Deoghar News: देवघर नगर निगम क्षेत्र वार्ड संख्या 34 अंतर्गत ठाढ़ी रोड करनीबाग इलाके में शनिवार को प्रभात संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में शामिल लोगों ने बेबाकी से अपने-अपने विचार रखे और मोहल्ले की समस्याएं बतायीं. मोहल्ले के लोगों ने अपनी परेशानियों को साझा करते हुए बताया कि सड़क, बिजली व सफाई यहां का एक बड़ा मुद्दा है. करनीबाग से बीएन झा कॉलेज तक जाने वाले ठाढ़ी रोड की दुर्दशा बतलाती है कि इस सड़क पर नगर निगम से लेकर जनप्रतिनिधियों व पदाधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया. रोजाना उबड़-खाबड़ रास्ते से होकर लोग गुजरते हैं.
लोगों ने कहा कि, अच्छी स्थिति में होने के बाद भी बगल के ही कुंडा-सारवां रोड पर हर बार करोड़ों खर्च दिया जाता है, लेकिन ठाढ़ी रोड अबतक जर्जर बना हुआ है. मोहल्ले में लो-वोल्टेज एक बड़ी समस्या है. 10-15 साल पहले एक ट्रांसफाॅर्मर लगाया गया था, जिससे पिछले चार-पांच सालों से मुहल्ले के साथ-साथ आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी बिजली की आपूर्ति हो रही है. इससे राजबाड़ी इलाके में रहने वाले 40-45 घरों के लोग लो-वोल्टेज की समस्या से जूझने को विवश हो गये. प्रोपर वोल्टेज न होने की वजह घरों में लगा मोटर पंप ठीक से चल नहीं पाता, जिससे टंकी में पानी नहीं चढ़ पाता है.
घर के अन्य बिजली उपकरणों ( फ्रीज, एसी, कूलर, ओवन आदि) में भी खराबी आती जा रही है. मोहल्ले में पेयजल की समुचित व्यवस्था नहीं रहने से भी महिलाओं को कठिनाई होती है. नगर निगम की ओर से प्रत्येक दिन कचरे का उठाव नहीं होने से मुहल्लेवासी परेशान हैं. लोगों ने कहा कि नगर निगम की ओर से गली में पक्की सड़क और नालों के नहीं रहने से काफी समस्या होती है. गलियों में पर्याप्त स्ट्रीट लाइट नहीं होने से शाम ढलते ही डर लगा रहता है. मुहल्लेवासियों ने बिजली समस्या को लेकर कई दफा राजाबाग स्थित विद्युत कार्यालय में जाकर अपनी समस्याएं रखीं. जनप्रतिनधियों से भी गुहार लगायी. मगर, बिजली में सुधार नहीं हो सका.
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लोगों का आरोप बिजली विभाग नहीं सुन रहा परेशानी, ट्रांसफॉर्मर के लिए बिचौलिये मांग रहे पैसे
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अच्छी स्थिति रहते हुए भी कुंडा-सारवां मोड़ रोड पर हर बार हो रहा करोड़ों खर्च, ठाढ़ी रोड़ की दुर्दशा देखने वाला कोई नहीं
मुहल्लेवासियों ने कहा : बुनियादी सुविधाओं का है अभाव, कच्ची सड़क से बरसात में बढ़ गयी है परेशानी
बिजली की समस्या मुहल्लेवासियों के लिए बहुत बड़ी है. लो-वोल्टेज के कारण घर के बिजली उपकरण सही ढंग से नहीं चल पाते. बहुत दूर से लाइन खींंच कर घर में बिजली जला रहे हैं, जबकि मुहल्ले में संभ्रात लोगों की अच्छी खासी संख्या है -हेमावती देवी
बिजली के कारण इलाके में रहने वाले लोगों के समक्ष पेयजल बड़ी समस्या बन गयी. वोल्टेज नहीं रहने से न पंप चलता है और ना ही टंकी में पानी चढ़ता है. लोगों को सोच समझ कर पानी खर्च करना पड़ता है. पानी पीने के लिए भी संकोच करना पड़ता है – रिंकू देवी
मुहल्ले में पक्की सड़क की मांग को लेकर लोगों ने नगर निगम कार्यालय में जाकर कई बार आवेदन दिया. मगर सड़क नहीं बनी, 10-15 वर्ष पहले जो सड़क बनी, उसे पाइप डालने के नाम पर तहस-नहस कर दिया गया है – सुनैना देवी
कई दफा मुहल्ले के लोगों ने अलग से बिजली ट्रांसफार्मर लगाने की मांग बिजली पदाधिकारियों के समक्ष की है. मगर समस्या का निवारण नहीं हो सका है. घर का गंदा पानी निकालने के लिए भी नाला नहीं है. काफी मशक्कत के बाद पांच-10 दिनों से नाला निर्माण कार्य शुरू हुआ है – सुनीता राय
