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देवघर एयरपोर्ट शुरू होने के बाद किस सेक्टर को कितना होगा फायदा? झारखंड समेत इन राज्यों को मिलेगा लाभ

देवघर एयरपोर्ट शुरू होने के बाद झारखंड के अलावा बिहार और बंगाल के लोगों को भी फायदा होगा. पहले इन तीन राज्यों के किसी भी स्थान पर जाने में लंबा वक्त लगता था. लेकिन अब महज 2 से 3 घंटे लोग अपनी यात्री पूरी कर सकेंगे. साथ ही साथ राज्य की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी

By Prabhat Khabar News Desk | July 12, 2022 11:05 AM

देवघर : देवघर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के शुरू होने से संताल परगना के छह जिले देवघर, दुमका,गोड्डा, साहिबगंज, पाकुड़ और जामताड़ा के साथ-साथ धनबाद, गिरिडीह, बोकारो, कोडरमा के लोगों को भी हवाई सेवा का लाभ मिलेगा. इन 10 जिलों के करीब दो करोड़ की आबादी को देवघर एयरपोर्ट का लाभ मिलेगा. इसके अलावा झारखंड के पड़ोसी राज्य बिहार और बंगाल के भी कई जिले के लोग इस एयरपोर्ट से लाभान्वित होंगे.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद व वीरभूम, बिहार के भागलपुर ,खगड़िया, जमुई, मुंगेर, लखीसराय और बांका जिले के लोग भी देवघर एयरपोर्ट से कनेक्ट होंगे. इससे बिहार और बंगाल के भी करीब दो करोड़ लोग देवघर एयरपोर्ट से जुड़ेंगे. बिहार के इन छह जिलों का नजदीकी एयरपोर्ट पहले पटना हुआ करता था. लेकिन अब सड़क मार्ग से इन जिलों की देवघर एयरपोर्ट की दूरी मात्र दो से तीन घंटे में ही तय हो जायेगी.

झारखंड के धनबाद और गिरिडीह के अलावा देवघर, दुमका साहिबगंज और पाकुड़ की दूरी भी दो से चार घंटे में सड़क मार्ग से पूरी हो जायेगी. संताल परगना के साथ-साथ वीरभुम और मुर्शिदाबाद के लोग देश के विभिन्न शहरों में काम करते हैं. संताल परगना और धनबाद , गिरिडीह के छात्र बड़े पैमाने पर देश के मेट्रो सिटी बेंगलुरु, दिल्ली और मुंबई में पढ़ाई करते हैं.

इन्हें कम समय में अपने घर आने -जाने में काफी समस्याएं होती हैं. हवाई यात्रा के लिए छात्रों को नजदीकी एयरपोर्ट रांची, कोलकाता और दुर्गापुर एयरपोर्ट का सहारा लेना पड़ता था. इसके बाद वे ट्रेन से अपनी यात्रा पूरी करते थे. देवघर एयरपोर्ट से हवाई सेवा शुरू होने के बाद छात्रों को भी अधिक सुविधा होगी. देवघर हवाई सेवा से जुड़ने के बाद पूरे संताल परगना की अर्थव्यवस्था में भी तेजी से सुधार आने की संभावना है.

हवाई कनेक्टिविटी बढ़ने से इस इलाके में व्यापार और उद्योग की स्थापना की संभावना बढ़ सकती है. देश के बड़े शहरों से डायरेक्ट कनेक्टिविटी होने से अलग-अलग क्षेत्र में व्यापार के विस्तार होने की संभावना है. उद्योगपतियों का रुख संताल परगना की ओर हो सकता है. धार्मिक और पर्यटन स्थल होने के वजह से देवघर में कई टूरिज्म इंडस्ट्रीज डेवलप हो सकते हैं.

कई मल्टीनेशनल कंपनियां देवघर में अपना निवेश भी कर सकती हैं. इस कारण तेजी से देवघर समेत पूरे संताल परगना में रोजगार के संसाधन बढ़ेंगे. करीब 18 जिलों का यह एयरपोर्ट होने की वजह से यहां तेजी से ऑटोमोबाइल का परिचालन भी बढ़ेगा. इससे रोजगार उत्पन्न होंगे. नये होटल भी खुलने की संभावना बढ़ जायेगी. आने वाले समय में यहां से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू होने की भी संभावना है. इससे जल्द ही देवघर विश्व के मानचित्र पर टूरिज्म इंडस्ट्रीज और इकोनामिक एरिया के रूप में विख्यात हो जायेगा. व्यवसाय के साथ-साथ देवघर रोजगार का एक बड़ा केंद्र बन जायेगा, जहां तेजी से यात्रियों का फ्लो बढ़ेगा.

Posted By: Sameer Oraon

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