देवघर नगर थाना क्षेत्र के बरमसिया मुहल्ला निवासी एक युवती से 18 हजार रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. युवती ने साइबर थाने में आवेदन देकर बताया कि, उसने घर का सामान मंगाने के लिए एक साइट के कस्टमर केयर नंबर पर कॉल किया. बहुत देर तक रिंग होने के बाद भी कॉल रिसीव नहीं हुआ. इसके बाद किसी अमन अंसारी नामक एक शख्स ने खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताया तो उसे ऑनलाइन सामान का ऑर्डर भी दिया. अमन अंसारी द्वारा दिये गये नंबर पर 18,000 रुपये का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी कर दिया. मगर अबतक उसे न सामान मिला और ना ही उसके रुपये लौटाये जा रहे हैं. आवेदन के आधार पर साइबर पुलिस मामले की छानबीन में जुट गयी है.
साइबर ठगी मामले में नौ आरोपियाें की जमानत अर्जी खारिज
देवघर एडीजे दो सह विशेष न्यायाधीश अशोक कुमार (तीन ) की अदालत द्वारा साइबर ठगी मामले के नौ आरोपियों को राहत नहीं दी गयी. इस मामले के नौ आरोपियों विकास कुमार दास, गौतम कुमार दास, जितेंद्र ठाकुर, पलटन पोद्दार उर्फ पलटन कुमार पोद्दार, संजय महरा, रंजीत कुमार, पंकज कुमार दास, मुन्ना दास एवं रोहित दास की ओर से दाखिल जमानत आवेदन पर सुनवाई की गयी, जिसमें सरकारी एवं बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं की बहस सुनी गयी. साथ ही पुलिस द्वारा भेजी गयी केस डायरी का अवलोकन किया गया, पश्चात सभी सात आरोपियों की जमानत अर्जी खारिज कर दी गयी. अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उक्त आदेश पारित किया. मालूम हो कि इन आरोपियों के विरुद्ध साइबर थाना देवघर में केस दर्ज हुआ है, जिसमें गैर जमानती धाराएं लगायी गयी हैं. सभी आरोपी 28 फरवरी 2024से जेल में बंद है.
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