दीपोत्सव के जरिये बाल विवाह व लैंगिक हिंसा के खिलाफ लोगों को किया जागरूक
चेतना विकास ने देवघर समाहरणालय में दीपोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया और बाल विवाह मुक्त भारत बनाने की लोगों को शपथ दिलायी.
संवाददाता, देवघर. चेतना विकास ने बुधवार को समाहरणालय परिसर में दीपोत्सव का कार्यक्रम किया. अभियान का उद्देश्य बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को समाप्त करना और लैंगिक हिंसा को जड़ से खत्म करने की दिशा में समाज और सरकार का सहयोग सुनिश्चित करना है. चेतना विकास के सदस्यों ने बताया कि जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन, जिला प्रशासन (विभाग के सभी पदाधिकारी), जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला परियोजना पदाधिकारी मधुपुर, बाल कल्याण समिति एवं यूनिसेफ के सहयोग से समाहरणालय परिसर में दीपोत्सव और शपथ कार्यक्रम का आयोजन किया, साथ ही 27 नवंबर से 10 दिसंबर तक चलने वाले इस अभियान की रुपरेखा भी बतायी. बताया कि यह प्रतीकात्मक पहल बाल विवाह और लैंगिक हिंसा के खिलाफ जागरुकता का संदेश देने के लिए है. इस दौरान उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और संगठनों ने अपने विचार साझा किये और समाज को बाल विवाह की रोकथाम और महिलाओं तथा बालिकाओं के अधिकार सुनिश्चित करने की दिशा में कदम उठाने के लिए प्रेरित किया. वहीं जिला पंचायती राज विभाग पदाधिकारी रणबीर सिंह ने इस अभियान को “विकसित भारत ” के निर्माण की दिशा में एक बड़ा कदम बताया. वहीं चेतना विकास की निर्देशिका ने कहा कि यह दीपोत्सव उस उजाले का प्रतीक है जो बाल विवाह और लैंगिक हिंसा जैसी बुराइयों के अंधकार को खत्म करेगा. वहीं इस दौरान लोगों से इस आंदोलन का हिस्सा बनने की अपील भी की गयी.
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