की काटने के मामले सामने आते हैं. जिला में प्रतिमाह करीब 150 से 170 लोग सरकारी अस्पताल में एंटी रेबीज की वैक्सीन लेने पहुंचते हैं. यह आंकड़ा दिसंबर माह से अप्रैल माह तक एक जैसा ही रहता है. इसके बाद मई माह से घट कर 120 से 130 हो जाता है.
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सड़कों पर अचानक कुत्ते करते हैं हमला
शहर की सड़कों पर इन दिनों कुत्तों ने लोगों को परेशान कर रखा है. इस खासकर दोपहिया वाहन चालकों को अधिक दिक्कत हो रही है. रात में बाइक से जाने के दौरान कुत्ते अचानक दौड़कर वाहनों के सामने आ जाते हैं. इस दौरान वाहन अनियंत्रित होने से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है.
क्या कहते हैं अधिकारी
देवघर के सिविल सर्जन डॉ युगल किशोर चौधरी ने कहा कि सदर अस्पताल के इमरजेंसी ओपीडी में एक से दो वाइल एंटी रेबीज वैक्सीन रखने का निर्देश अस्पताल उपाधीक्षक और स्टोर कीपर को दिया गया है. इमरजेंसी में भी वैक्सीन रखी जायेगी.