लो वोल्टेज मुहल्लेवासियों के लिए बड़ी पीड़ादायक समस्या है. इसके कारण लोगों के बिजली उपकरण चलते ही नहीं. मेरे घर पर लो वोल्टेज व ट्रिपिंग के कारण चार्ज में लगा मेरा मोबाइल जल गया. ट्रांसफाॅर्मर लगना चाहिए – चंदना गुप्ता
शहर का शायद यह इकलौता मुहल्ला है, जहां 10-15 साल पहले जो बिजली की व्यवस्था थी, वही आज भी कायम है. इस वजह से ओवरलोड के कारण ट्रिपिंग की समस्या बनी रहती है. लो-वोल्टेज ने मोहल्ले के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है – कुश कुमार
बिजली, पानी व कचरा गाड़ी की आस लिए लोगों की आंखें पथरा जाती है. बाध्य होकर लोग अपने घरों का कचरा जहां-तहां फेंकने को विवश हो जाते हैं. सावन माह शुरू होने के बाद सिर्फ चार से पांच बार ही कचरा गाड़ी मुहल्ले में आयी है – राजेश नारायण राय
मुहल्ले में ड्रेनेज की समस्या वर्षों से बनी हुई है. इस दिशा में संबंधित विभाग का ध्यान नहीं जा रहा. केचमेंट इलाका कुंडा मोड़ होने की वजह से बारिश के मौसम में मुहल्ले में जलजमाव की स्थिति बन जाती है. बिजली का वोल्टेज वर्षों से कमजोर है – आदित्य पांडेय
मुहल्ले के लोगों ने पर्याप्त वोल्टेज के लिए 200 केवीए ट्रांसफाॅर्मर की मांग लिखित रूप से की है. मगर ,विभागीय पदाधिकारी के लोग ट्रांसफार्मर के लिए पैसों की डिमांड कर रहे हैं, जिसके कारण आश्वासन के उपरांत महीने भर बाद भी ट्रांसफाॅर्मर नहीं लगा – सुभाष चंद्र झा
पर्याप्त वोल्टेज नहीं मिलने से जहां बोरिंग से पानी चढ़ाना मुश्किल साबित होता है. वहीं, कच्ची सड़क से होकर लोगों को गुजरना पड़ता है. निगम प्रशासन से सड़क की मांग की गयी तो फंड का अभाव बताया गया. सफाई भी 15-20 दिनों में एक बार ही होती है. नाला भी नहीं है – शत्रुघ्न प्रसाद
10-15 वर्षों से मुहल्लेवासी लो-वोल्टेज, पेयजल व कचरा उठाव न होने की समस्या से जूझ रहे हैं. समस्याओं को लेकर लोगों ने अपने जनप्रतिनिधियों व संबंधित विभाग के पदाधिकारियों से संपर्क कर दूर करने की गुहार लगायी है. मगर समस्याएं अब भी बरकरार है – कुंदन कांत
एक तो मुहल्ले में ढंग की सड़क नहीं है. उपर से बारिश के मौसम में जलापूर्ति पाइप डालने के लिए गड्ढा कर देने से अब तो चलने-फिरने तक में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं सबसे अहम समस्या बिजली के वोल्टेज का है – गौतम कुमार मित्रा
समुचित बिजली पावर के अभाव में लोगों के काम निबटाने में काफी परेशानी झेलनी पड़ती है. वहीं प्रोपर सफाई न होने से लोगों के घर कचरा 10-15 दिनों तक रह जाता है – चंद्र प्रकाश गुप्ता
मुहल्ले में ना तो सही सड़क है और ना ही नाले की ही व्यवस्था है. नतीजा, लोगों के घरों से निकलने वाले पानी सही जगह पर डिस्पैच नहीं हो पाता. बिजली की समस्या तो पहले से बरकरार है – शोभा देवी
लोगों ने पर्याप्त वोल्टेज के लिए विभाग से नया ट्रांसफार्मर की मांग की है. लेकिन, िवद्युत विभाग के बिचौलिये ट्रांसफाॅर्मर के लिए पैसों की डिमांड कर रहे हैं, जिसके कारण समस्या दूर नहीं हो रही – बेहन मंडल
सड़क-नाला समुचित ढंग से नहीं होने के कारण बारिश के दिनों में जलजमाव के कारण चलना-फिरना दूभर हो जाता है. मगर आम लोगों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है. आखिर जायें तो कहां जायें – पलटन मंडल
निगम व बिजली विभाग के लाख आश्वासनों के बावजूद मुहल्लेवासियों की समस्या वर्षों से दूर नहीं हो रही है. ऐसे में विभाग के पदाधिकारियों से अपील है कि लोगों की इस समस्या पर जरा गौर फरमायें – कुंदन सिंह
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