देवघर : बच्चे ने मरने से किया मना, मां-बहन की बची जान, गेटमैन भी हादसे को टालने में की मदद

छह वर्षीय शुभम के मरने से मना करने और गेटमैन की तत्परता से रेलवे ट्रेक पर सोयी मां-बेटी की जान बच गयी. मामला बैद्यनाथधाम-जसीडीह रेल लाइन स्थित पूरनदाहा रेल फाटक के समीप का है जहां रेलवे ट्रैक पर मां अपने बच्चों को साथ आत्महत्या करने पहुंची थी. पति से प्रताड़ित होने के कारण महिला ने ऐसा कदम उठाया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 26, 2023 9:30 PM

देवघर, अजय यादव : बैद्यनाथधाम-जसीडीह रेल लाइन स्थित पूरनदाहा रेल फाटक के समीप बुधवार को एक बड़ा हादसा टल गया. जब दो बच्चों के साथ पटरी पर जान देने पहुंची महिला और बच्ची की जान उसके छह वर्षीय बेटे शुभम के कारण बच गयी. बच्चे ने मां बिंदू देवी और बहन शिवानी कुमारी (7 वर्ष) के साथ पटरी पर सोने की बजाय भाग कर गेटमैन जगदीश मंडल के पास जा पहुंचा. उसने सिसकते हुए गेटमैन से कहा कि मुझे पटरी पर नहीं सोना, ट्रेन आ रही है. गेटमैन ने मौके की नजाकत को देखते हुए बच्चे को अपने पास रोक लिया. बेटे को दूर खड़ा देख महिला व उसकी बच्ची भी पटरी से उठकर बेटे को पास बुलाने लगी, तो गेटमैन ने तुरंत महिला के पास पहुंचकर महिला व उसकी बच्ची को समझाया-बुझाया और पटरी से दूर हटने को कहा. इस बीच उसने अपनी बातों में उलझाये रखा. तब तक बैद्यनाथधाम स्टेशन से चलकर पैसेंजर ट्रैन सत्संगनगर हॉल्ट होते हुुए जसीडीह की ओर जा निकली. खतरा थोड़ी देर के लिए टलता देख गेटमैन ने आसपास के लोगों को मामले से अवगत कराया.

महिला की पूरी कहानी की बयां

इस बीच महिला से उसका घर का पता-ठिकाना पूछा, तो रोते हुए उसने पूरी कहानी बयां की. बताया कि उसके पति का नाम संजय यादव है, बिंदू का ससुराल दुमका जिले के सरैयाहाट थाना क्षेत्र के रौशनियां है, जबकि उसका मायका जमुई जिले के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के बसबुटिया गांव है. पति पिकअप वैन चालक है और देवघर के किसी वाहन मालिक की गाड़ी चलाता है. पति से हमेशा विवाद होता है. घटना से कुछ घंटे पहले सुबह में पति से मिलने के लिए वो बच्चों के साथ देवघर पहुंची. पति से मुलाकात हुई, तो पति ने पत्नी व बच्चों को घर लौटने को कहकर अपनी लोड गाड़ी लेकर बांका और भागलपुर की ओर रवाना हो गया. इससे महिला आक्रोशित हो गयी और रोते हुये पूरनदाहा रेल फाटक के पास पहुंच गयी.

महिला थाना को सौंपा

घटना की जानकारी होने पर फाटक के आसपास रहने वाले लोग जुटे. उनमें से एक समाजिक कार्यकर्ता टुनटुन ने मामले की जानकारी नगर थाना प्रभारी कुमार अभिषेक को दी. थाना प्रभारी ने पीसीआर पेट्रोलिंग पार्टी को भेजकर महिला और उसके बच्चे को थाना बुलवाया. बाद में उसे महिला थाना के जिम्मे सौंप कर काउंसेलिंग की सलाह दी. घटना बुधवार सुबह की है जब बैद्यनाथधाम स्टेशन से जसीडीह के लिए लोकल ट्रेन खुलने वाली थी.

Also Read: Jharkhand Transfer-Posting News: झारखंड में 38 पुलिस अधिकारियों का तबादला, यहां पढ़ें पूरी लिस्ट

महिला ने कहा- पति करता है प्रताड़ित

महिला ने बताया कि उसका पति संजय यादव हमेशा उसके साथ मारपीट करते रहता है. दोनों बच्चों को खाने व पढ़ाई का खर्चा तक नहीं देता है, जबकि पति पिकअप वैन चलाने का काम करता है. कहा कि पति के प्रताड़ना से तंग आकर वह आत्महत्या करने पहुंची थी.

गेटमैन ने घटना की दी जानकारी

गेटमैन जगदीश मंडल ने बताया कि महिला दोनों बच्चों को अपने साड़ी के पल्लू में बांधकर रेलवे ट्रैक पर सोना चाह रही थी. उसी दौरान उसका एक बच्चा दौड़कर उसे पकड़ लिया और कहा कि वह ट्रैक पर नहीं सोना चाह रहा है, लेकिन मां उसे जबरन साथ में पटरी पर सोने को बोल रही है. गेटमैन दौड़कर ट्रैक पर गया और महिला को डांट-फटकार वहां से हटाया.

महिला थाना में हुई महिला की काउंसेलिंग

पीसीआर पुलिस नगर थाना के कहने पर महिला बिंदू देवी व उसके दोनों बच्चों को लेकर महिला थाना पहुंची. जहां महिला से पति का फोन नंबर व मायके वालों को फोन नंबर लेकर दोनों पक्षों को घटना की जानकारी देकर पूछताछ की. बाद में महिला व बच्चों को भोजन करवाने के बाद उससे घंटो समझाने-बुझा कर शांत किया गया. महिला पुलिसकर्मी ने उनकी आर्थिक मदद भी की.

Also Read: कोडरमा : रेंजर ने स्कूल वैन को किया जब्त, तो लोगों का फूटा गुस्सा, ऑफिस में तोड़फोड़

Next Article

Exit mobile version