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देवघर में डरा रहा डेंगू, स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों को अपने हाल पर छोड़ा, सैंपलिंग भी किया बंद

देवघर में डेंगू के संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के संदिग्ध मरीजों की जांच भी बंद कर दी है. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या स्वास्थ्य विभाग डेंगू संदिग्धों को अपने हाल पर ही मरने के लिए छोड़ दिया है?

By Prabhat Khabar News Desk | September 26, 2023 9:53 AM
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देवघर जिले में डेंगू अब लोगों को डराने लगा गया है. देवघर में एक तरफ जहां डेंगू के संदिग्ध मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. वहीं दूसरी ओर डेंगू के संदिग्ध मरीजों की जांच भी बंद हो गयी है. स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के संदिग्ध मरीजों की सैंपलिंग कराना छोड़ दिया है. रविवार की शाम तक स्वास्थ्य विभाग की ओर से 96 संदिग्ध लोगों की सैंपलिंग करायी गयी थी. ये सैंपल अब भी स्वास्थ्य विभाग में ही पड़े हुए हैं. इन्हें जांच के लिए रांची नहीं भेजा गया है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, रविवार को डेंगू के 18 संदिग्ध मरीजों की सूचना स्वास्थ्य विभाग को मिली थी. वहीं सोमवार को स्वास्थ्य विभाग को 10 संदिग्धों की सूचना मिली. इसके बाद विभाग की ओर से सभी के घरों में लार्वा नाशी छिड़काव कराया, लेकिन सैंपलिंग नहीं करायी गयी. अब सवाल यह उठ रहा है कि क्या स्वास्थ्य विभाग डेंगू संदिग्धों को अपने हाल पर ही मरने के लिए छोड़ दिया है?

सारवां के डेंगू संदिग्ध एक व्यक्ति की मौत

स्वास्थ्य विभाग से मिल जानकारी के अनुसार, सारवां अंतर्गत भंडारो के 26 साल के एक युवक की मौत संदिग्ध परिस्थिति में रविवार को हो गयी है. ग्रामीणों के अनुसार, वह बुखार से पीड़ित था, साथ ही उसे डेंगू के लक्षण बताये गये थे. जानकारी के अनुसार, मरीज का देवघर एम्स में इलाज कराया गया था, जहां मरीज को डेंगू शॉक सिंड्रोम की स्थिति यानी डेंगू की गंभीर स्थिति में चले जाने की बात कह कर एम्स से हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था. इस दौरान परिजन उसे इलाज के लिए लेकर जा रहे थे, इसी दौरान रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी. घटना की जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से एम्स से इसकी जानकारी ली जा रही है. वहीं सहिया के माध्यम से उस व्यक्ति के घर में भी जानकारी ली जा रही है.

सदर अस्पताल में डेंगू के 10 संदिग्ध मरीजों का चल रहा इलाज

डेंगू से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की ओर से सदर अस्पताल में अलग से डेंगू वार्ड बनाया गया है, जहां संदिग्ध मरीजों को भर्ती कर इलाज कर रहा है. सदर अस्पताल से मिली जानकारी के अनुसार, सोमवार को इस वार्ड में डेंगू के 10 संभावित मरीज हैं, जिसका इलाज किया जा रहा है. इसके अलाव अन्य संदिग्ध मरीजों का इलाज निजी अस्पताल व अपने घरों में ही चल रहा है. विभाग के अनुसार, जिला में अब तक डेंगू के 281 संदिग्धों की पहचान हुई है, इसमें दूसरे जिले व राज्य के 51 मरीज हैं. वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से अबतक करायी गयी जांच में 38 मरीज पॉजिटिव बताये गये थे. इनमें नौ दूसरे जिले व राज्य से हैं. इसके अलावा 96 सैंपल जांच के लिए पड़ा हुआ है, जबकि कुछ का सैंपलिंग नहीं कराया गया है.

दुमका मेडिकल कॉलेज को देवघर के सैंपल की जांच का निर्देश

जिले में संदिग्ध डेंगू मरीज का 96 सैंपल पड़ा हुआ है. रांची रिम्स में जांच के लिए सैंपल नहीं लिया जा रहा है. जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से राज्य स्वास्थ्य विभाग से सैंपल जांच कराने आग्रह किया था, जिस पर राज्य स्वास्थ्य विभाग दुमका मेडिकल कॉलेज को देवघर जिले के सैंपल की जांच करने का आदेश दिया है. इसकी जानकारी जिला महामारी विशेषज्ञ डॉ मनीष शेखर ने दी. उन्होंने बताया कि दुमका को सैंपल उपलब्ध कराते हुए जांच करने का किट खरीद कर उपलब्ध कराना है. इसके बाद दुमका में जांच की जायेगी. वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार से ट्रू-नेट से भी जांच की प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी है. विभाग के अनुसार संभवत: मंगलवार से जिले में भी ट्रू-नेट के माध्यम से डेंगू की जांच शुरू हो जायेगी.

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