तीन राज्यों की पुलिस ने देवघर में की छापेमारी, भनक लगते ही फरार हो गये साइबर आरोपी
जामताड़ा के बाद अब झारखंड का देवघर जिला साइबर क्राइम का गढ़ बन गया है. मंगलवार को तीन राज्यों की पुलिस ने देवघर में छापामारी की. पुलिस के आने की भनक लगते ही साइबर आरोपी फरार हो गए. मोहनपुर थाना क्षेत्र में महाराष्ट्र पुलिस व यूपी की साइबर पुलिस ने और जसीडीह में राजस्थान पुलिस ने छापेमारी की.
Deoghar News. देवघर के मोहनपुर थाना क्षेत्र के मोरने गांव में महाराष्ट्र पुलिस और खरगडीहा व घोरमारा गांव में यूपी की साइबर पुलिस ने छापेमारी की. इस दौरान पुलिस के आने की भनक लगते ही सभी आरोपी फरार हो गया. इसके अलावा राजस्थान पुलिस भी साइबर आरोपी की तलाश में जसीडीह पहुंची थी. इस संबंध में महाराष्ट्र पुलिस के अधिकारी शकील खान ने बताया कि साइबर पुलिस स्टेशन बुलढाणा में एक व्यक्ति ने 1 लाख 80 हजार रुपये की साइबर ठगी का मामला दर्ज करवाया है. उन्होंने बताया कि बैंक अधिकारी बनकर झांसे में लिया और साइबर ठगी की गयी.
पुलिस के पहुंचने पहले आरोपी फरार
साइबर ठगी करने वाले की पहचान उसके बैंक एकाउंट व मोबाइल नंबर के जरिये की गयी है. छापेमारी करने गये तो आरोपी घर से फरार हो गये थे. वहीं मोहनपुर थाना प्रभारी प्रेम प्रदीप ने बताया कि यूपी पुलिस ने घोरमारा गांव के बिनोद मंडल व खरगडीहा गांव के निरंजन मंडल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की. दोनो आरोपी पुलिस के पकड़ से फरार हैं. दोनों साइबर आरोपी के खाते में साइबर ठगी के पैसे ट्रांसफर हुए हैं. उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जायेगा. दोनों राज्यों की पुलिस मोहनपुर में ही कैंप कर रही है.
सरकारी शिक्षक व प्राइवेट शिक्षिका से 24700 रुपये की साइबर ठगी
इधर देवघर के जसीडीह थाना क्षेत्र के पुनासी उत्क्रमित हाईस्कूल के एक शिक्षक व देवघर शहर के एक प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका से अलग-अलग घटना में 24700 रुपये की साइबर ठगी किये जाने का मामला सामने आया है. दोनों शिक्षकों ने अपनी-अपनी शिकायत साइबर थाने में देकर कार्रवाई की मांग की है. जानकारी के मुताबिक पुनासी उत्क्रमित हाईस्कूल के शिक्षक ने रेलवे टिकट बनवाया था, जो कंफर्म नहीं हुआ था. कस्टमर केयर का नंबर निकालकर उसने कैंसिल किये टिकट का पैसा रिफंड करने का आग्रह किया. इसके बाद उन्हें अज्ञात नंबर से कॉल आया और एक एप भेजकर अगले ने डिटेल्स भरवाया. इसके बाद उनके एकाउंट से 11000 रुपये की निकासी कर लिया. दूसरे मामले में बैजनाथपुर निवासी प्राइवेट स्कूल की शिक्षिका ने ऑनलाइन प्रोडक्ट प्रमोशन का काम पकड़ी थी. उसी में इंस्टाग्राम, वाट्सअप व टेलीग्राम चैट से उससे डिटेल्स जानकारी ले ली गयी. प्रोडक्ट प्रमोशन के लिए उसे 30 प्रतिशत कमीशन देने की बात की गयी थी, लेकिन उसके एकाउंट संबंधी जानकारी लेने के बाद 11 ट्रांजेक्शन में उसके एकाउंट से 13700 रुपये की निकासी कर ली गयी. साइबर थाने की पुलिस दोनों मामलों की जांच में जुटी है.
साइबर आरोपी की तलाश में पहुंची राजस्थान पुलिस
साइबर ठगी के आरोपी की तलाश में राजस्थान की पुलिस भी मंगलवार को जसीडीह पहुंची और जसीडीह पुलिस के सहयोग से थाना क्षेत्र के सरसा रोड, खड़हरा गांव में छापेमारी की. जानकारी के अनुसार, राजस्थान के कोटा जिले के निवासी सोनु खारोल के खाते से करीब 97,000 रुपये की अवैध निकासी की गयी है. राजस्थान से आये पुलिसकर्मी मुनेश सिंह ने बताया कि ठगी के लिए आरोपित द्वारा जिस सिम कार्ड का उपयोग किया गया था, वह सिम कार्ड जसीडीह थाना क्षेत्र के सरसा रोड खड़हरा गांव निवासी देबानंद कुमार के नाम से निर्गत किया गया था. पुलिस इसकी जांच के लिए गांव पहुंची, जहां पता चला कि उक्त नाम का कोई व्यक्ति नहीं है.
झांसा देकर गाड़ी में बैठाया और 25 हजार रुपये लेकर भागे बदमाश
जसीडीह बाजार में एक अधेड़ को झांसा देकर बदमाशों ने गाड़ी में बैठाया और मुख्य सड़क पर ले जाकर उससे 25 हजार रुपये की ठगी कर ली. इस संबंध में जमुई जिले के चंद्रमंडीह थाना क्षेत्र के मालेडीह सरसा गांव निवासी अर्जुन राम ने थाने में घटना की जानकारी दी है. हालांकि पीड़ित ने अबतक थाना में लिखित शिकायत नहीं दी है. पीड़ित ने बताया कि वह मंगलवार की सुबह को दिल्ली से हमसफर एक्सप्रेस ट्रेन से जसीडीह स्टेशन पर उतरा था. इसके बाद अपने घर जाने के लिए स्टेशन परिसर से बाहर निकला. इसी क्रम में रास्ते पर एक युवक आया और बोला कि उसके भाई सरसा गांव विद्यालय में पैसा वितरण करने जा रहा है, जो साथ में घर जाने की बात कह कर मारुति कार में बैठा लिया. इसके बाद रास्ते में वाहन रोक दिया और वाहन में बैठे तीन युवकों ने सभी सामान की जांच करवाने की बात कह कर उससे 25,000 रुपये ले लिये और एक बैग देकर कुछ देर में वापस आने की बात कह कर फरार हो गये. पीड़ित द्वारा काफी देर तक इंतजार के बाद बैग खोलने पर बैग से पुराने कपड़े मिले. इसके बाद वह थाना पहुंच कर घटना की जानकारी दी. जानकारी मिलने पर पुलिस पदाधिकारी व जवान घटनास्थल पर पहुंच कर जांच की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला.
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