गेम डाउनलोड कराकर साइबर क्रिमिनल कर रहे हैं ठगी, देवघर के विभिन्न थाना क्षेत्र से 15 आरोपी गिरफ्तार

संताल में साइबर क्रिमिनल्स सक्रिय है. अब गेम डाउनलोड कराकर लोगों से ठगी कर रहे हैं. इसका खुलासा देवघर में 15 साइबर क्रिमिनल की गिरफ्तारी से हुआ है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से मोबाइल, सिमकार्ड, पासबुक, चेकबुक और लैपटाॅप पुलिस ने बरामद किया है.

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 6, 2021 4:44 PM

Jharkhand Cyber Crime News (देवघर) : साइबर क्रिमिनल हर दिन किसी न किसी तरह से लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं. कभी बैंक अधिकारी बन कर, तो कभी अन्य तरीके से. इन दिनों KYC अपडेट और ड्रीम-11 गेम डाउनलोड कराकर साइबर क्रिमिनल लोगों को ठग रहे हैं. इसी कड़ी में साइबर थाने की पुलिस ने देवघर के विभिन्न थाना क्षेत्र में छापामारी कर 15 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है. इस बात की जानकारी डीएसपी मंगल सिंह जामुदा और साइबर डीएसपी नेहा बाला ने संयुक्त रूप से दी.

उन्होंने बताया कि साइबर थाने की पुलिस ने गुप्त सूचना के अाधार पर करौं थाना क्षेत्र के दिगबाद, पाथरौल थाना क्षेत्र के करैयाटांड़, पथरड्डा ओपी क्षेत्र के करहैया, कुंडा थाना क्षेत्र के गौरीपुर, तेतरिया व बांधडीह गांव में छापामारी अभियान चलाया. इस दौरान MTNL मोबाइल का KYC कराने व ड्रीम-11 गेम डाउनलोड कराकर साइबर ठगी करने वाले 15 साइबर क्रिमिनल को गिरफ्तार किया है.

ठगी के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं साइबर क्रिमिनल

गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल्स ने पुलिस को बताया कि साइबर ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं. फोन-पे ग्राहक को कैशबैक का झांसा देकर विभिन्न इ-वॉलेट पे यू मनी, फ्री चार्ज से ठगी करते हैं. साथ ही बैंक अधिकारी बनकर लोगों को फोन करते हैं और उन्हें एटीएम बंद होने का झांसा देकर ठगी करते हैं.

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इसके अलावा केवाइसी अपडेट कराने के नाम पर भी ठगी की जाती है. फोन-पे, पेटीएम में पीड़ित का एटीएम नंबर जोड़कर एड मनी कर ओटीपी प्राप्त करते हैं और साइबर ठगी करते हैं. टीम व्यूवर व क्विक सपोर्ट जैसे रिमोट एक्सेस एप इंस्टॉल कराकर झांसे से ग्राहकों को फोन कर ओटीपी प्राप्त कर साइबर ठगी करते हैं. अब तो ड्रीम-11 गेम डाउनलोड करने के नाम पर ठगी की जा रही है.

इन साइबर क्रिमिनल्स की हुई गिरफ्तारी

गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल्स में कुंडा थाना क्षेत्र के गौरीपुर गांव निवासी अनुज मंडल, तेतरिया गांव निवासी उदित कुमार दास, बांधडीह गांव निवासी सगा भाई किशोर कुमार दास, कमलेश कुमार दास, बांधडीह गांव स्थित मामाघर से गिरफ्तार मधुपुर के दुलीडीह गांव निवासी रोहित दास, ससुराल तेतरिया गांव से गिरफ्तार करौं थाना क्षेत्र के जांत गांव निवासी चंदन दास, पथरड्डा ओपी क्षेत्र के करहैया गांव निवासी नंदलाल कुमार, करौं थाना क्षेत्र के दिगबाद गांव निवासी सगा भाई पवन मंडल, मुकेश मंडल के अलावा उसी गांव का भारत कुमार मंडल, अभिमन्यु मंडल, रुपेश मंडल, तुलसी मंडल, नंदलाल मंडल व पाथरौल थाना क्षेत्र के करैयाटांड़ निवासी नित्यानंद दास शामिल है.

पुलिस ने गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल्स के पास से छापेमारी टीम ने 27 मोबाइल सहित 36 सिमकार्ड, 15 एटीएम कार्ड, चार पासबुक, चार चेकबुक व एक लैपटॉप बरामद किया है. लैपटॉप उदित कुमार दास के पास से बरामद हुआ. पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल्स ने जहां अपना अपराध कबूल किया, वहीं बरामद मोबाइल में साइबर अपराध से संबंधित काफी साक्ष्य भी मिले हैं, जिसे खंगाला जा रहा है. यह छापामारी अभियान साइबर थाने की पुलिस ने एसपी धनंजय कुमार सिंह के निर्देश पर की.

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किशोर व अनुज का रहा है आपराधिक इतिहास

दोनों डीएसपी ने बताया कि गिरफ्तार साइबर क्रिमिनल्स में से किशोर और अनुज का पूर्व से आपराधिक इतिहास रहा है. किशोर के खिलाफ 18 नवंबर, 2015 को नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई थी. वहीं, अनुज पश्चिम बंगाल के फरक्का थाना में धोखाधड़ी व आइटी एक्ट की धारा में दर्ज मामले में वांछित है.

छापेमारी टीम में थे ये सभी पदाधिकारी

छापेमारी टीम में साइबर थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुधीर कुमार पौद्दार, महेंद्र दास, एसआइ पंकज कुमार निषाद, अघनु मुंडा, रमेश मुंडा, संगीता कुमारी रजवार, अतीश कुमार, मनोज मुर्मू, मो अफरोज के अलावा सशस्त्र पुलिस बल शामिल थे.

Posted By : Samir Ranjan.

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