चितरा. चितरा कोलियरी स्थित यूनियन कार्यालय में परिसर में भाकपा का 100वां स्थापना दिवस मनाया गया. कार्यक्रम में पार्टी का झंडा फहराया गया और पार्टी नेताओं व वरिष्ठ कार्यकर्ताओं को शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया. इस दौरान पार्टी के दिवंगत नेताओं को याद करते हुए उनकी आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की गयी. राज्य कार्यकारिणी सदस्य पशुपति कोल ने कहा कि भाकपा पार्टी के 100 साल पूरे हो गये है. मजदूरों के हित में 26 दिसंबर सन 1924 को भारत के कानपुर शहर में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की स्थापना की गयी थी. कहा कि लाल झंडे के लोगों ने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी और देश को आजाद कराया. उन दिनों मजदूरों से अंग्रेजों की ओर से 12 घंटे काम लिया जाता था. इस नियम का विरोध भी सर्वप्रथम कम्युनिस्ट पार्टी ने किया और श्रम कानूनों में संशोधन कराया. वहीं देश की आजादी में भाकपा ने अहम योगदान दिया. इस दौरान बताया कि कोलियरी के राष्ट्रीयकरण में भी कम्युनिस्ट पार्टी ने अहम योगदान दिया. उन्होंने कहा कि संविधान लोगों को समानता का अधिकार देता है. लेकिन इधर भारत सरकार ने एक नया कानून लाया है, एक देश एक चुनाव, जिसका लाल झंडा विरोध करता है. कहा कि गृहमंत्री अमित शाह ने बाबा साहब डॉ भीमराव आंबेडकर का अपमान किया है. इसके खिलाफ 30 दिसंबर को सभी जिला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन किया जायेगा. मौके पर भाकपा नेत्री छाया कोल ने कहा कि पार्टी मजदूरों की लड़ाई लड़ रही है. आज जो मजदूर आठ घंटे काम करते हैं, वह भाकपा की देन है. जिला परिषद सदस्य अशोक राणा ने कहा कि पूरे देश में लाल झंडा मेहनतकशों और गरीबों की आस है. इसके अलावा जिला मंत्री अर्जुन यादव, भाकपा नेता होपना मरांडी, छोटेलाल टुडू आदि ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अपने विचार व्यक्त किये. मंच संचालन जिला परिषद सदस्य केशव नारायण सिंह ने किया. इस मौके पर पवन कोल, योगेश्वर महतो, कृष्णा मरांडी, मनोज कोल, राजीव मुर्मू, कुमारी सजनी किस्कू, पकलू सोरेन, लुगुमुनि कुमारी, सुहागी मरांडी, राबड़ी देवी, उर्मिला किस्कू, सोनामुनी मरांडी, मिलोनी मझियान, सुमिति हेम्ब्रम, सागर महतो, श्रीदेव सोरेन, गणेश कोल, नूनलाल मुर्मू, कालीचरण मुर्मू, हरिकिशोर यादव, बाबूजन मरांडी आदि मौजूद थे.
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