ऐसा करने वाला देवघर बना देश का पहला एयरपोर्ट, जानें पूरा मामला

डीजीसीए ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि देवघर एयरपोर्ट से स्पेशल वीएफआर परिचालन पहली बार कॉमर्शियल उड़ानों के लिए शुरू किया जा रहा है और एयरलाइंस सेवा में यह एक आदर्श बदलाव का प्रतीक है, जो लो विजिबिलिटी के कारण उड़ानों में देरी व रद्दीकरण की समस्या को खत्म करेगा.

By Prabhat Khabar News Desk | November 17, 2023 9:34 AM

देवघर एयरपोर्ट पर अब लो विजिबिलिटी में विमानों की लैडिंग की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो गयी है. डीजीसीए के अनुसार, महज 3200 मीटर की विजिबिलिटी में भी कॉमर्शियल विमान को लैंड करने वाला देवघर एयरपोर्ट बना देश का पहला एयरपोर्ट बन गया है. देवघर एयरपोर्ट पर अब 3200 मीटर की विजिबिलिटी में 180 यात्रियों की क्षमता वाला ए-320 विमान आसानी से लैंड कर सकेगा. वहीं 3600 मीटर की विजिबिलिटी टेकऑफ भी होगा. साथ ही 78 यात्री की क्षमता वाले विमान एटीआर-72 विमान 2800 मीटर की विजिबिलिटी में लैंड कर सकेगा व 3200 मीटर की विजिबिलिटी में टेकऑफ होगा. पहले पांच हजार की विजिबिलिटी में विमान देवघर एयरपोर्ट पर लैंड नहीं कर पा रहा था. इस कारण कई उड़ानें रद्द हो चुकी थीं.

देवघर एयरपोर्ट पर लगा एप्रोच कंट्रोल यूनिट : वीएफआर के संचालन के लिए देवघर में कंट्रोल जोन व एप्रोच कंट्रोल यूनिट की स्थापना की गयी. इस दौरान पायलट व एटीसी के अधिकारियों को स्पेशल ट्रेनिंग दी गयी. प्रशिक्षण के बाद एयरलाइन ऑपरेटरों, पायलट, एटीसी व वायु सेना के बीच प्रक्रिया व समन्वय बनाने के लिए बगैर यात्री के देवघर एयरपोर्ट में कम विजिबिलिटी में विमान का ट्रायल किया गया. यह ट्रायल पूरी तरह से संतोषजक पाये जाने के बाद डीजीसीए ने देवघर एयरपोर्ट पर लैंडिंग व टेकऑफ स्पेशल वीएफआर की मंजूरी दी है. ज्ञात हो कि देवघर एयरपोर्ट बनने के बाद फ्लाइट रद्द होने का मामला लगातार आ रहा था.


क्या कहा सांसद निशिकांत दुबे ने

सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि संताल परगना जैसे क्षेत्रों में हवाई सेवा को सुगम बनाने के लिए पीएम मोदी का देवघर एयरपोर्ट पर विशेष नजर है. देवघर एयरपोर्ट पर अब लो विजिबिलिटी में विमानों की लैडिंग की समस्या हमेशा के लिए खत्म हो गयी है. नियमों में बदलाव कर तकनीकी टीम की मेहनत की वजह से महज 3200 मीटर की विजिबिलिटी में कॉमर्शियल विमान लैंड करने वाला देवघर एयरपोर्ट बना देश का पहला एयरपोर्ट बन गया है. साथ ही एटीआर-72 विमान 2800 मीटर की विजिबिलिटी में लैंड हो जायेगा. यह देवघरवासियों के लिए गौरवान्वित करने वाला अवसर है.

डीजीसीए ने पहले किया मूल्यांकन

लो-विजिबिलिटी में लैंडिंग की समस्या को देखते हुए पिछले दिनों डीजीसीए ने स्पेशल वीएफआर (विजुअल फ्लाइट रूल्स) के दायरे पर एक व्यापक स्टडी किया. इसके बाद राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को ध्यान में रखकर शेड्यूल ऑपरेटरों, एयर नेविगेशन, सर्विस प्रोवाइडर व एयरपोर्ट के ऑपरेटरों की टीम बनाकर सुरक्षा का मूल्यांकन किया गया. इस मूल्यांकन के बाद ऑपरेटर द्वारा एक एसओपी तैयार की गयी और डीजीसीए ने इसे अनुमोदित कर दिया.

देवघर एयरपोर्ट के लिए मिली विशेष मंजूरी

डीजीसीए के डायरेक्टर रविंद्र कुमार ने इंडिगो को पत्र भेजकर इस मंजूरी की जानकारी दी है. साथ ही डीजीसीए ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया है कि देवघर एयरपोर्ट से स्पेशल वीएफआर परिचालन पहली बार कॉमर्शियल उड़ानों के लिए शुरू किया जा रहा है और एयरलाइंस सेवा में यह एक आदर्श बदलाव का प्रतीक है, जो लो विजिबिलिटी के कारण उड़ानों में देरी व रद्दीकरण की समस्या को खत्म करेगा. साथ ही ऐसे अन्य छोटे हवाई क्षेत्रों के लिए कनेक्टिविटी बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त करेगा, जिससे उड़ान प्रोजक्ट को भी बढ़ावा मिलेगा.

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