Deoghar news : खुदा के बंदों के साथ मोहब्बत से पेश आना इस्लाम का मकसद : उलेमा सैयद अशरफी
मधुपुर के पटवाबाद फतेहपुर में गुरुवार को अशरफी सोसाइटी के तत्वावधान में ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर औलिया-ए- कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया.
मधुपुर . प्रखंड क्षेत्र के पटवाबाद फतेहपुर में गुरुवार को अशरफी सोसाइटी के तत्वावधान में ख्वाजा गरीब नवाज के उर्स के मौके पर औलिया-ए- कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की शुरुआत हाफिज व कारी हजरत मौलाना मुनव्वर अली के कुराने-पाक की तिलावत से की गयी. कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल रानीगंज से उलेमा सैयद अहमद रजा नूरी अशरफी ने कहा कि इस्लाम का नाम ही सलामती का पैगाम देने वाला मजहब है. इस्लाम का मकसद खुदा के बंदों के साथ मोहब्बत से पेश आना. यही इस्लाम की पहचान है. उन्होंने कहा हमारे औलिया- ए- कराम सोफिया- ए-अजाम ने इस मुल्क में जुल्मों सितम जब्र की कुवतें को प्यार और मोहब्बत से खत्म किया. अमन शांति और भाईचारे का पैगाम सुनाएं और जुल्मो व सितम का शिकंजा तोड़कर लोगों को खुदा की राह पर चलने की संदेश दिया. उन्होंने कहा तमाम औलिया- ए- कराम ने अपनी रूहानी ताकत से पूरे मुल्क में माहौल बदल दिया. इस दौरान बताया कि अल्लाह ताला से दुआ है कि हम सबको औलिया- ए- कराम के बताए हुए रास्ते पर चलने का तौफीक दे. मौके पर मौलाना उज्जैर अहमद अशरफी, मंसूर अली रफकती, जमजम मधुपुरी, शफकत हुसैन अशरफी, गुलाम हुसैन जामी, मौलाना सूफी उजैर अहमद अशरफी, हजरत मौलाना मुस्लिम अख्तर शिवानी, शफकत हुसैन अशरफी, हजरत मौलाना गुलाम हुसैन जामी आदि ने भी संबोधित किया. इस अवसर पर अबू तालिब अंसारी, इमरान अशरफी, निसार अहमद अशरफी, परवेज आलम, एनुल हुदा, फजलु रहमान, हाजी सुलतान अहमद समेत दर्जनों लोग मौजूद थे.
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