Jharkhand Crime: देवघर में 12वीं की छात्रा को बाइक सवार लोगों ने किया अगवा, काटे दोनों पैर
झारखंड में दिन-ब-दिन अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं. देवघर के जसीडीह में एक छात्रा को बाइक सवार लोगों ने अगवा कर दोनों पैर काट दिया और उसे रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया. फिलहाल, छात्रा की स्थिति गंभीर बनी हुई है और पुलिस पूरे मामले की छानबीन में जुट गई है.
Deoghar News: देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र के केनमनकाठी इलाके से 12वीं में पढ़नेवाली 16 वर्षीय छात्रा को अगवा कर उसके दोनों पैर काट दिये गये और उसे रेलवे ट्रैक के किनारे फेंक दिया गया. सूचना मिलने पर जसीडीह पुलिस ने सोमवार अहले सुबह जमुनियां-गंजोरा इलाके में रेलवे ट्रैक (पोल संख्या-328(बी) 3) के समीप से छात्रा को घायल अवस्था में बरामद किया है. पुलिस ने उसे सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. प्रारंभिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने छात्रा को हायर सेंटर ले जाने की सलाह दी है. छात्रा के दोनों पैर टखने के नीचे से कटे हुए थे. पुलिस ने दोनों पैर के कटे हुए हिस्से को बरामद कर जांच के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है.
इधर, घायल छात्रा ने पुलिस को दिये बयान में बताया कि रविवार देर रात वह घर से बाहर पानी लेने गयी थी. उसी दौरान बाइक पर सवार दो लोग आये और उसके मुंह व आंख को दबा दिया. इसके बाद बाइक पर बिठा कर जबरन कहीं ले गये. बाइक पर बैठते ही वह बेहोश हो गयी. होश आया, तो उसने खुद को रेल पटरी के किनारे पाया. उसके दोनों पैर कटे हुए थे. उसके बाद उसने अपने मोबाइल से चाचा को फोन कर घटना की जानकारी दी. सूचना पाकर परिजन पहुंचे और टेंपो पर बिठाया. इस दौरान पूर्व मुखिया की सूचना पर पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंची और परिजनों से की मदद से छात्रा को सदर अस्पताल पहुंचाया.
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छात्रा ने फोन कर कहा – मुझे बचा लो
जसीडीह थाना प्रभारी विक्रम प्रताप सिंह सोमवार दोपहर करीब 12:00 बजे पूछताछ के लिए छात्रा के घर पहुंचे. छात्रा के दादा ने पुलिस को बताया कि रात करीब 10.30 से 11 बजे के बीच उनकी पोती बाथरूम के लिए बाहर निकली थी. उसके बाद वह नहीं लौटी. इस बीच उसकी मां उठी, तो अपने पास पुत्री को नहीं पाकर बाहर ढूंढ़ने लगी. काफी खोजबीन के बाद भी बेटी नहीं मिली, तो घर में सोये हुए बेटे को जगाया. दादा ने बताया कि पोती के मोबाइल पर फोन किया, लेकिन फोन रिसीव नहीं किया. इसके बाद परिजन उसे टॉर्च लेकर ढूंढ़ने निकल गये, लेकिन रात 12 बजे तक वह नहीं मिली. इसी बीच करीब दो-ढाई बजे भतीजे के फोन पर पोती ने कॉल कर कहा कि रेलवे लाइन के समीप दो लोग मेरे दोनों पैर काट रहे हैं, मुझे बचा लो. परिवार के सदस्य उसे खोजते हुए रेलवे ट्रेक की ओर भागे. चाचा ने बताया कि जब वे लोग घटनास्थल पर पहुंचे, तो देखा कि रेलवे लाइन के समीप दोनों पैर कटे अवस्था में उसकी भतीजी गिरी हुई है.
क्या कहते हैं एसपी
एसपी सुभाष चंद्र जाट ने कहा कि इस मामले में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है. छात्रा व परिजन की सूचना पर जसीडीह पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.