प्रतिनिधि, चितरा . एसपी माइंस चितरा कोलियरी इन दिनों जमीन के अभाव में निर्धारित कोयला उत्पादन के लक्ष्य से पीछे चल रहा है, जिससे कोलियरी प्रबंधन की परेशानी बढ़ गयी है. लक्ष्य के अनुरूप कोयला उत्पादन के लिए कोलियरी प्रबंधन और कोयला मजदूर दिन रात लगे हुेए है. वहीं दूसरी ओर चितरा कोलियरी को वित्त वर्ष 2024- 25 में 25 लाख टन कोयला उत्पादन का लक्ष्य इसीएल मुख्यालय सांकतोड़िया के द्वारा दिया गया है. कोलियरी के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नवंबर माह तक चितरा कोलियरी प्रबंधन मात्र आठ लाख 70 हजार टन कोयले का ही उत्पादन कर पाया है, जो कोयला उत्पादन के लक्ष्य से काफी पीछे है. हालांकि कोलियरी प्रबंधन के पास अभी चार माह समय बाकी है. वर्तमान समय में कोयला उत्पादन लक्ष्य को पूरा करने के लिए कोलियरी प्रबंधन रणनीति बनाकर काम रही है. इस संबंध में कोलियरी अभिकर्ता उमेश प्रसाद चौधरी ने बताया कि जमीन के अभाव में हमलोग कोयला उत्पादन के लक्ष्य से पीछे चल रहे हैं. अब तक लगभग आठ लाख 70 हजार टन कोयले का उत्पादन सफलता पूर्वक कर लिया गया है, साथ ही बताया कि कोयला उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए कोलियरी प्रबंधन की ओर से काफी प्रयास किया जा रहा है. वहीं कोयला उत्पादन के लक्ष्य को पूरा करने के लिए जमीन अधिग्रहण कार्य में तेजी लाया जायेगा. कहा कि दमगढ़ा आउटसोर्सिंग कंपनी में भी काम शुरू करा दिया गया है. इस कंपनी में मशीनें बढ़ाने का भी निर्देश दिया गया है. जिससे कोयला उत्पादन कार्य में तेजी लाया जा सकेगा.
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