प्रमुख संवाददाता, देवघर . मनरेगा में अधिक से अधिक लोगों, निबंधित मजदूरों को रोजगार उपलब्ध करायें. 100 दिन रोजगार पाने वाले मनरेगा श्रमिकों को कौशल विकास से जोड़ें ताकि ऐसे श्रमिकों को आत्मनिर्भर बनाया जा सके. उक्त निर्देश डीसी विशाल सागर ने बुधवार को समाहरणालय में मनरेगा, अबुआ आवास की समीक्षा बैठक में दिया. उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया कि आम जनता की समस्याओं का निराकरण करें और अपने कार्यालयों की कार्यशैली सुधारें. जिला, प्रखंड व पंचायत स्तर पर चल रही पुरानी योजनाओं को जल्द पूरा करवायें.
स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था करें
डीसी ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि प्रखंडों के 10 स्कूलों व 10 आंगनबाड़ी केंद्रों में रेन वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की व्यवस्था सुनिश्चित करें. उन्होंने अबुआ आवास, मनरेगा के तहत बिरसा कूप संवर्धन योजना, डोभा, आंगनबाड़ी की प्रगति, बिरसा हरित ग्राम, बागवानी योजना की प्रगति की समीक्षा की और चल रही योजनाओं की प्रगति में पिछड़े गये प्रखंडों पर नाराजगी जाहिर की. डीसी ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि 10 दिनों के अंदर कार्यों में प्रगति लायें. उन्होंने संबंधित सभी रोजगार सेवक, पंचायत सचिव, बीपीओ को मनरेगा के कार्यों में तेजी लाने को कहा. डीसी ने लक्ष्य के अनुसार कार्य प्रदर्शन नहीं करने वाले अधिकारियों को कड़ी चेतावनी दी और समय पर लक्ष्य पूरा करने को कहा.
प्रत्येक गांव में मनरेगा की पांच-पांच योजना संचालित करें
बैठक में डीसी ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए ग्राम विकास से जुड़ी योजनाओं का प्रभावी बनाने का निर्देश अधिकारियों को दिया. उन्होंने निर्देश दिया कि मनरेगा के तहत कम से कम पाच योजनाओं को प्रत्येक गांव में संचालित करें. पुरानी योजना को प्राथमिकता के आधार पर बंद करें. 75 फीसदी से ऊपर व्यय वाली योजनाओं को यथाशीघ्र पूर्ण करें.
बैठक में ये सभी अधिकारी मौजूद थे : बैठक में डीडीसी नवीन कुमार, डीपीआरओ राहुल कुमार भारती, सभी बीडीओ, बीपीओ, एपीआरओ रोहित कुमार विद्यार्थी, डीएमएफटी की टीम व संबंधित योजनाओं के को-ओर्डिनेटर, विभाग के अधिकारी शामिल थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है