मधुपुर. शहर के भेड़वा नवाडीह स्थित राहुल अध्ययन केंद्र में बाबा साहेब डाॅ भीमराव अंबेडकर की पुण्यतिथि मनायी गयी. इस अवसर पर उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण कर लोगों ने श्रद्धासुमन अर्पित किये. मौके पर धनंजय प्रसाद ने कहा कि बाबा साहेब डाॅ अंबेडकर देश के संविधान के शिल्पकार, विधिवेत्ता व समाज सुधारक थे. उनके प्रयास से संविधान में समानता, स्वतंत्रता, धर्मनिरपेक्ष व बन्धुत्व आदि मूल्यों को महत्व दिया गया है. उनका कहना था कि संविधान वास्तविक रूप में जिस दिन लागू होगा. उस दिन समाज का अंतिम व्यक्ति के चेहरे पर मुस्कान दिखेगा. उन्होंने कहा था कि यह व्यवस्था के संचालकों पर निर्भर करता है. वह संविधान का अनुपालन किस रूप में करता है. उसके वजह से ही समाज में दलित, वंचित, उपेक्षित वर्ग आज शिक्षा ग्रहण कर आगे बढ़ रहा है. लेकिन आज संविधान की बातें अनसुनी की जा रही है. लोकतंत्र व संविधान पर लगातार हमले हो रहे है. इसे बचाने जरुरत आन पड़ी है. ऐसे समय में बाबा साहेब का याद आना लाजिमी है. अन्य लोगों ने भी अपने विचार रखे.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है