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झारखंड के देवघर में फोन-पे पर कैशबैक का झांसा देकर करते थे ठगी, 5 साइबर ठगों को पुलिस ने दबोचा

Cyber Crime In Jharkhand, देवघर न्यूज : साइबर थाने (cyber police station) की पुलिस ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर साइबर ठगी करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने छापामारी कर इनके पास से 15 मोबाइल समेत 22 सिमकार्ड व एक एटीएम कार्ड बरामद किया.

By Prabhat Khabar Digital Desk | July 24, 2021 2:31 PM

Cyber Crime In Jharkhand, देवघर न्यूज : साइबर थाने (cyber police station) की पुलिस ने तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर साइबर ठगी करने वाले पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने छापामारी कर इनके पास से 15 मोबाइल समेत 22 सिमकार्ड व एक एटीएम कार्ड बरामद किया.

साइबर थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना पर करौं थाना क्षेत्र के बदिया सहित मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के लहरजोरी बड़बाद, मधुपुर थाना क्षेत्र के मिसरना व कुंडा थाना क्षेत्र के गौरीपुर गांव में छापामारी अभियान (raiding operation) चलाया. इस दौरान फोन-पे (phonepe) में कैशबैक का झांसा (cashback scam) देकर साइबर ठगी करने वाले पांच युवकों को गिरफ्तार किया गया. ये जानकारी साइबर थाना द्वारा दी गयी.

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गिरफ्तार साइबर आरोपियों (cyber accused) में करौं थाना क्षेत्र के बदिया गांव निवासी शौकत अंसारी, मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के लहरजोरी बड़बाद निवासी अफसर अंसारी, मधुपुर के मिसरना गांव निवासी बलराम मंडल, गौतम मंडल व कुंडा थाना क्षेत्र के गौरीपुर गांव निवासी मुन्ना दास शामिल हैं. इनलोगों के पास से छापामारी टीम ने 15 मोबाइल (Mobile) सहित 22 सिमकार्ड (SIM card) व एक एटीएम कार्ड (ATM card) बरामद किया.

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पूछताछ में इन साइबर आरोपियों ने पुलिस को बताया कि साइबर ठगी (cyber fraud) की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं. फोन-पे ग्राहक (phone pay customer) को कैशबैक का झांसा देकर विभिन्न इ-वॉलेट पे यू मनी (E-Wallet Pay You Money) , फ्री चार्ज (free charge) से ठगी करते हैं. ये साइबर अपराधी फर्जी बैंक अधिकारी (fake bank officer) बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें एटीएम बंद होने का झांसा देकर ठगी करते हैं. इसके अलावा केवाइसी अपडेट (KYC Update) कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है. फोन-पे, पेटीएम (Paytm) में पीड़ित का एटीएम नंबर जोड़कर एड मनी कर ओटीपी प्राप्त करते हैं और साइबर ठगी करते हैं. टीम व्यूवर व क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल कराकर झांसे से ग्राहकों को फोन कर ओटीपी (OTP) प्राप्त कर साइबर ठगी करते हैं.

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पूछताछ में आरोपियों ने अपना अपराध कबूल कर लिया है. वहीं आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल में साइबर अपराध (Cyber ​​crimes) से सबंधित काफी साक्ष्य मिले हैं, जिसे खंगाला जा रहा है. यह छापामारी साइबर थाने की पुलिस ने एसपी धनंजय कुमार सिंह के निर्देश पर की. साइबर डीएसपी नेहा बाला के नेतृत्व में गठित छापामारी टीम में साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुधीर कुमार पोद्दार, संगीता कुमारी, एसआइ रूपेश कुमार, अघनु मुंडा, रमेश मुंडा, पंकज कुमार निषाद, रमेश मुंडा, संगीता कुमारी रजवार, अतीश कुमार, अमित कुमार, स्वरूप भंडारी, अवधेश बाड़ा के अलावा सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे.

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Posted By : Guru Swarup Mishra

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