jharkhand news, deoghar news, aiims deoghar campus देवघर : देवघर एम्स प्रबंधन ने पर्यावरण संरक्षण की मिसाल पेश की है. यहां देवीपुर में करीब 300 एकड़ में प्रस्तावित एम्स कैंपस में ऊंची-ऊंची बिल्डिंगें बनायी गयीं, लेकिन निर्माण कार्य के दौरान यहां मौजूद 155 पेड़ों में से किसी को खरोंच तक नहीं आयी है. इसमें कई फलदार पेड़ भी हैं. इन पेड़ों को बचाने के लिए प्रबंधन ने बिल्डिंगों की जगह बदल दी और रास्तों को डायवर्ट कर दिया.
जानकारी के अनुसार, निर्माण कार्य शुरू करने के दौरान एम्स प्रबंधन ने जब राष्ट्रीय भवन निर्माण निगम (एनबीसीसी) से भवनों का डिजाइन व नक्शा को लेकर बैठक की तो आयुष बिल्डिंग, डायरेक्टर बिल्डिंग, रैन बसेरा, पार्किंग एरिया व डॉक्टर्स क्वार्टर के कंस्ट्रक्शन के दायरे में 155 हरे-भरे पेड़ आ रहे थे. इसमें सबसे अधिक आयुष बिल्डिंग व डायरेक्टर बिल्डिंग के दायरे में पेड़ आ रहे थे. इन पेड़ों को बचाने के लिए एम्स प्रबंधन ने विशेष बैठक बुलायी. इसमें निर्णय लेते हुए आयुष बिल्डिंग व डायरेक्टर बिल्डिंग के स्थल को बदला गया.
वहीं, दोनों बिल्डिंग के बीच से गुजरने वाली रास्ते के डिजाइन को भी बदलते हुए पहले 70 आम पेड़ों के बगीचे को बचा लिया गया. शेष अन्य बिल्डिंग के स्थल में मामूली बदलाव कर आसपास के हर छोटे-बड़े पेड़ों काे बगैर कोई क्षति पहुंचाते हुए बचाया गया. अब बगैर पेड़ को काटे ही सभी बिल्डिंग तैयार हो रहे हैं. इसमें आयुष बिल्डिंग, रैन बसेरा व पार्किंग एरिया तैयार हो चुका है. डॉक्टर्स क्वार्टर व डायरेक्टर बिल्डिंग का काम चल रहा है.
एम्स कैंपस में आम, महुआ, गम्हार, खजूर, गुलमोहर समेत अन्य इमारती प्रजाति के पेड़ हैं. एम्स प्रबंधन के अनुसार, अब इन पेड़ों को संरक्षित कर डेकोरेट किया जायेगा. पेड़ों के चारों ओर चबूतरे बनाये जायेंगे. इन पेड़ों के आसपास सफाई व सौंदर्यीकरण करने के लिए विशेष तौर पर माली रखा गया है. पेड़ों से एम्स कैंपस की खूबसूरती को और भी बढ़ाने की योजना है. एम्स कैंपस में एक लाख नये पौधे लगाने की योजना भी बनायी जा रही है.
एम्स कैंपस में जितने भी पेड़ हैं, सबको बचाने के लिए कंस्ट्रक्शन के स्थान में थोड़ा-थोड़ा बदलाव किया गया है. सभी पेड़ों को संरक्षित किया जा रहा व नयी बागवानी भी हो रही है. साथ ही देवघर के क्लब से एम्स कैंपस में एक लाख नये पौधे लगाने पर वार्ता हो रही है.
– डॉ सौरभ वार्सेणी, डायरेक्टर, एम्स, देवघर
Posted By : Sameer Oraon