भले विपक्ष ने तीन राज्य जीत लिये, लेकिन झारखंड को नहीं जीतने देंगे : हेमंत सोरेन

झामुमो के कार्यकर्ता गांव के लोगों को सुरक्षित करें, उन तक राज्य सरकार की उपलब्धियों को पहुंचायें. गांव में ऐसी किलेबंदी करें कि विपक्षियों को बैठने का जगह नहीं मिले. संवाद को झामुमो नेता विनोद पांडेय, शशांक शेखर भोक्ता, हेमलाल मुर्मू ने भी संबोधित किया.

By Prabhat Khabar News Desk | December 9, 2023 4:58 AM
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झारखंड में 20 सालों तक विपक्षियों का राज था. 2019 में हमने थोड़ी तैयारी के साथ चुनाव लड़ा तो झारखंड में हमारी सरकार बनी. लेकिन 2024 का चुनाव राजनीतिक परीक्षा का वर्ष होगा. लड़ाई लंबी है, लक्ष्य को पाना आसान नहीं है, क्योंकि इस बार विपक्षी दोगुनी ताकत के साथ लड़ेंगे. इसलिए एक-एक कार्यकर्ता गांव-गांव, घर-घर जायें. उक्त आहवान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने शुक्रवार को शिल्पग्राम ऑडिटोरियम में देवघर और गोड्डा जिले के पार्टी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं से किया. पूरे संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के निशाने पर भाजपा और केंद्र की सरकार रही. मुख्यमंत्री ने पार्टी के नेताओं व कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए कहा कि भले ही विपक्षी तीन राज जीते हों, लेकिन झारखंड नहीं जीतने देंगे. उन्होंने कहा कि तीन राज्य में जीत के बाद उनका 10 लीटर खून बढ़ गया है. लेकिन चिंता नहीं है. कुछ नेता अभी से अपने बड़े-बड़े नेताओं के लिए मैदान तैयार कर रहे हैं, परवाह नहीं है, हम अपने लक्ष्य को नहीं भूलें.

गांव के लोगों को नहीं पता कि उनके साथ क्या हो रहा है

उन्होंने कहा कि गांव के लोगों को नहीं पता है कि उनके साथ क्या हो रहा है. इसलिए झामुमो के कार्यकर्ता गांव के लोगों को सुरक्षित करें, उन तक राज्य सरकार की उपलब्धियों को पहुंचायें. गांव में ऐसी किलेबंदी करें कि विपक्षियों को बैठने का जगह नहीं मिले. संवाद को झामुमो नेता विनोद पांडेय, शशांक शेखर भोक्ता, हेमलाल मुर्मू ने भी संबोधित किया.

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2024 का चुनाव बिल्कुल अलग होगा

मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि 2024 का चुनाव बिल्कुल अलग होगा. इसकी तैयारी भी अलग तरीके से करनी होगी, क्योंकि विपक्ष पूरी ताकत से इस बार चुनाव लड़ेगा. जाति,धर्म, अगड़ा-पिछड़ा, मंदिर-मस्जिद के नाम पर लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हैं. आने वाले चुनाव में सामने ताकतवरों की लंबी जमात होगी. एक तरफ लंबी चौड़ी फौज और दूसरी तरफ अकेला हेमंत सोरेन. इसलिए गांव में गतिविधि बढ़ायें. लाख ताकतवर आ जाये, भले वो तीन राज्य जीता हो लेकिन झारखंड जीतने नहीं देंगे.

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आदिवासियों को 20 साल तक क्या दिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि एक नेता घूम-घूम कर प्रचार कर रहे हैं कि हमने आदिवासी, पहाड़ियां और गरीबों के लिए कुछ नहीं किया. लेकिन 20 सालों तक उन्होंने क्या किया, हमारा काम इन्हें नहीं दिखेगा क्योंकि वो पूंजीपतियों और बड़े-बड़े व्यापारियों के लिए काम करते हैं और हम किसान, मजदूर, आदिवासी, दबे-कुचले, पिछड़ों के लिए काम करते हैं. हम काम कर रहे हैं तो हमारे पीछे एजेंसियों को लगाकर परेशान कर रहे हैं. आपके पास लोगों को बताने के लिए इतना कुछ है कि सीना चौड़ा करके लोगों के बीच जाइये.

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