देवघर : साइबर क्राइम के लिए बदनाम हो चुके संथाल परगना के जामताड़ा के बाद देवघर का भी नाम इससे जुड़ गया है. आइसीआइसीआइ बैंक के देश के अलग-अलग भागों के 59 ग्राहकों के खाते से 1 करोड़ 1 लाख 93 हजार 718 रुपये उड़ा लिये. इस संबंध में आइसीआइसीआइ बैंक की देवघर शाखा के प्रबंधक चैतन्य कुमार ने साइबर थाना में इस संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
बताया गया है कि आइसीआइसीआइ बैंक के अलग-अलग जगहों के 74 ग्राहकों को साइबर क्रिमिनल्स ने फोन किया था. इनमें से 59 लोगों की डिटेल लेकर उनके खाते से पैसे निकाल लिये. लोगों का खाता खाली करने वाले आरोपितों की जांच की गयी, तो उनका लोकेशन देवघर में मिला. पुलिस इन सभी अपराधियों का पता लगाने में जुट गयी है.
जसीडीह थाना का रूटीन निरीक्षण करने पहुंचे एसपी पीयूष पांडेय ने पत्रकारों को बताया कि मुंबई सहित भारत के अलग-अलग शहरों के ग्राहकों को बैंककर्मी लोगों को फोन करते थे और एसएमएस भेजते थे. लोगों से डिटेल लेकर उनके खाते से पैसे उड़ा लेते थे. साइबर डीएसपी नेहा बाला के नेतृत्व में एक टीम मामले की जांच कर रही है. बहुत जल्द मामले का भंडाफोड़ हो जायेगा.
शाखा प्रबंधक चैतन्य कुमार ने साइबर थाना में दर्ज करायी गयी अपनी शिकायत में कहा है कि साइबर अपराधियों ने खाताधारकों को फोन करके खुद को बैंक अधिकारी बताया. केवाइसी अपडेट करने के नाम पर सभी लोगों से उनकी डिटेल ले ली और खाते से पैसे निकाल लिये. इन्होंने चेतावनी दी कि यदि केवाइसी अपडेट नहीं करेंगे, तो खाता बंद हो जायेगा. जिन लोगों के खाते से पैसे उड़ाये गये, वे देश के कई राज्यों के हैं.
देवघर साइबर थाना की पुलिस ने बताया कि बैंक को इसकी जानकारी मिली, तो उन्होंने इसकी छानबीन शुरू की. इसी दौरान पता चला कि ठगी में प्रयोग किये गये सभी मोबाइल नंबर देवघर जिला के मिले. उसी आधार पर बैंक ने मामले की प्राथमिकी देवघर साइबर थाना में दर्ज करायी. एक ही बैंक के इतने खातों से इतनी बड़ी रकम की निकासी से बैंक अधिकारियों के होश उड़ गये हैं.
साइबर अपराधियों ने देवघर के अलग-अलग दो लोगों के खाते से 16,800 रुपये निकाल लिये हैं. इस संबंध में पाथरौल थाना क्षेत्र के भेडो गांव निवासी मनोज रवानी और सारवां थाना क्षेत्र के गोलाबाजर गांव निवासी बसंत कुमार दास ने अपनी-अपनी शिकायत साइबर थाना में देकर कार्रवाई की मांग की है. उल्लेखनीय है कि देवघर जिला के मोहनपुर और पालाजोड़ी इलाके साइबर अपराधियों के गढ़ माने जाते हैं.