सिंचाई विभाग कार्यालय परिसर से पेड़ काटकर गायब करने में नहीं हुई है कार्रवाई, लोगों ने मामले में लीपापोती का लगाया आरोप

मधुपुर के टिटहियाबांक सिंचाई प्रमंडल कार्यालय के परिसर से बड़े पैमाने पर सागवान के पेड़ों की कटाई के मामले में अब तक कोई कार्रवाई नहीं होने पर चर्चा तेज हो गयी है. वहीं लोगों का कहना है कि मामले की लीपापोती हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2024 8:10 PM

मधुपुर . शहर के टिटहियाबांक स्थित सिंचाई प्रमंडल कार्यालय परिसर से सागवान की आधा दर्जन पेड़ काटकर गायब किये जाने के मामले में चार दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो पायी है. आसपास के लोगों का कहना है कि मामले की लीपापोती की जा रही है. छुट्टी के दिन रविवार को सरकारी परिसर से पेड़ काटे जाने की भनक किसी को नहीं लगना भी संदेह उत्पन्न करता है. परिसर में दर्जनों क्वार्टर है, जिसमें अभियंता से लेकर कर्मी निवास करते है. हालांकि घटना सामने आने पर वन विभाग की टीम रेंजर के निर्देश पर टटहियाबांक सिंचाई प्रमंडल परिसर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल की. परिसर में कई हरा भरे पेड़ कटे दिखे. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि संबंधित विभाग के अभियंता से रिपोर्ट प्राप्त होते ही वन विभाग अग्रेतर कार्रवाई करेगी. वन विभाग का कहना है कि वन क्षेत्र से यदि पेड़ की कटाई होती तो वह अब तक थाना में मामला दर्ज कर देता. काटे गये पेड़ों की कीमत एक लाख से अधिक बतायी जाती है. सरकारी विभाग के कार्यालय से बिना अनुमति पेड़ों को काटा जाना इलाके में चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जाता है कि सिंचाई प्रमंडल सिकटिया टू कार्यालय समेत कॉलोनी परिसर क्वार्टर में मरम्मत का भी कार्य चल रहा है. कॉलोनी में रह रहे हैं लोगों ने कहा कि जहां से पेड़ काटे गये है. वहां से मरम्मत की कोई काम नहीं होना. जांच का विषय है. .

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