प्रतिमा लगाने के मामले में अपने ही आदेश को DEO ने किया निरस्त, जानें क्या है मामला
आरएल सर्राफ हाईस्कूल में संस्थापक की प्रतिमा लगाने के मामले में डीइओ ने अपने ही आदेश को निरस्त कर दी है, बावजूद मेटेरियल्स गिट्टी-बालू गिराने का काम शुरू कर दिया गया. इसे लेकर स्कूल के कुछ शिक्षकों की नाराजगी बढ़ गयी है
आरएल सर्राफ हाईस्कूल में संस्थापक की प्रतिमा लगाने के मामले में डीइओ ने अपने ही आदेश को निरस्त कर दी है, बावजूद मेटेरियल्स गिट्टी-बालू गिराने का काम शुरू कर दिया गया. इसे लेकर स्कूल के कुछ शिक्षकों की नाराजगी बढ़ गयी है. सूत्रों के मुताबिक प्रधानाध्यापक संस्थापक की प्रतिमा लगाने व अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापकों की तस्वीर लगाने के पक्ष में हैं.
वहीं कुछ शिक्षक इस फैसले का समर्थन नहीं कर रहे हैं. शिक्षकों का कहना है कि प्रतिमा लगे, लेकिन विभागीय आदेश से. जानकारी के मुताबिक, संस्थापक की प्रतिमा लगाने को लेकर डीइओ ने 13 अगस्त को आदेश निर्गत की थी, जिसमें जिक्र था कि 23 जून को प्रबंधन समिति की बैठक में लिये गये निर्णय के आलोक में इस शर्त पर प्रतिमा स्स्थापित करने की अनुमति दी जाती है कि विद्यालय कोष का व्यय नहीं किया जाये.
लेकिन जब इस मामले में कुछ दिनों पूर्व स्कूल के कुछ शिक्षक विरोध करते डीइओ कार्यालय पहुंचे तो इसके बाद डीइओ द्वारा प्रतिमा लगाने का अपने द्वारा दिये आदेश को 12 सितंबर को निरस्त कर दी. इसके बाद भी स्कूल में छुट्टी के दिन बालू-गिट्टी गिराया गया. इस संबंध में कुछ शिक्षकों ने बताया कि काम करना अच्छी बात है, लेकिन अवकाश के दिन क्यों.
इस संबंध में पूछने पर प्रधानाध्यापक नरेश प्रसाद यादव ने बताया कि विधायक नारायण दास की अध्यक्षता में विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति की एक बैठक कर तीन प्रस्ताव पारित किया गया. संस्थापक की प्रतिमा लगायेंगे. साथ ही अवकाश प्राप्त प्रधानाध्यापकों की तस्वीर कार्यालय कक्ष में लगवायेंगे और चहारदीवारी का नवनिर्माण करायेंगे.