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देवघर बना साइबर फ्रॉड का गढ़, 7 दिन में 10 से अधिक ठगी, यूपी समेत 4 राज्यों की पुलिस ने मारे छापे, दो गिरफ्तार

एक सप्ताह में देवघर में कई साइबर फ्रॉड सहित 10 से अधिक ठगी के मामले सामने आए हैं, जबकि राज्य के अलग-अलग जिलों के अलावा कई राज्यों की पुलिस भी यहां छापामारी कर चुकी है. जिनमें यूपी, महाराष्ट्र, राजस्थान और केंद्र शासित प्रदेश दादर नगर हवेली की पुलिस शामिल है.

By Jaya Bharti | July 26, 2023 1:13 PM
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Cyber Fraud in Deoghar: बाबानगरी देवघर साइबर फ्रॉड का गढ़ बन गया है. इससे पहले तक झारखंड का जामताड़ा जिला ही साइबर ठगी के लिए बदनाम था, अब इस सूची में देवघर जिला भी शामिल हो गया है. आय दिन यहां से साइबर ठगी की घटनाएं सामने आ रही हैं और इन घटनाओं को अंजाम देने वाले अपराधियों की तलाश ना सिर्फ राज्य की पुलिस को है बल्कि अलग-अलग के राज्यों की पुलिस भी लगातार देवघर पहुंच रही है. बीते एक सप्ताह में देवघर में कई साइबर फ्रॉड सहित 10 से अधिक ठगी के मामले सामने आए हैं, जबकि राज्य के अलग-अलग जिलों के अलावा कई राज्यों की पुलिस भी यहां छापामारी कर चुकी है.

पार्ट टाइम जॉब के चक्कर में पड़कर 40500 रुपये गंवाये

पार्ट टाइम जॉब देने का झांसा देकर नगर थाना क्षेत्र के बिलासी टाउन निवासी एक व्यक्ति से 40,500 रुपये की साइबर ठगी करने का मामला सामने आया है. इस संबंध में विनय कुमार चौधरी ने साइबर थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है. जिक्र है कि 22 जुलाई को उसे अज्ञात नंबर से कॉल कर पार्ट टाइम जॉब का ऑफर दिया गया था. वाट्सअप पर काम बताते हुए उसे प्रतिदिन 210 रुपये भुगतान करने की बात कही गयी थी. पहले दिन उसे काम करने पर एकाउंट में 210 रुपये दे दिये गये. इस क्रम में छठे दिन के कार्य में बोला गया कि पेड टास्क है. एक हजार रुपये देने पर 1500 रुपये मिलेगा. इसके बाद उसे 12 टास्क तीन हजार रुपये का भेजा गया. 20 मिनट में पूरा करने पर 4200 रुपये भुगतान करने की बात कही गयी थी. यह भी पैसा दे दिया.

नया प्लान सात हजार रुपये का दिया गया, जिसमें 14400 रुपये भुगतान की बात कही गयी थी. उसने पांच हजार रुपये भुगतान देने की बात कही, तो उसे सात हजार देने की बात कही गयी. पांच हजार रुपये भेजने के बाद उससे कहा गया कि कुछ गलती हो गयी, इसलिए एकाउंट फ्रीज कर दिया गया. अनफ्रिज करने के लिए 34,500 रुपये की मांग की गयी. इसके एवज में उसने 35,500 रुपये का भुगतान कर दिया. इसके बाद उसने आठ सौ रुपये की निकासी की. इस पर उससे फिर गलती होने की बात कहते हुए एकाउंट फ्रीज किये जाने की बात बतायी. फिर एकाउंट अनफ्रिज करने के लिये उससे 52600 रुपये की मांग की गयी. इससे उसे ठगी का अहसास हुआ. इसके बाद वह शिकायत देने नगर थाना पहुंचा.

यूट्यूब पर गाय की बिक्री का विज्ञापन देकर झांसे में लिया

24 जुलाई को जसीडीह थाना क्षेत्र में साइबर ठगी का एक और मामला सामने आया, जहां कुंजीसार गांव की रहने वाली एक महिला यू-ट्यूब पर सस्ते में गाय खरीदने का विज्ञापन देख, ठगों के झांसे में आ गई. महिला ने विज्ञापन में दिये नंबर पर कॉल किया. इस दौरान अज्ञात व्यक्ति ने झांसे में लेकर 49,920 रुपये की साइबर ठगी कर ली. इस संबंध में लक्ष्मी प्रसाद कोयरी की पत्नी देवंती देवी ने साइबर थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है. जिक्र है कि विज्ञापन पर दिये नंबर पर कॉल कर उसने बातचीत की. इसके बाद कीमत तय होने पर उसके दिये लिंक पर ऑनलाइन 10 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिया.

