करौं. स्थानीय रानी मंदाकिनी प्लस टू मैदान में जय बाबा धर्मराज बांग्ला जात्रा समिति के तत्वावधान में आयोजित तीन रात्रि बांग्ला जात्रा के दूसरे दिन शनिवार को कोलकाता के आकाशवाणी जात्रा संस्था के बैनर तले तपन प्रामाणिक द्वारा रचित घोरेर लोक्खी आजो कांदे का मंचन किया गया. जिसमें बांग्ला जात्रा जगत की आलराउंडर नायिका चम्पा हालदार, भयंकर खलनायक पल मुखर्जी सहित मिठु बनर्जी के अभिनय ने सबका मन मोह लिया. इस नाटक में समाज में नारीशक्ति के उत्थान को दर्शाया गया है. कहानी गांव के दबंग तारिणी घोषाल के इर्द-गिर्द घूमती है. जो समाज में रहकर समाजसेवा की आड़ में सारे गलत काम करता है. इस दौरान वो स्वाधीनता दिवस के दिन गांव की ही एक लड़की वैशाखी के साथ दुष्कर्म करता है, जिसकी जानकारी गांव की ही वकील साहिबा चित्रा मित्रा को मिलती है. इसके बाद वो एक-एक कर गांव की लड़कियों में साहस भरकर दुराचारी तारिणी घोषाल के विरुद्ध खड़ा करती है. अब सभी मिलकर तारिणी घोषाल के खिलाफ सबूत इकट्ठा कर उसके खिलाफ विद्रोह की मशाल जलाते है. इस बीच वैशाखी की शादी वकील साहिबा के देवर दिगंतों से होती है. इसके बाद वैशाखी को दिगंतो का भी साथ मिलता है. अब दिगंतो भी अत्याचार के खिलाफ आवाज बुलंद करता है. वहीं इस बीच अपने अविवाहित मां के हत्यारे तारिणी घोषाल को अपने असली पिता के बारे में पता चलता है, जिसकी वो हत्या कर देते हैं. अत्याचार की सभी सीमाओं को पार करते हुए तारिणी घोषाल अब समाज के लिए असहनीय हो जाता है. जिससे दुर्गा रूपी नारी शक्ति के रूप में चित्रा मित्रा सभी नारी शक्तियों के साथ मिलकर असूर रूपी तारिणी घोषाल का दमन कर देते है और गांव की बहन बेटियों को अत्याचार के चंगुल से मुक्ति दिलाते है. जात्रा के सफल संचालन में हेमंत सिंह, सुबल सिंह, विष्णु साह, शशि प्रकाश सिंह, अभिजीत बल, परिमल बल, बिल्टू दे, समीरण सिंह, अमित ओझा, आशीष आचार्य समेत समिति के अन्य लोगों ने भरपूर सहयोग दिया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है