Deoghar News: देवीपुर में स्थापित एम्स, देवघर को जल्द ही कुमैठा पावर ग्रिड से 33 केवी की वैकल्पिक फीडर वाली लाइन मिलने लगेगी. एम्स प्रशासन के डिमांड पर झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) के निर्देशानुसार इसे धरातल पर उतारने की दिशा में काम शुरू हो गया है. इस बाबत विद्युत अंचल, देवघर के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार उपाध्याय ने विद्युत अवर प्रमंडल, जसीडीह के सहायक अभियंता डेविड मुर्मू तथा कनीय अभियंता सुरेंद्र गुप्ता के साथ बैठक कर जरूरी दिशा -निर्देश दिया.
कुमैठा ग्रिड से अलग से दिया जाएगा 33 केवी फीडर का लाइन
इस क्रम में उन्होंने जल्द ही जमीनी स्तर पर सर्वे करने की बात कही है, ताकि टेक्निकल जस्टिफाइड रूट तैयार किया जा सके. साथ ही उस लाइन से संबंधित डीपीआर तैयार कर विद्युत अंचल कार्यालय में जमा करने का निर्देश दिया गया है. एम्स परिसर स्थित फीडर के लिये कुमैठा ग्रिड से अलग से 33 केवी फीडर का लाइन प्रदान किया जायेगा. इसके पीछे का उद्देश्य है कि एम्स परिसर को निर्बाध व गुणवतापूर्ण बिजली की मुकम्मल व्यवस्था रहेगी. वैकल्पिक फीडर वाली लाइन की कनेक्टिविटी प्रदान कर दिये जाने से बिजली कटौती की संभावना नहीं रहेगी. एम्स परिसर को आवंटित किये जाने से पहले विभाग की ओर से डीपीआर बनाया जायेगा. ताकि एम्स परिसर की व्यवस्था को संचालित करने के साथ-साथ परिसर में रहने वाले उपभोक्ताओं को गुणवत्तापूर्ण बिजली मुहैया हो सके.
डाबरग्राम ग्रिड से एक डेडीकेटेड फीडर वाली लाइन मार्च में ही करा दी गई मुहैया
गौरतलब हो कि एम्स को कुमैठा पावर ग्रिड से बिजली मुहैया कराये जाने की परिकल्पना से पहले डाबरग्राम ग्रिड से एक डेडीकेटेड फीडर वाली लाइन मार्च 2023 में मुहैया करा दी गयी है. बावजूद एम्स प्रशासन ने राज्य सरकार व जिला प्रशासन से बिजली-पानी व अन्य सुविधाएं मुहैया कराये जाने की मांग की जाती रही है.
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विभाग के एई व जेई की संयुक्त टीम 33 केवी फीडर के लिए सर्वे में जुटे
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सर्वे के पश्चात अभियंताअओं की टीम तैयार करेगी डीपीआर
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एम्स में चिकित्सीय व्यवस्था को संचालित करने के साथ उपभोक्ताओं को मिलेगी गुणवत्तापूर्ण बिजली
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सर्वे से पहले इएसई ने एई व जेई को दिये आवश्यक दिशा-निर्देश
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भविष्य में एम्स को संचालित करने के लिए होगा नया ग्रीड
देवघर एम्स का भविष्य में होगा नया ग्रिड
विभागीय जानकारी के अनुसार डाबरग्राम पावर ग्रीड से डेडीकेटेड फीडर मुहैया कराये जाने के बाद कुमैठा पावर ग्रीड से भी वैकल्पिक व्यवस्था के तहत 33 केवी अतिरिक्त लाइन की माग की गयी है. इतना ही नहीं भविष्य में एम्स, देवघर के पूरी तरह से संचालन शुरू हो जाने की स्थिति में अतिरिक्त व निर्बाध बिजली की आवश्यकता की संभावनाओं को देखते हुए देवघर विद्युत अंचल ने एम्स के लिए अलग से ग्रीड निर्माण को लेकर प्रस्ताव मुख्यालय को भेजा गया है.
अब नयी एजेंसी देखेगी बिजली बिल काम, विभाग ने निकाला टेंडर
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड, रांची की ओर से राज्य के सभी विद्युत सप्लाई एरिया बोर्ड में नयी बिलिंग एजेंसी के लिए 24 जुलाई को टेंडर जारी कर दिया है. निगम के महाप्रबंधक (राजस्व ) की ओर से जारी अधिसूचना के तहत गिरिडीह सहित दुमका, धनबाद, हजारीबाग व मेदनीनगर, जमशेदपुर व रांची विद्युत सप्लाई एरिया के लिए अलग-अलग एजेंसियों के लिए निविदा जारी की गयी है. निविदा की अंतिम तिथि 31 जुलाई तथा एजेंसी चयन की पूरी प्रक्रिया 18 अगस्त तक पूरी कर लेने का निर्देश दिया गया है. ताकि राज्यभर में बिलिंग की प्रक्रिया तेजी से पूरी हो सके. बिलिंग की प्रक्रिया शुरू करने के लिए नये सिरे से ऊर्जा मित्रों को बहाल करने का भी निर्देश दिया गया है. नवचयनित एजेंसी ऑन स्पॉट बिलिंग के लिए ऊर्जा मित्रों को एंड्राइड फोन व पोर्टेबल प्रिंटर की भी सुविधा मुहैया करायेगी, ताकि बिलिंग की प्रक्रिया सहज हो सके.
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