श्री कृष्ण-सुदामा मिलन से भक्त हुए भाव विभोर
पंच मंदिर स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में भागवत कथा आयोजित
मधुपुर. शहर के पंच मंदिर स्थित हनुमान मंदिर प्रांगण में चल रहे भागवत कथा के सातवें दिन सोमवार को भगवान श्रीकृष्ण के अन्य विवाहों का बड़ा ही मंत्रमुग्ध कर देने वाला प्रसंग कथा वाचक विजय कुमार पांडे ने सुनाया. भागवत कथा की महिमा भागवत सुनने से लाभ और भागवत रूपी आचरण को कथा वाचक ने विशेष रूप से प्रस्तुत की. उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर कथा का सार यही है कि आप भावपूर्ण होकर भगवान को याद करें. भगवान ने राक्षस योनि और मनुष्य योनि के प्राणियों का उद्धार किया. हमारे कर्म और हमारे विचार में समानता होनी चाहिए तभी हमें भगवत प्राप्ति हो सकती है. निश्छल प्रेम ही भगवान को प्रिय है. वहीं हमारे लिए भी प्रिय होना चाहिए. कथा के विश्राम के अंतिम दिन के अंतिम चरण में कथा वाचक ने भगवान श्री कृष्ण-सुदामा का प्रसंग सुनाया. श्री कृष्ण-सुदामा की झांकी की प्रस्तुति देख भक्त भाव विभोर हुए. साथ ही श्री कृष्ण-सुदामा के मिलन प्रसंग को भी बताया. कहा कि श्री सुदामा जी ने जब भगवान कृष्ण को सच्चे मन से याद किया तो भगवान ने उन्हें कहां से उठाकर कहां बैठा दिया. इस प्रसंग से हमें यह शिक्षा लेनी चाहिए कि श्रद्धापूर्वक जो भी भजता है भगवान उसको अपने हृदय में बसा लेते है और उसका हर तरह से कल्याण कर देते है. मौके पर यजमान अशोक कुमार दास, पुजारी रामनरेश शर्मा, सेवक शंकर, विनोद कुमार तिवारी, दिनेश प्रसाद सिंह समेत श्रद्धालु मौजूद थे.
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