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Cyber Crime: साइबर अपराधियों ने गिरिडीह के DSO का किया लॉगिन ID हैक, बनाये 2500 राशन कार्ड

Cyber Crime in Jharkhand: साइबर अपराधियों ने देवघर के अलावा गिरिडीह एवं हजारीबाग डीएसओ का आइडी हैक कर भारी मात्रा में ग्रीन राशन कार्ड को प्राथमिकता हाउस होल्ड (पीएचएच) कार्ड में बदल दिया है. राज्य मुख्यालय से अब समूचे जिलों के डीएसओ की आइडी पीडीएस सिस्टम के लिए बंद कर दी गयी है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 8, 2022 8:17 AM

देवघर जिले में डीएसओ आइडी हैक कर बीएसओ आइडी बना राशन कार्ड जारी करने के मामले के खुलासे के बाद दूसरे जिलाें में भी ऐसे ही मामले सामने आये हैं. साइबर अपराधियों ने देवघर के अलावा गिरिडीह एवं हजारीबाग डीएसओ का आइडी हैक कर भारी मात्रा में ग्रीन राशन कार्ड को प्राथमिकता हाउस होल्ड (पीएचएच) कार्ड में बदल दिया है. राज्य मुख्यालय से अब समूचे जिलों के डीएसओ की आइडी पीडीएस सिस्टम के लिए बंद कर दी गयी है. साइबर अपराधियों ने गिरिडीह में 2500 और हजारीबाग में 1014 ग्रीन राशन कार्ड को पीएचएच में तब्दील कर दिया है, जबकि राज्य भर में पीएचएच बनना बंद है. फिलहाल राज्य भर में नया राशन कार्ड बनने का काम भी बंद हो गया है. पीडीएस सिस्टम को अपडेट करने के बाद इसे दोबारा चालू किया जायेगा. इसमें अभी थोड़ा वक्त लग सकता है.

समस्त राशन कार्ड रात आठ बजे के बाद बने

गिरिडीह के जिला आपूर्ति पदाधिकारी गौतम भगत ने बताया कि उनके जिले में साइबर अपराधियों ने 2500 ग्रीन कार्ड को पीएचएच में कन्वर्ट कर दिया है. अपने स्तर से जांच करने पर पता चला कि सारे राशन कार्ड रात के आठ बजे के बाद ही बनाये गये हैं. विभाग की ओर से शाम सात बजे तक ही कार्ड बनाने का काम होता है. मिल रही जानकारी के अनुसार, सरायकेला एवं जमशेदपुर में भी डीएसओ आइडी हैक कर भारी मात्रा में राशन कार्ड जारी किये गये हैं. लेकिन इन दो जिलों में कितने कार्ड जारी हुए हैं, इसकी ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं हो सकी है. विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, मुख्यालय स्तर से सभी जिलों के डीएसओ को अपने स्तर से राशन कार्ड की जांच करने का आदेश दिया गया है.

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FIR दर्ज कराने की तैयारी

हजारीबाग के जिला आपूर्ति पदाधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि उन्हें दो महीने पहले से ही कार्ड जारी होने का शक था और इसकी जांच भी शुरू कर दी थी. जैसे ही देवघर में मामले का उद्भेदन होने की सूचना मिली, तो इसकी गहराई से जांच करने पर पता चला कि हजारीबाग में साइबर अपराधियों ने अक्तूबर महीने से ही राशन कार्ड बनाना प्रारंभ कर दिया था. अब तक हजारीबाग में 1014 ग्रीन राशन कार्ड को पीएचएच कार्ड में बदला गया है. आइडी हैक कर यह किया गया या फिर किसी और तरीके से, यह जांच के बाद ही पता चलेगा. सारी बातों की जानकारी मुख्यालय को दी गयी है. वहां से स्वीकृति मिलते ही एफआइआर करायी जायेगी.

रिपोर्ट : संजीव मिश्रा, देवघर

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