सारठ : बरमसिया के ग्रामीण ने की रोड निर्माण की मांग, सड़क नहीं तो वोट नहीं का लिया निर्णय
लोकसभा चुनाव में अपनी मांगों को लेकर देवघर जिले के सारठ प्रखंड में ग्रामीणों ने वोट नहीं देने का निर्णय लिया है. ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से सड़क निर्माण कराने की उनकी मांग पूरी नहीं की गयी है.
सारठ . प्रखंड क्षेत्र के बरमसिया गांव के ग्रामीणों ने जर्जर सड़क का निर्माण नही होने से आक्रोश जताते हुए लोकसभा चुनाव में वोट बहिष्कार करने का निर्णय लिया है और लेकर लोगों को एकजुट कर रहे हैं. मामला दुमदुमी पंचायत का है, जिसके गांव बरमसिया के ग्रामीणों का कहना है कि लंबे समय से रोड जर्जर है. कई बार सड़क बनाने की मांग की गयी. लेकिन कुछ नहीं हुआ. यह गांव देवघर ओर जामताड़ा जिले की सीमा पर स्थित है. ग्रामीण अख्तर हुसैन, मेफुज आलम, मदन यादव, संजय यादव, यूसुफ मिया, इरशाद अंसारी, साकिब अंसारी, मनोज यादव, निवास यादव, फेनी मांझी, दिलावर अंसारी, हबीब मियां, बशीर मियां,अलीमुद्दीन मियां,मुजफर हुसैन, नरेश मांझी, मिराज अंसारी,साबिर हुसैन, नवाज शरीफ समेत कइयों ने बताया कि दुमदुमी पंचायत के शेरडीह – बरमसिया भाया सरंडा,लखीतांट रोड की जर्जरता से कई वर्षों से ग्रामीणों को दो चार होना पड़ रहा है. मांग के बावजूद अल्पसंख्यक गांव होने के कारण विकास से उपेक्षित किया जा रहा है.पथ की जर्जरता से बाइक से दूर पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. ग्रामीण के साथ पंचायत के मुखिया मो शमीम अंसारी ने भी कहा कि कई बार पथ निर्माण को लेकर मांग रखी पर किसी ने ध्यान नही दिया. ऐसे में ग्रामीण वोट बहिष्कार का निर्णय ले रहे है.
मुखिया के घर जाने में भी ग्रामीणों को होती है परेशानी
ग्रामीमों ने बताया कि पंचायत के मुखिया मो शमीम अंसारी के पैतृक गांव बरमसिया जाने के लिए भी पगडंडियों के सहारे होकर जाना पड़ता है. ग्रामीणों के शिकायत पर मुखिया शमीम ने कहा कि पंचायत के मुखिया के घर आने में ग्रामीणों को समस्या होती है. मांग के बावजूद कोई सुनवाई नहीं होते देख सभी ने वोट बहिष्कार का निर्णय लिया है.
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