महिला के एकाउंट से 31 हजार की साइबर ठगी

जसीडीह थाना क्षेत्र के चपरिया मथुरापुर गांव निवासी एक महिला से भी 31 हजार रुपये की साइबर ठगी कर ली गई. यह मामला भी 24 जुलाई को ही सामने आया. इस संबंध में पीड़ित महिला दुलारी देवी ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराकर कार्रवाई की मांग की. उसने बताया कि उसका एकाउंट सीएसपी में है. रुपये निकासी के लिए कहीं जाती भी नहीं है और एकाउंट से 31 हजार रुपये की निकासी हो गयी.

बैंक अधिकारी बनकर बिजनेसमैन से 6.50 लाख की साइबर ठगी, दो गिरफ्तार

देवघर जिला के मोहनपुर थाना क्षेत्र के लतासारे गांव में 23 जुलाई को दो साइबर आरोपियों को पकड़ा गया. दोनों ने बैंक अधिकारी बनकर एक बिजनेसमैन से 6.50 लाख रुपये की साइबर ठगी कर ली थी. मामले में पीड़ित व्यक्ति के आवेदन पर साइबर ठगी का मामला दर्ज किया गया था. दादर नगर हवेली साइबर सेल की छह सदस्यीय टीम ने मोहनपुर पुिलस की मदद से यह कार्रवाई की. जहां लोकेशन के आधार पर छापेमारी कर मोहनपुर के बांक स्थित बैंक मोड़ व लतासरे गांव से साइबर आरोपी धीरज कुमार मंडल व दीपक कुमार मंडल को गिरफ्तार किया गया. वहीं पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.

फोन-पे का लिंक भेजकर उड़ाये पैसे

इसी सप्ताह जसीडीह थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव की रहने वाली एक युवती नेहा कुमारी को फोन पे का लिंक भेजकर 5057 रुपये की साइबर ठगी कर ली गई. नेहा ने साइबर थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की. उसने बताया कि उसके बैंक ऑफ इंडिया के एकाउंट से आठ बार में 5057 रुपये की ठगी की गयी है.

फोन-पे पर रिवार्ड देने का झांसा देकर ठगी

बीते 20 जुलाई को फोन-पे पर रिवार्ड देने का झांसा देकर एक युवती से 11299 रुपये की साइबर ठगी हो गयी. इस संबंध में युवती आंचल कुमारी ने साइबर थाने में शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की है. जानकारी के मुताबिक, आंचल के एकाउंट से आठ ट्रांजेक्शन कर अवैध रूप से रुपये निकाल लिये गये. उसे एक अज्ञात मोबाइल नंबर से कॉल आया. फोन-पे पर रिवार्ड चेक करने की बात कहते हुए उसे 4999 रुपये कैशबैक का झांसा दिया गया. उसे अपने आईडी से पैसे-पे करने की बात कहते हुए एक लिंक भेजा गया. इउस लिंक को आंचल ने टच की, तो आठ बार में उसके एकाउंट से 11299 रुपये कट गये.

टीचर्स से साइबर ठगी दो मामले

जसीडीह थाना क्षेत्र के पुनासी उत्क्रमित हाईस्कूल के एक शिक्षक व देवघर शहर के एक प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका से अलग-अलग घटना में 24700 रुपये की साइबर ठगी किये जाने का मामला सामने आया है. ये दोनों मामले बीते 19 जुलाई को सामने आए. दोनों शिक्षकों ने अपनी-अपनी शिकायत साइबर थाने में देकर कार्रवाई की मांग की है. जानकारी के मुताबिक पुनासी उत्क्रमित हाईस्कूल के शिक्षक ने रेलवे टिकट बनवाया था, जो कंफर्म नहीं हुआ था. कस्टमर केयर का नंबर निकालकर उसने कैंसिल किये टिकट का पैसा रिफंड करने का आग्रह किया. इसके बाद उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल आया और एक ऐप भेजकर अगले ने डिटेल्स भरवाया. इसके बाद उनके एकाउंट से 11000 रुपये की निकासी कर लिया. दूसरे मामले में बैजनाथपुर निवासी प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका ने ऑनलाइन प्रोडक्ट प्रमोशन का काम पकड़ी थी. उसी में इंस्टाग्राम, वाट्सअप व टेलीग्राम चैट से उससे डिटेल्स जानकारी ले ली गयी. प्रोडक्ट प्रमोशन के लिए उसे 30 प्रतिशत कमीशन देने की बात की गयी थी, लेकिन उसके एकाउंट संबंधी जानकारी लेने के बाद 11 ट्रांजेक्शन में उसके एकाउंट से 13700 रुपये की निकासी कर ली गयी. साइबर थाने की पुलिस दोनों मामलों की जांच में जुटी है.

