Cyber Crime news, Deoghar news : देवघर (आशीष कुंदन) : कभी बैंक अधिकारी, तो कभी केवाईसी के नाम पर ठगी करने वाले साइबर क्रिमिनल हर दिन नये-नये तरीके ढूंढ कर लोगों से ठगी कर रहे हैं. अब तो पीएम जनधन योजना के नाम पर भी लोगों से ठगी की जा रही है. इसके अलावा अन्य माध्यमों से साइबर क्रिमिनल लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं. इसी योजना को अमलीजामा पहनाने जुटे 18 साइबर क्रिमिनल की गिरफ्तारी देवघर पुलिस ने की है. पुलिस ने गिरिडीह समे देवघर के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी कर 18 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है.
प्रशिक्षु आईपीएस कपिल चौधरी के नेतृत्व में गठित टीम ने मारगोमुंडा थाना क्षेत्र के खिजुरियाटांड़ गांव सहित करौं थाने के गोविंदपुर एवं सिंहपुर, सारठ के पथरड्डा ओपी क्षेत्र के पिछड़ीबाद डुमरिया एवं पथरौल थाना क्षेत्र के भैरों गांव में छापेमारी कर 18 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया. पुलिस ने इनके पास से 55000 रुपये नकद सहित 28 मोबाइल, 51 सिम कार्ड, 11 पासबुक, 16 एटीएम और 3 बाईक बरामद की है.
रविवार को पुलिस कार्यालय में आयोजित एक प्रेस वार्ता में एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि साइबर क्रिमिनल किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के उद्देश्य से जुटे हैं. इसी सूचना के आधार पर एसपी ने टीम गठित कर छापेमारी करने का निर्देश दिया. इसी का परिणाम है कि विभिन्न क्षेत्रों से 18 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार करने में पुलिस को सफलता मिली है.
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गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह- तरह के हथकंडे अपनाते हैं. साइबर क्रिमिनल कभी फर्जी बैंक अधिकारी बनकर फोन करते हैं और उन्हें बताते हैं कि उनका एटीएम बंद होने वाला है, तो कभी केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर ठगी की जाती है. इसके अलावा फोन-पे और पेटीएम मनी रिक्वेस्ट भेजकर ओटीपी की जानकारी लेने के बाद ठगी की जाती है. इतना ही नहीं, गूगल सर्च इंजन पर विभिन्न वॉलेट एवं बैंक के फर्जी कस्टमर केयर नंबर का विज्ञापन देकर आमलोगों को सहयोग के नाम पर ठगी की जाती है. टीम व्यूवर एवं क्विक स्पोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल कराकर गूगल से मोबाइल नंबर का 4 डिजिट खोजकर एवं खुद से रेंडमली 6 डिजिट जोड़कर साइबर ठगी का काम किया जाता है. इसके अलावे पीएम जनधन योजना के नाम से पैसा भेजने का प्रलोभन देकर और ओटीपी की जानकारी लेकर भी ठगी की जाती है.
पुलिस ने साइबर ठगी के आरोप में मारगोमुंडा बाजार निवासी प्रद्युम्न कुमार मंडल, खिजुरियाटांड़ निवासी जगत कुमार मंडल, टिकल मंडल, वीरेंद्र कुमार मंडल, गिरिडीह जिले के ताराटांड़ थाना क्षेत्र के पिंडरिया गांव निवासी उमेश मंडल, करौं थाना क्षेत्र के गोविंदपुर गांव निवासी मिथिलेश कुमार रमानी, चंदन कुमार यादव, बबलू कुमार, अरविंद दास, छोटेलाल दास, पप्पू कुमार दास, बसंत कुमार दास, करौं थाना क्षेत्र के सिंहपुर निवासी मुन्ना सिंह, सारठ के पथरड्डा ओपी क्षेत्र के पिछड़ीबांध डुमरिया गांव निवासी बबलू कुमार दास और पथरौल थाना क्षेत्र के भैरो गांव निवासी अनिल दास, कपिलदेव दास, दिलीप दास एवं सुमन दास को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार इन साइबर क्रिमिनल के पास से पुलिस ने नकद 55000 रुपये सहित 28 मोबाइल, 51 सिम कार्ड, 11 पासबुक, 16 एटीएम, एक चेकबुक एवं 3 बाईक बरामद किया है.
प्रशिक्षु आईपीएस के नेतृत्व में गठित छापेमारी टीम में डीएसपी मुख्यालय मंगल सिंह जामुदा, साइबर थाना प्रभारी कलीम अंसारी, इंस्पेक्टर संगीता कुमारी, मारगोमुंडा थाना प्रभारी खदी कुजूर, करौं थाना प्रभारी राजेश टुडू, पाथरौल थाना प्रभारी एके टोपनो, पथरड्डा ओपी प्रभारी के अलावे साइबर थाने के इंस्पेक्टर होनहागा, एसआई अविनाश कुमार गौतम, अजय कुमार यादव, प्रेम प्रदीप कुमार, रूपेश कुमार, कुमार गौरव, मनोज कुमार मुर्मू, आतिश कुमार, संगीता रजवार, स्वरूप भंडारी, अवधेश बाड़ा, सुनील चौधरी, पुष्पेश्वर दास, राजेश कुमार, पंकज कुमार निषाद, पुलिसकर्मी मंगल टुडू, इमानुएल मरांडी, प्रदीप कुमार मंडल, जयराम पंडित, सोमलाल मुर्मू, वरुण कुमार दरवे, तीरथ कुमार सिंह, प्रेमसागर पंडित, नुनेश्वर ठाकुर, श्यामपद सिंह, सपन कुमार मंडल, दिनेश चौधरी, सामुएल मुर्मू, राजेश कुमार, रोहित सिंह, अशोक कुमार ठाकुर एवं रतन दुबे शामिल थे.
Posted By : Samir Ranjan.