झारखंड : बैंक अधिकारी बन कर ठगी करने वाले 8 आरोपियों को देवघर साइबर पुलिस ने किया गिरफ्तार
बैंक अधिकारी बनकर लोगों से ठगी करने के आठ साइबर आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. देवघर की साइबर पुलिस ने पथरड्डा एवं मधुपुर में छापेमारी कर इन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इसके पास से पुलिस ने 12 मोबाइल, 20 फर्जी सिम, सात एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड सहित 5000 नकद बरामद किये हैं.
देवघर, अजय यादव : साइबर थाने की पुलिस ने देवघर स्थित मधुपुर और पथरड्डा ओपी क्षेत्र में छापेमारी कर बैंक अधिकारी बनकर आम लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी करने वाले आठ साइबर ठगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार ठगों के पास से पुलिस ने 12 मोबाइल, 20 फर्जी सिम कार्ड, सात एटीएम कार्ड, एक पैन कार्ड सहित 5,000 रुपये नगद बरामद किया है. जब्त की गई मोबाइल का देशभर में 54 क्राइम लिंक मिला है. वहीं, जब्त सिम कार्ड से भी साइबर क्राइम के सबूत मिले हैं. इस आधार पर सभी आरोपियों से पूछताछ के बाद जेल भेज दिया. यह जानकारी साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने दी.
आठ साइबर ठग गिरफ्तार
गिरफ्तार ठगों में से पथरड्डा ओपी क्षेत्र के कैरबांक निवासी आरिफ अंसारी, मो इकबाल अंसारी, मो रिजवान अंसारी, अलीमुद्दीन अंसारी, ताबीर मियां. वहीं कुंडा थाना क्षेत्र के काशीडीह निवासी पुरुषोत्तम कुमार, सारठ थाना क्षेत्र के लकरखौंधा गांव निवासी इम्तियाज अंसारी और सारठ थाना क्षेत्र के कुंडरो गांव निवासी उत्तम कुमार दास मुख्य है.
ऐसे करता था ठगी
साइबर डीएसपी सुमित प्रसाद ने बताया कि पकड़े गये सभी आरोपियों ने साइबर अपराध में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. बताया कि पकड़े गये युवक लुभावने बातें कहते हुए बैंक खाता धारकों को अपने झांसे में लेकर उनके पैसे उड़ा लेता है. खासकर गूगल सर्च इंजन पर सर्विस हेल्पलाइन नंबर ऐड करके कस्टमर केयर नंबर पर कॉल कर खुद को बैंक अधिकारी बता कर उपभोक्ताओं से अलग-अलग तरह के मोबाइल स्क्रीन शेयर एप डाउनलोड करवाता था. उसके बाद फर्जी नंबर से फोन कर एटीएम बंद करने का झांसा देकर उन्हें ठगी का शिकार बनाना था. गिरफ्तार आरिफ अंसारी ने आसपास के दूसरे अन्य साथियों को फर्जी सिम व फर्जी बैंक खाता तथा एटीएम उपलब्ध करा कर ठगी के अपराध को अंजाम देने के बाद उन पैसों को निकासी में सहयोग करता है.
पुरुषोत्तम का है आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार पुरुषोत्तम कुमार पर उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ साइबर थाने में एक आपराधिक मामला दर्ज है. इस मामले में वह जेल जा चुका है. इस मामले में कुछ ही दिन पूर्व ही पुरुषोत्तम जेल से निकलकर फिर से साइबर अपराध में संलिप्त हो गया है, फिलहाल यूपी का मामला विचाराधीन है.
मोहनपुर थाना के सिमारजोर गांव से लिंक
वहीं, जानकारी के अनुसार गिरफ्तार युवक का लिंक मोहनपुर थाना क्षेत्र के सिमरजोर गांव के एक प्राइवेट शिक्षक समेत कई युवक से जुड़ने की जानकारी मिली है. पुलिस उसकी टेक्निकल जांच करा रही है.