देवघर में बढ़ते अपराध के खिलाफ व्यवसायियों का आक्रोश, घायल दुकानदार के साथ किया पैदल मार्च, सुरक्षा की मांग
देवघर शहर में आये दिन दुकानों में हो रही चोरी और रंगदारी नहीं देने पर व्यवसायी सुधाकर बरनवाल पर जानलेवा हमले के विरोध में यहां के व्यवसायी वर्ग आंदोलित हैं. चाकूबाजी घटना के हमलावर की 48 घंटे बाद भी गिरफ्तारी नहीं होने के बाद व्यवसायियों ने बरनवाल धर्मशाला के लेकर एसपी ऑफिस तक पैदल मार्च किया.
देवघर के बेलाबगान मुहल्ले में दुकानदार पर रंगदारी नहीं देने पर जानलेवा हमले के 48 घंटे गुजरने के बाद भी पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. इस घटना से शहर के व्यवसायियों का आक्रोश बढ़ता जा रहा है. बुधवार को व्यावसायिक संगठनों ने विरोध जताते हुए हमलावर की गिरफ्तारी की मांग की थी, मगर कोई कार्रवाई नहीं होने पर गुरुवार को व्यापारियों ने बरनवाल सेवा सदन से लेकर एसपी कार्यालय तक पैदल मार्च किया. हमले में घायल दुकानदार के साथ पैदल मार्च में शामिल व्यवसायियों में आक्रोश देखा गया. व्यवसायियों का एक प्रतिनिधिमंडल सुधांशु शेखर बरनवाल के नेतृत्व में एसपी अजीत पीटर डुंगडुंग से मिला और एक ज्ञापन सौंपा. इस दौरान अन्य व्यवसायी कार्यालय के बाहर जमा थे. प्रतिनिधिमंडल ने एसपी से कहा कि, तीन अक्तूबर की शाम करीब 6.45 बजे आरोपी रहाउद्दीन शेख द्वारा बेलाबगान स्थित पारस मेडिकल के समीप मां श्रृंगार हाउस के प्रोपराइटर सुधाकर बरनवाल से 10 हजार रुपये बतौर रंगदारी मांगी गयी, जिसे नहीं देने पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर बुरी तरह से जख्मी कर दिया.
इस घटना और लगातार बढ़ते अपराध से देवघर का पूरा व्यापारी समाज आक्रोशित है. आये दिन उस मुहल्ले में आरोपी द्वारा रंगदारी मांगने की घटनाओं को अंजाम दिया जा रहा है. घटना के दिन ही सुधाकर द्वारा नगर थाने में आवेदन देने व हमले का सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध कराने के बाद भी अबतक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से व्यवसायियों में आक्रोश है. सभी ने एसपी से आरोपी को अविलंब गिरफ्तार करने और कठोर सजा दिलाने और व्यापारियों को सुरक्षा दिलाने की मांग की. आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर देवघर का व्यापारी समाज आंदोलन को बाध्य होगा. एसपी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि, एक-दो दिनों में परिणाम सामने होगा. पैदल मार्च में सर्वोत्तम बरनवाल, राजेश बरनवाल, पंकज कुमार बरनवाल, विजय आनंद, रोबिन बरनवाल, महेश बरनवाल, मोहन बरनवाल, पंकज बरनवाल, धर्मेंद्र बरनवाल, रितेश बरनवाल, संदीप बरनवाल, रतन बरनवाल, सुरेंद्र बरनवाल, विनय बरनवाल, पवन बरनवाल, पिंटू बरनवाल,अमन बरनवाल, महेश बरनवाल,आशीष बरनवाल, प्रह्लाद बरनवाल, प्रमोद बरनवाल, जितेश बरनवाल, संजीव बरनवाल, मुकेश बरनवाल, सुनील बरनवाल, राकेश बरनवाल, शंभू बरनवाल, ओंकार बरनवाल, प्रदीप बरनवाल, अमित सत्संगी सहित 80-85 व्यवसायी शामिल थे.
एसपी ऑफिस पहुंचे व्यवसायियों ने कहा: दिन में व्यापारियों पर हो रहा है हमला, रात में दुकानों में चोरी
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शहर में अपराधियों की हिम्मत काफी बढ़ गयी है, जिस पर अंकुश लगाया जाना चाहिए. इसके लिए पुलिस प्रशासन उन असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर कड़ी कार्रवाई करे. – शंभू बरनवाल
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इस तरह की घटनाएं अपराधियों के बढ़ते मनोबल को दर्शाती है. हम सभी व्यवसायी हैं. घटना के विषय में पुलिस प्रशासन को अवगत कराने पहुंचे हैं. सुरक्षा चाहिए, इसके लिए कार्रवाई हो, वर्ना आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे. – राकेश बरनवाल
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जगे हुए हैं तो हमला कर दिया जाता है और सोते हैं तो दुकानें खाली हाे जा रही है. पुलिस प्रशासन जमीन पर उतर कर कुछ करे, ताकि जनता व व्यवसायियों में एक विश्वास बने. वर्ना सरकार का इतना बड़ा महकमा किसके लिये बना है. – कृष्णदेव बरनवाल
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घटना को 48 घंटे से ज्यादा का समय गुजर गया है. मगर, अब तक आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से व्यवसायियों में काफी आक्रोश है. आखिर हमारी सुरक्षा की जवाबदेही प्रशासन की है. – संजीत कुमार
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घटना के फौरन बाद उसी एरिया में रहने वाली एक लड़की घटना के बाद पास के एक दुकान में पहुंची व धमकाने के अंदाज में कहा शिकायकर्ताओं को रोको. यदि मामला थाने पहुंचा, तो अंजाम भुगतना पड़ेगा. गुरुवार को सुधाकर के मोबाइल पर अनजान नंबर से मैसेज आया. मगर, पूछने पर कोई जवाब नहीं आया. – निरंजन कुमार, पीड़ित के परिजन
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