असम में आदिवासियों को भूखा व मजबूर रखा और वहां के मुख्यमंत्री यहां आकर आदिवासियों की हक की बात करते हैं : हेमंत सोरेन
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लोगों को किया संबोधितबोले, मैं भोगनाडीह आना चाहता था, लेकिन बारिश ने मुझे रोक दियाप्रतिनिधि, बरहेट
वीर शहीद सिदो कान्हू की जन्मस्थली भोगनाडीह में बुधवार को ””आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार”” कार्यक्रम का समापन समारोह हुआ. भारी बारिश के कारण मुख्यमंत्री कार्यक्रम में तो नहीं पहुंच सके, लेकिन उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लोगों को संबोधित किया. अपने संबोधन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि मैं भोगनाडीह आना चाहता था, लेकिन मुझे बारिश ने रोक दिया. हमने ””सरकार आपके द्वार”” कार्यक्रम की शुरुआत उलिहातु से की थी और समापन भोगनाडीह में किया है. आपका आशीर्वाद हमारी ताकत है. हमारे कार्यों को अंकुश लगाने के लिए बड़े-बड़े नेताओं को लगा दिया गया है. असम में बसे लोगों को यहां लगाया गया है. असम में आदिवासियों को जिसने भूखा और मजबूर रखा, वे वहां से आकर यहां के आदिवासियों की हक की बात करते हैं. हमें केंद्र सरकार ने सरना धर्म कोड अब तक नहीं दिया. इन बड़े-बड़े व्यापारियों को झारखंड में खड़ा होने नहीं देना है. यहां से आदिवासी और मूलवासी सबको मिलकर झारखंड को आगे बढ़ाना है.यहां कोई डेमोग्राफी चेंज नहीं हुआ है
सीएम ने बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर कहा कि हमारे यहां कोई डेमोग्राफी चेंज नहीं हुआ है, हम लोग सभी आपसी भाईचारा के साथ रहते हैं. इन लोगों को गांव में घुसने नहीं देना है. यह लोग पैसा और दारू लेकर गांव में आयेंगे, इन्हें पड़कर पुलिस के हवाले करना है. ये आरएसएस के लोग चूहा की तरह हमारे अंदर घुसकर तोड़ने का काम करते हैं. जब हमारे एक नेता हमारे पार्टी में थे, तो वे 1932 की मांग करते थे, स्थानीयता की बात करते थे. लेकिन, भगवा रंग होते ही उनकी भाषा भी बदल गयी है.मंईयां सम्मान योजना व 200 यूनिट फ्री बिजली का मिल रहा लाभ
मुख्यमंत्री ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि आज हमारी सरकार सर्वजन पेंशन के तहत 60 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों को पेंशन दे रही है. 18 साल से ऊपर की महिलाओं को मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना से प्रत्येक माह उनके बैंक खाते में 1000 रुपये भेजे जा रहे हैं. हमने 200 यूनिट बिजली फ्री दी, मुख्यमंत्री ऊर्जा खुशहाल योजना के तहत बकाया बिजली बिल माफ किया. युवाओं को रोजगार के लिए ऋण उपलब्ध कराया.हमारी सरकार ने एक भी गरीब को भूखे नहीं मरने दिया
सीएम ने कहा : काेरोना काल के बाद हमने आगे बढ़ने का काम किया और 20 लाख अतिरिक्त राशन कार्ड बनाया गया है. अबुआ आवास योजना के तहत जरूरतमंदों को आवास दिया जा रहा है. एक भी गरीब को हमारी सरकार ने भूख से मरने नहीं दिया. घर-घर तक योजनाओं का लाभ पहुंच रहा है. अब लोगों को ब्लॉक का चक्कर नहीं लगाना पड़ता है. पेंशन के लिए अपने गांव के कैंप में आवेदन दिये और उनकी पेंशन स्वीकृत हो गयी. उन्होंने कहा कि हमारे विपक्ष ने बड़े ही संयोजित तरीके से झूठा आरोप लगाकर मुझे फंसाया और जेल में डाल दिया, लेकिन आप लोगों के आशीर्वाद से मैं जेल से बाहर आ गया, और सरकार आपके द्वार के माध्यम से हम गांव-गांव पहुंचने का काम कर रहे हैं. मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना गरीब युवाओं को रोजगार के लिए बनायी गयी है. महिला समूह को हम लोगों ने सहायता राशि प्रदान किया और उन्हें आज आत्मनिर्भर बनाकर आगे बढ़ाया. 10 हजार करोड़ से अधिक की राशि हमारी सरकार ने महिला समूहों में वितरण किया.आगे भी निकलती रहेंगी नियुक्तियां, आचार संहिता में होगी पाबंदी
सीएम ने कहा : सरकार की ओर से कई हजार नियुक्तियां निकली हैं और आगे भी निकलती रहेगी. आदर्श आचार संहिता लगने के बाद हमें काम करने में पाबंदी होगी. मुख्यमंत्री ने महिलाओं से पूछा कि मंईयां सम्मान योजना का लाभ मिल रहा है या नहीं. इस पर महिलाओं ने तख्तियां व हाथ उठाकर कहा, जी हां! मिल रहा है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री के साथ ग्रामीण विकास मंत्री इरफान अंसारी श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता भी मौजूद थे. इधर, मंच पर सांसद विजय हांसदा, महेशपुर विधायक स्टीफन मरांडी, दिनेश विलियम्स मरांडी, पूर्व मंत्री हेमलाल मुर्मू आदि मौजूद थे. फोटो- 00, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से लोगों को संबोधित करते मुख्यमंत्री हेमंत सोरेनडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है