झारखंड : श्रावणी मेला की तैयारी में जुटा देवघर प्रशासन, सरकार से 60 करोड़ का मांगा जाएगा फंड
श्रावणी मेला को लेकर अभी से देवघर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. डीसी के निर्देश पर मेला से जुड़े विभागों ने कुल 60 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है. जल्द ही इसे राज्य सरकार के पास भेजा जाएगा. वहीं, बुधवार को मंदिर प्रांगण में लगे सभी 18 दान पात्रों को खोला गया.
Jharkhand News: श्रावणी मेला 2023 की तैयारी में जिला प्रशासन लग गया है. डीसी मंजूनाथ भजंत्री के निर्देश पर मेला से जुड़े विभागों ने कुल 60 करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है. इसमें पीडब्ल्यूडी 20 करोड़, पुलिस विभाग 10 करोड़, निगम 10 करोड़, स्वास्थ्य विभाग 2.50 करोड़, विद्युत विभाग छह करोड़, जनसंपर्क विभाग दो करोड़, पीएचइडी 2.50, भवन प्रमंडल दो करोड़, नजारत पांच करोड़ रुपये का प्रस्ताव भेजा है. इस पैसे को कांवरियों की सुविधा के लिए श्रावणी मेला से पहले तैयारी में खर्च किया जायेगा. सबसे अधिक पीडब्ल्यूडी ने 20 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया है. ये पैसे कांवरिया पथ समेत मंदिर से कांवरिया रुटलाइन की सड़कों की मरम्मत पर खर्च किये जायेंगे. पुलिस विभाग को मिलने 10 करोड़ रुपये श्रावणी मेला में बाहर से आने वाले पुलिस बलों के ठहराव समेत अस्थायी पुलिस ओपी की सुविधा पर खर्च किये जायेंगे.
राज्य सरकार से मांगा जायेगा फंड
विभागों से प्राप्त फंड का प्रस्ताव डीसी के माध्यम से राज्य सरकार को भेजा जायेगा. गुरुवार को समाहरणालय में डीसी की अध्यक्षता में श्रावणी मेला की तैयारी को लेकर बैठक होगी. बैठक में विभागों से प्राप्त फंड की समीक्षा के बाद इस पर मुहर लगायी जायेगी व राज्य सरकार से फंड की डिमांड की जायेगी. फंड प्राप्त होने के बाद टेंडर कर काम चालू किया जायेगा.
बाबा को अमेरिकी डॉलर, ब्रिटिश पेंस और मलेशियाई सेंट भी आया चढ़ावा
बाबा मंदिर प्रांगण में लगे सभी 18 दान पात्रों को मंदिर प्रशासन की देखरेख में खोला गया. गिनती के दौरान 11,41,833 रुपये भारतीय मुद्रा के अलावा 851 नेपाली रुपये, 21 अमेरिकी डॉलर , 50 ब्रिटिश पेंस, 50 मलेशियाई सेंट, 20 यूरो, 600 ग्राम चांदी, 11 ग्राम सोना, दान स्वरूप बाबा मंदिर को प्राप्त हुआ है. डीसी मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि बुधवार को बाबा मंदिर प्रभारी सह एसडीओ दीपांकर चौधरी, बाबा मंदिर सहायक प्रभारी सह देवीपुर सीओ सुनील कुमार व मुख्य प्रबंधक रमेश परिहस्त की देखरेख में बाबा मंदिर परिसर में लगे दानपात्र को खोला गया था. सुबह करीब 11 बजे से गिनती शुरू हुई, जो शाम पांच बजे तक चली. बता दें कि इसके पहले 25 फरवरी को बाबा मंदिर के सभी दानपत्रों को खोला गया था. मौके पर मजिस्टेट प्राण महतो, मंदिर अधीक्षक सोना सिन्हा, बबलू श्रृंगारी, शशि मिश्र, रमेश कुमार मिश्र, संतोष पांडेय, भोला भंडारी, प्रदीप झा, संबोध कुमार, चंदन कुमार समेत अन्य थे.