Jharkhand Cyber Crime News : अलग- अलग तरीके से लोगों से ठगी करता साइबर क्रिमिनल, देवघर में कई सामान समेत 12 आरोपी गिरफ्तार
Jharkhand Cyber Crime News (देवघर) : झारखंड के बाबा नगरी में साइबर क्रिमिनल अपना पैर पसरा लिया है. हर दिन किसी न किसी को अलग- अलग तरीके से ठगी कर रहा है. इसी सिलसिले में देवघर साइबर थाना की पुलिस ने 12 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है. इन साइबर क्रिमिनल के पास से पुलिस ने 3 लैपटाॅप, 19 मोबाइल फोन, 28 सिम कार्ड, 2 पासबुक, एक चेकबुक, 6 ATM समेत एक बुलेट बरामद किया है. इस बात की जानकारी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने पत्रकारों को दी.
Jharkhand Cyber Crime News (आशीष कुंदन, देवघर) : झारखंड के बाबा नगरी में साइबर क्रिमिनल अपना पैर पसरा लिया है. हर दिन किसी न किसी को अलग- अलग तरीके से ठगी कर रहा है. इसी सिलसिले में देवघर साइबर थाना की पुलिस ने 12 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है. इन साइबर क्रिमिनल के पास से पुलिस ने 3 लैपटाॅप, 19 मोबाइल फोन, 28 सिम कार्ड, 2 पासबुक, एक चेकबुक, 6 ATM समेत एक बुलेट बरामद किया है. इस बात की जानकारी एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा ने पत्रकारों को दी.
देवघर एसपी अश्विनी कुमार सिन्हा के निर्देश पर साइबर थाने की पुलिस ने करौं थाना क्षेत्र के नागादरी, जगाडीह, मारगोमुण्डा थाना क्षेत्र के खिजुरियाटांड़, पालोजोरी थाना क्षेत्र के पथरघटिया, महुआडाबर व सारवां थाना क्षेत्र के ललुवाडीह गांव में छापेमारी कर 12 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है.
जानें गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल की मोडस ऑपरेंडी
एसी श्री सिन्हा ने कहा कि गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल अलग-अलग तरीके से झांसे देकर लोगों की गाढ़ी कमाई उड़ा ले रहे हैं. पूछताछ में साइबर क्रिमिनल ने बताया कि विभिन्न बैंकों के अधिकारी बनकर लोगों को कॉल कर वे लोग ठगी करते हैं. केवाईसी अपडेट का झांसा देकर बैंक की सारी जानकारी हासिल कर लोगों के खाते में रखे रकम को मिनटों में खाली कर देते हैं. फोन-पे, पेटीएम मनी रिक्वेस्ट भेजकर झांसे से ओटीपी लेने के बाद ठगी करते हैं.
इतना ही नहीं ये लोग गूगल सर्चइंजन पर विभिन्न इलेक्ट्रोनिक एप्प के साईट पर जाकर उसमें भी अपना मोबाइल नंबर को ग्राहक अधिकारी के नंबर की जगह डाल देते हैं. कोई ग्राहक उस नंबर को ग्राहक सेवा अधिकारी का नंबर समझ कर डायल करते हैं और झांसे में आकर सभी जानकारी आधार नंबर आदि साझा कर देते हैं. इसके बाद उन नंबरों के लिंक खाते को वे लोग मिनटों में साफ कर देते हैं.
टीम व्यूवर, क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल कराकर गूगल पर मोबाइल का पहला चार डिजिट नंबर सर्च करते हैं और खुद से छह डिजिट जोड़कर रेंडमली साइबर ठगी करते हैं. यूपीआइ वॉलेट से ठगी किये ग्राहकों को पुन: एकाउंट में रिफंड का झांसा देकर पीड़ित के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर में कुछ जोड़कर वर्चुअल फर्जी एकाउंट बनाने के बाद यूपीआइ पिन लॉगिन कराकर भी ठगी कर रहे हैं.
इन साइबर क्रिमिनल की हुई गिरफ्तारी
गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल में करौं थाना क्षेत्र के जगाडीह गांव निवासी विशाल कुमार मंडल, बालदेव मंडल, नागादरी गांव निवासी सगा भाई अख्तर अंसारी व असरफ अंसारी, मारगोमुण्डा थाना क्षेत्र के खिजुरियाटांड़ गांव निवासी बाबुमुनि मंडल, राहुल कुमार मंडल, पालोजोरी थाना क्षेत्र के पथरघटिया गांव निवासी सज्जाद अंसारी, आमीर अंसारी, मोइनुद्दीन अंसारी, महुआडाबर गांव जमशेद अंसारी और सारवां थाना क्षेत्र के ललुआडीह गांव निवासी सगा भाई सफीक अंसारी व शमीम अंसारी शामिल है. गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल के पास से बरामद मोबाइल में अपराध से सबंधित काफी साक्ष्य मिले हैं. वहीं, उनलोगों के बरामद पासबुक से संदिग्ध ट्रांजेक्शन के भी साक्ष्य पाये गये हैं. मामले को लेकर साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है.
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एसपी श्री सिन्हा ने बताया कि दोनों लैपटॉप साइबर क्रिमिनल आमीर के पास से बरामद हुआ है. वहीं, बुलेट बाइक विशाल के पास से मिला है. कोविड जांच के बाद गिरफ्तार सभी साइबर क्रिमिनल को कोर्ट में पेश किया जायेगा. फिर कोर्ट के निर्देश पर इन सभी को न्यायिक हिरासत में भेजा जायेगा.
दूसरी ओर, पुलिस विभाग गिरफ्तार 12 साइबर क्रिमिनल का आपराधिक रिकॉर्ड खंगाल रही है. इधर, प्रेस वार्ता में साइबर डीएसपी नेहा बाला, प्रभारी देवघर एसडीपीओ सह मुख्यालय डीएसपी मंगल सिंह जामुदा, साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुधीर पौद्दार व एसआइ रूपेश कुमार भी मौजूद थे.
Posted By : Samir Ranjan.