संवाददाता, देवघर : बाबा नगरी का प्राचीन अढ़इया मेले का शनिवार को समापन हो गया. यह मेला पूर्णिमा के बाद ढाई दिन का होता है. मेले के अंतिम दिन जलार्पण करने आये भक्तों की काफी भीड़ देखी गयी. कतार जहां पंडित शिवराम झा चौक से संचालित हो रही थी, वहीं कूपन लेने वाले भक्तों की संख्या भी दो हजार के पार रही. बाबा मंदिर का पट तय समय सुबह चार बजे खुला. 20 मिनट तक कांचा जल पूजा के बाद करीब 45 मिनट तक बाबा बैद्यनाथ की दैनिक सरदारी पूजा की गयी. षोड्शोपचार विधि पूजा में बाबा को दूध, दही, घी, मधू, गंगाजल, बेलपत्र, वस्त्र, पंचामृत आदि पूजा सामग्री अर्पित करने के बाद बाबा को थार का भोग लगाकर आम भक्तों के लिए 4:55 बजे से जलार्पण प्रारंभ कराया गया. आम कांवरियों को जलार्पण प्रारंभ कराने के पूर्व कतार पंडित शिवराम झा चौक के पार तक पहुंच गयी थी. जैसे ही मंदिर का पट खुला यह कतार नेहरु पार्क के पास पहुंच गयी. उधर दिन के आठ बजे से जैसे ही कूपन का काउंटर खुला कांवरियों की भीड़ लग गयी. पट बंद होने तक करीब 70 हजार कांवरियों ने जलार्पण किया. इसमें शीघ्रदर्शनक कूपन लेने वाले कांवरियों की संख्या 2778 रही.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है