देवघर : बाबा मंदिर कोई सरकारी संस्था नहीं है, लेकिन इसकी देखरेख की जिम्मेवारी सरकार पर है. श्राइन बोर्ड के तहत इसके अध्यक्ष मुख्यमंत्री हैं. आज राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर देश व राज्य का शायद ही कोई ऐसा मंदिर होगा, जिसे सजाया नहीं गया होगा. सभी द्वादश ज्योतिर्लिंग में सजावट व विशेष अनुष्ठान हो रहे हैं, लेकिन बाबा मंदिर प्रबंधन सरकार के आदेश के इंतजार में रह गया. और तो और बाबा मंदिर को लेकर लगातार आवाज बुलंद करने वाली संस्था पंडा धर्मरक्षिणी सभा भी इस मामले में मौन धारण किये हुए है. सभा भी सजावट व अनुष्ठान को लेकर आगे नहीं आयी. मंदिर परिसर के राम और हनुमान मंदिर के पुजारी अपनी व्यवस्था से मंदिर को सजा रहे हैं व पूजा पाठ करेंगे. देवघरवासी ही नहीं बाबाधाम आने वाले तमाम भक्त बाबा मंदिर को सजा हुआ नहीं देख अचंभित हैं. देवघर में ही छोटे-बड़े सभी मंदिर सज गये हैं. सभी जगह अनुष्ठान, भजन, कीर्तन शुरू हो गया है, लेकिन बाबा बैद्यनाथ मंदिर में सिर्फ परंपरागत पूजा ही होगी. इतने बड़े उत्सव में मंदिर प्रबंधन और धर्मरक्षिणी सभा की चुप्पी देवघर के लोगों को निराश कर रही है.
सोमवार को प्रभु राम के बचपन के विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर देवघर डीसी ने जिलावासियों से अपील किया है कि आपसी प्रेम, भाईचारा और शांतिपूर्ण तरीके से पूजा अर्चना करें. साथ ही विधि व्यवस्था व सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजामों के साथ आमजनों से सहयोग की अपील डीसी ने की है. ताकि असामाजिक तत्वों पर निगरानी के साथ कड़ी कार्रवाई की जा सके. सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सीसीटीवी व ड्रोन कैमरे से निगरानी भी की जायेगी. ऐसे में आप सभी किसी प्रकार की अफवाह पर न ध्यान दें, ना ही अफवाह फैलाने वाले लोगों की मदद करें. उन्होंने जिले में संवेदनशील स्थानों, धार्मिक स्थलों आदि की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सभी अनुमंडल पदाधिकारी को आपसी सांमजस्य स्थापित करते हुए कानून व्यवस्था व शांति बनाए रखने का निर्देश दिया है.
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