देवघर: साइबर थाना की पुलिस ने सारठ थाना क्षेत्र के नया खरना गांव व पालोजोरी थाना क्षेत्र के पथरघटिया गांव में गुप्त सूचना पर छापेमारी कर साइबर ठगी के 16 आरोपियों को गिरफ्तार किया. इन साइबर आरोपियों के पास से पुलिस की छापेमारी टीम में 33 मोबाइल सहित 50 फर्जी सिमकार्ड, एक एसबीआई कियोस्क कार्ड व पांच एटीएम कार्ड बरामद किया है. इन आरोपियों से बरामद मोबाइल में पूरे भारत के 126 क्राइम लिंक मिले हैं, जिसकी जांच की जा रही है.
साइबर थाना द्वारा विज्ञप्ति के जरिये इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया गया कि गिरफ्तार साइबर आरोपियों में दुमका जिला के मसलिया थाना क्षेत्र के धावाडंगाल निवासी सफाउल अंसारी, खुटोजोरी निवासी गुलाम अंसारी, पाटनपुर निवासी अशीर अंसारी, पालोजोरी थाना क्षेत्र के पथरघटिया निवासी रशीद अंसारी, मिथुन अंसारी, सईम अंसारी, सज्जाद अंसारी, हुसैन अंसारी, समीर अंसारी, सत्तार अंसारी, रहमत अंसारी, पहरुडीह निवासी कलामुद्दीन अंसारी, महुआडाबर निवासी मुजफ्फर अंसारी, सारठ थाना क्षेत्र के नया खरना निवासी मुकेश दास, पप्पू दास व धनंजय दास शामिल है.
बताया गया कि आरोपी सईम, सज्जद व पप्पू के खिलाफ साइबर अपराध का रिकॉर्ड है. आरोपी मुकेश मध्य प्रदेश के साइबर ठगी कांड में वांछित है. वहां की पुलिस मुकेश को रिमांड में ले जाने की तैयारी कर रही है. साइबर थाना द्वारा बताया गया कि पकड़े गये आरोपियों द्वारा गूगल सर्च इंजन पर कूरियर सर्विस व कस्टमर केयर हेल्पलाइन सर्विस का विज्ञापन चलाकर झांसे में लिया जाता था और सर्वे लिंक भेजकर बैंक डिटेल्स लेने के बाद ऑनलाइन ठगी की जाती थी. आमलोग अगर अपनी समस्या को लेकर इनलोगों के फर्जी नंबरों पर कॉल करते थे, तो अलग-अलग एप डाउनलोड कराकर उनलोगों के बैंक डिटेल्स लेने के बाद एकाउंट से निकासी कर ली जाती थी. इसके अलावा सरकारी, गैर सरकारी व कंपनियों के वेबसाइट के लूप होल चिह्नित कर लाभुकों को झांसे में लेने के बाद भी ठगी की जाती थी.