नौकरी दिलाने का झांसा देकर सात लाख रुपये की ठगी

जसीडीह थाना क्षेत्र के बंका गांव निवासी रोहित कुमार को नौकरी दिलाने का झांसा देकर सात लाख रुपये की ठगी कर ली गयी. इस संबंध में पीड़ित ने थाने में डाबरग्राम पुलिस लाइन निवासी एक युवक के विरुद्ध शिकायत दी है. पीड़ित ने बताया कि है कि वर्ष 2018 में क्रिकेट खेलने के दौरान उसकी जान पहचान उक्त व्यक्ति के साथ हुई थी. इस दौरान उन्होंने कहा कि उसकी पहचान एफसीआई के वरीय पदाधिकारी से है, जहां पर नौकरी लगवा देंगे. पहले अनुबंध पर बहाल किया जायेगा, इसके बाद परमानेंट होगा, जिसके एवज में सात लाख रुपये देना होगा. उसके झांसे में आकर पीड़ित ने पहले 50,000 रुपये दिये. कुछ दिन बाद कागजात भेजने के नाम पर एक लाख रुपये लिया. इसके बाद पीड़ित ने किस्तों में सात लाख रुपये दिया था. साथ ही पीड़ित से उसके प्रमाण पत्र भी लिये थे, लेकिन नौकरी नहीं मिली. इसके कई दिन बीत जाने पर पीड़ित द्वारा नौकरी नहीं लगाने पर पीड़ित ने पैसे की मांग की, जिसपर व्यक्ति ने उसे एक चेक दिया. चेक बैंक में डालने पर बैक ने गलत चेक होने की बात कही. इसके बाद रुपये की मांग करने पर गाली-गलौज करते हुए जान मारने की धमकी देने लगा और मारपीट की. घटना को लेकर पीड़ित ने थाने में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है. फिलहाल, पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है.

एक दर्जन महिलाओं से राशन देने के नाम पर 15 लाख की ठगी

मोहनपुर के रिखिया थाना क्षेत्र के खपरोडीह मुहल्ले में स्थित एक संस्था पर जसीडीह थाना क्षेत्र के चकाई मोड़ की रहनेवाली कंचन वर्णवाल ने संस्था के छह कर्मियों पर अलग-अलग दिन में राशन देने के नाम पर एक दर्जन महिलाओं से करीब 15 लाख रुपये ठगी करने का आरोप लगायी है. इस संबंध में उन्होंने थाने में शिकायत दी है. पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए छानबीन में जुट गयी है. आवेदन में पिंकी अग्रवाल से 1.20 लाख, संगीता देवी से 2.6 लाख, किरण देवी से 1.25 लाख, रामरूपी देवी से 1.42 लाख, मनोरमा देवी से 1.50 लाख, प्रतिमा देवी से 1.20 लाख, संगीता देवी से 1.30 लाख, अंजनी वर्णवाल से 90 हज़ार, सविता देवी से 1.40 लाख, ज्ञानती देवी से 1.11 लाख व लक्ष्मी देवी से 50 हजार रुपये की ठगी का आरोप लगाया है.

जसीडीह स्टेशन चौक पर झांसा देकर गाड़ी में बैठाया, फिर ऐसे की ठगी

जसीडीह थाना क्षेत्र के स्टेशन चौक पर ठगों ने एक अधेड़ को झांसा देकर कार में बैठाया और हनुमान नगर मोड़ के पास ले जाकर उससे 18,000 रुपये व मोबाइल की ठगी कर ली. घटना के संबंध में पीड़ित बिहार के बांका जिला अंतर्गत कटोरिया थाना क्षेत्र के तेलंगवा गांव निवासी पेतराम यादव ने थाना पहुंच कर अज्ञात के विरुद्ध शिकायत दी है. इसके बाद थाना के पुलिस पदाधिकारी ने जांच की. जांच के दौरान पुलिस ने बाजार में लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला. पीड़ित ने बताया कि मंगलवार की सुबह वे हावड़ा से 13029 हावड़ा-मोकामा एक्सप्रेस ट्रेन से जसीडीह स्टेशन पहुंचे. इसके बाद अपने घर जाने के लिए स्टेशन परिसर से बाहर निकले. इसी क्रम में स्टेशन चौक पर एक युवक आया और बोला कि उसके मित्र वाहन लेकर आ रहे हैं, जो कटोरिया प्रखंड के बीडीओ के पास रहता है और सरकारी योजनाओं की राशि का वितरण करता है.

