मधुपुर : प्रखंड क्षेत्र के बुढ़ैई पहाड़ पर लगने वाले तीन दिवसीय नवान्न मेला बुधवार से प्रारंभ हो गया. मेला का विधिवत उद्घाटन प्रदेश के पर्यटन मंत्री हफीजुल हसन ने किया. मौके पर मंत्री ने कहा कि बुढ़ैई मेला क्षेत्र का सबसे बड़ा और प्रसिद्ध जुटान है. सरकार बुढ़ैई में होने वाले जुटान को राजकीय मेला घोषित करेगी. अगले वर्ष से यह मेला राजकीय स्तर पर आयोजित किया जायेगा. इसके लिए सरकार सभी सुविधाएं उपलब्ध करायेगी. इसके लिए विभागीय स्तर पर सारी तैयारियां शुरु कर दी गयी है. कहा कि यह देवघर ही नहीं बल्कि संताल परगना क्षेत्र का सबसे बड़ा मेला है. बुढ़ैई मेले में काफी भीड़ होती है. श्रद्धालुओं की सुरक्षा और विधि-व्यवस्था के लिए समुचित व्यवस्था करने का निर्देश दिया. इस दौरान कहा कि सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के तहत अधिक से अधिक लोग कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठायें.
गौरतलब है कि प्रत्येक साल अगहन मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को पहाड़ पर विशाल मेला लगता है. जिसमें झारखंड के अलावा बिहार व पश्चिम बंगाल से व्यापारी दुकानें, तारामाची, झूले, मौत का कुंआ सहित कई तरह के खेल-तमाशे लगाने के लिए पहुंचते है. यहां पर विशेष कर लकड़ी, पत्थर व लोहे के बने सामान की सर्वाधिक खरीद बिक्री होती है. मान्यता है कि अगहन मास में नयी फसल की कटाई के बाद लोग उसे सबसे पहले मां बुढ़ेश्वरी के चरणों में चढ़ाते है. उसे बाद ही यह उसे ग्रहण करते है. इस मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी आशीष अग्रवाल, एसडीपीओ विनोद रवानी, झामुमो के संजय शर्मा, प्रखंड 20सूत्री अध्यक्ष दिनेश्वर किस्कू, बीडीओ राजीव कुमार सिंह, सीओ परमेश्वर कुशवाहा, थाना प्रभारी हीरालाल तुबिद, एसआइ अनूप पीटर कुजूर, एएसआइ भगीरथ महतो, उषा कुमारी, झामुमो प्रखंड अध्यक्ष साकीर अंसारी, पूर्व मुखिया अशोक राजहंस, पूर्व पंसस दिनेश सोनी, सहदेव यादव, मिथलेश यादव, पप्पू राजहंस, मनोज राजहंस, रामचन्द्र पांडे, मटरू यादव, चुनचुन यादव, सुमन यादव, अजय पांडेय, शिवनंदन ठाकुर, महेंद्र राय, शंभू बर्नवाल, प्रदीप पांडेय मौजूद थे.