देवघर : देवघर के सारवां प्रखंड अंतर्गत गम्हरिया गांव में कोरोना पॉजिटिव मरीज पाये जाने के बाद गोड्डा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. इसमें उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा है कि यह गंभीर चिंता का विषय है कि झारखंड का देवघर जिला, जो मेरे निर्वाचन क्षेत्र गोड्डा के अंतर्गत आता है, वह संताल परगना में पहला जिला बना जहां के ग्रामीण इलाकों में कोरोना वायरस का मामला सामने आया है. जिले में कोविड-19 का पहला पॉजिटिव मामला सारवां प्रखंड के गम्हरिया गांव में पाया गया. अगर यहां पर्याप्त और त्वरित प्रभावी उपाय नहीं किये गये तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जायेगी.
यह महामारी दलित-आर्थिक स्थिति से कमजोर ग्रामीणों को कुचल सकती है. सांसद ने पीएम से संतालपरगना में जांच कीट की व्यवस्था कराने का आग्रह किया है. पूरे मामले को लेकर प्रधानमंत्री, गृह मंत्री ने कोरोना को लेकर बनाये गये झारखंड के प्रभारी केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी से बात की. इसके बाद मुख्तार अब्बास नकवी देवघर डीसी नैंसी सहाय से फोन पर बात कर व्यवस्था से अवगत हुए. केंद्रीय मंत्री ने पूरे संताल परगना में मदद करने का पूरा भरोसा दिया है. कहा कि कोरोना से लड़ाई लड़ने के लिए केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही है. कोरोना से लड़ने को लेकर देवघर में क्या व्यवस्था की गयी है, इसकी जानकारी ली जायेगी.
केंद्रीय टीम आयेगी देवघर: डॉ दुबे ने कहा कि जल्द ही केंद्रीय टीम भी देवघर आयेगी. देवघर में जांच के लिए नये केंद्र खोला जायें, क्योंकि देवघर में जांच व्यवस्था नहीं होने से गम्हरिया का मरीज क्वॉरेंटाइन के बाद बाहर रहा. 13 अप्रैल को सैंपल लिया जाता है और 20 अप्रैल को रिपोर्ट आती है. अगर यह रिपोर्ट समय पर आ जाती तो संबंधित व्यक्ति का समय पर इलाज शुरू हो जाता.सांसद के ट्वीट को कई नेताओं ने किया री-ट्वीटसांसद डॉक्टर दुबे ने अपने ट्विटर एकांउट पर कहा है : देवघर में कोरोना की जांच के लिए जल्द ही केंद्र खोला जाए, क्योंकि देवघर में जांच व्यवस्था नहीं होने से गम्हरिया के मरीज का 13 अप्रैल को सैंपल लिया जाता है और 20 अप्रैल को रिपोर्ट आती है.
अगर यह रिपोर्ट समय पर आ जाती, तो संबंधित व्यक्ति का समय पर इलाज शुरू हो जाता.सांसद ने नौ बिंदुओं पर दिये सुझाव1. जिस गांव में कोविड-19 मामले का पता चला था, उसे पूरी तरह से रेड जोन घोषित किया जाना चाहिए. 2. जल्द से जल्द उन लोगों का पता लगाने पर जोर दिया जाना चाहिए, जो पिछले कुछ हफ्तों के दौरान रोगी के संपर्क में रहे हैं.3. स्थानीय लोगों को सामाजिक दूरी का पालन करने, सेनिटाइजर का उपयोग करने की सलाह दी जाये. 4. गांव की मंडी लगाने व धार्मिक सभा को सख्ती से रोक लगाया जाये व एक टास्क फोर्स का गठन किया जाये.5.
गांव के पुरुषों व किसानों को खेत में काम करते समय सामाजिक दूरियों के मानदंडों का पालन करने की सलाह दी जाये.6. सभी स्थानीय मंदिरों, कीर्तन मंडली व पवित्र स्थानों को सील कर दिया जाये.7. सारवां व मोहनपुर प्रखंड में आते हैं. दोनों ब्लॉक प्रशासन आपस में एक-दूसरे को सहयोग करे.8. देवघर में एक परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की जानी चाहिए.9. लोगों को होम क्वारंटाइन में रहने की सलाह के साथ सामुदायिक गतिविधि की अनुमति नहीं दी जाये.