साथ में घर जाने की बात कह कर ठग ने शख्स को मारुति कार में बैठा लिया. इसके बाद रास्ते में वाहन रोक दिया और वाहन में बैठे तीन युवक ने कहा कि वाहन में कैमरा लगा हुआ है और सरकारी राशि लेकर जा रहा है. इसके बाद झांसा देकर उससे 18,000 रुपये व मोबाइल ले लिया और कुछ देर में वापस आने की बात कह कर फरार हो गये. पीड़ित ने काफी देर तक इंतजार किया, बाद में उसकी खोजबीन की, लेकिन किसी प्रकार की जानकारी नहीं मिली. इसके बाद थाना पहुंच कर घटना की जानकारी दी. जानकारी मिलते ही पुलिस पदाधिकारी ने घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की. पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है.

लुधियाना से लौट रहे मजदूर दंपती को झांसा देकर ठगी

पंजाब के लुधियाना से मजदूरी कर लौट रहे गोड्डा जिले के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के डहरनी गांव निवासी दंपती को जसीडीह स्टेशन के बाहर तीन अज्ञात लोगों ने झांसे में लेकर कार पर बैठाया और रास्ते में उनलोगों से नगदी 11000 रुपये व मोबाइल की ठगी कर ली. इसके बाद उक्त दंपती को पैसे सहित मोबाइल की जांच कराकर लौटने की बात कहते हुए सत्संग के समीप गाड़ी से उतार दिया और वे लोग फरार हो गये. काफी देर तक कार सवार तीनों लोग नहीं आये तो गोड्डा के डहरनी गांव निवासी अजय महतो व उसकी पत्नी कंचन देवी को ठगे जाने का अहसास हुआ. इसके बाद वे लोग रोते हुए शिकायत देने नगर थाना पहुंचे. मामला बीते 22 जुलाई का है.

एक सप्ताह में तीन राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस पहुंची देवघर

साइबर ठगों की तलाश में झारखंड के अलग-अलग जिलों की पुलिस तो देवघर पहुंच ही रही है. इसके अलावा अन्य राज्य की पुलिस भी यहां छापेमारी करने पहुंची. 18 जुलाई को तीन राज्यों की पुलिस ने देवघर में छापामारी की. देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के मोरने गांव में महाराष्ट्र पुलिस और खरगडीहा व घोरमारा गांव में यूपी की साइबर पुलिस ने छापेमारी की. इसके अलावा राजस्थान पुलिस भी साइबर आरोपी की तलाश में जसीडीह पहुंची थी. साइबर ठगी के आरोपी की तलाश में राजस्थान की पुलिस ने जसीडीह पुलिस के सहयोग से थाना क्षेत्र के सरसा रोड, खड़हरा गांव में छापेमारी की. इधर, पुलिस के आने की भनक लगते ही साइबर आरोपी फरार हो गए. इसके अलावा केंद्र शासित प्रदेश दादर नगर हवेली की पुलिस भी देवघर में अपनी कार्रवाई कर चुकी है.

मंगलवार, 25 जुलाई को महाराष्ट्र के पूना सिटी डेक्कन थाना की पुलिस साइबर आरोपी की तलाश में देवघर पहुंची. छापेमारी टीम एसआई गणेश मोरे के नेतृत्व में देवघर आयी है. उन्होंने बताया कि एक साइबर ठगी के मामले में सुखजोरा निवासी राजकुमार प्रमोद मंडल की तलाश है. यहां नगर थाना पहुंचकर उन्होंने जानकारी ली. इसके बाद वे गंतव्य के लिए रवाना हो गये. डेक्कन पुलिस थाने में आरोपित के खिलाफ साइबर ठगी की प्राथमिकी दर्ज है.

साइबर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लातेहार पुलिस पहुंची मोहनपुर

झारखंड के अलग-अलग जिलों की पुलिस भी साइबर अपराधियों की तलाश में आये दिन देवघर पहुंचती है. बीते मंगलवार को भी मोहनपुर थाना क्षेत्र के बांक गांव में साइबर अपराधी की गिरफ्तारी के लिए मंगलवार को लातेहार पुलिस मोहनपुर पहुंची. इस दौरान स्थानीय पुलिस के सहयोग से साइबर आरोपी कमल किशेर मंडल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की, लेकिन वह पकड़ नहीं आया. इसके बाद घोरमारा के बांक में चार सदस्यीय टीमों के साथ साइबर पुलिस कैंप कर रही है. साइबर थाने के अधिकारी कुंदन कुमार ने बताया कि चंदवा थाना में तीन वर्ष पहले साइबर ठगी की अप्राथमिकी दर्ज की गयी थी. वहीं मामले के अनुसंधान में आरोपित का नाम सत्य पाया गया है. पुलिस गिरफ्तारी के लिए बांक व लतासारे गांव में छापेमारी कर रही है.

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