मधुपुर . करौं ग्राम स्थित बाबा धर्मराज का वार्षिकोत्सव धूमधाम के साथ मनाने की तैयारियां शुरू हो गयी है. बुद्ध पूर्णिमा को धर्मराज पूजा क्षेत्र में अनुष्ठान का आयोजन होगा. धर्मराज यानी यमराज की पूजा में सभी भोक्ता एक सूत्र में पिरोकर कर जाति बंधन को छोड़कर श्रद्धा भक्ति व आस्था के साथ पूजा करते है. पूजा की तैयारी पूरी तरह हो चुकी है. पूजा 22 व 23 मई को होगी. प्रथम पूजा आज से प्रारंभ है. ज्ञात हो कि धर्मराज पूजा यहां एक सप्ताह पूर्व से ही प्रारंभ है. विगत तीन दिनों पूर्व से ही धर्मराज के पुजारी हराधन शर्मा, परेश शर्मा मुख्य भोक्ता चांद बाउरी बाणेश्वर बाबा को माथे पर लिए बढ़ई के पास जाकर कटी पिटवाने के बाद राजा तालाब में स्नान कर धर्मराज मंदिर पहुंचे. दूसरे दिन डूमरतर तालाब में धर्मराज बाबा को निमंत्रण देकर पूजा की गयी. इसके बाद गांव भ्रमण कराया जा रहा है. दो दिनों तक चलने वाला महापर्व में प्रथम दिन छोटा भोक्ता शाम को सिकदर पोखर से प्रसिद्ध कर्णेश्वर मंदिर से लंब दंड देकर धर्मराज मंदिर पहुंचते है. दूसरे दिन वैशाख पूर्णिमा की रात मंदिर प्रांगण में विराट समारोह प्रारंभ होता है, जो देर रात तक चलता है. भोक्ता महापर्व के विशेष समारोह में हैरतअंगेज करतब करते हैं, जिसमें मुख्य रूप से राधाचड़क, पुष्प वर्षा, महिला भक्तिन सिर पर अग्नि पिंड लिये मंदिर पहुंचती है. कांटों पर लोटपोट होना, आग पर चलना आदि बहुत सारे अनुष्ठान पूजा में होते है. जिन्हें दर्शन मात्र से ही व्याधिक, चर्म रोग, धवल, कुष्ठा आदि से मुक्ति मिलती है.
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