स्कूली बच्चों को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिलाने में देवघर जिला पीछे

स्कूली बच्चों व किशोरों के कोरोना वैक्सीनेशन में जिला पिछड़ने लगा है. 12 से 14 साल तथा 15 से 17 साल के किशोरों का लक्ष्य के अनुसार वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है. 12 से 14 साल के 56.8 फीसदी बच्चों को ही अबतक पहला डोज लग पाया है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 24, 2022 2:50 PM

Deoghar News: स्कूली बच्चों व किशोरों के कोरोना वैक्सीनेशन में जिला पिछड़ने लगा है. 12 से 14 साल तथा 15 से 17 साल के किशोरों का लक्ष्य के अनुसार वैक्सीनेशन नहीं हो पा रहा है. 12 से 14 साल के 56.8 फीसदी बच्चों को ही अबतक पहला डोज लग पाया है, जबकि 21 प्रतिशत बच्चों ने ही दूसरा डोज लिया है. वहीं 15 से 17 साल के किशोरों का लक्ष्य के अनुसार पहला डोज 51.4 फीसदी व दूसरा डोज 30.02 फीसदी किशोरों ने ही लिया है. स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अभियान चलाकर लोगों को वैक्सीनेट किया जा रहा है.

निर्धारित लक्ष्य से भी पीछे

इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिला में वैक्सीनेशन के लिए लक्ष्य भी दिया गया, लेकिन वैक्सीनेशन की गति काफी धीमी है. स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, जिले में 15 से 17 वर्ष के 1,08,458 किशोरों को वैक्सीनेशन का लक्ष्य दिया गया था. जिसमें अबतक पहला डोज 55,782 किशोरों को दिया गया है. जो लक्ष्य का 51.4 प्रतिशत है. वहीं 32715 किशोरों को ही दूसरा डोज दिया गया है, जो कि मात्र 30.02 प्रतिशत ही है. दूसरी ओर 12 से 14 साल के 72,098 बच्चों को पहला डोज लगाने का लक्ष्य दिया गया था, जिसमें अबतक 40,946 बच्चों को ही पहला डोज दिया गया है. जो लक्ष्य का 56.08 प्रतिशत ही है. वहीं दूसरा डोज 21 प्रतिशत बच्चों को ही दिया गया है.

डीएसइ ने जसीडीह डायट का लिया प्रभार

नये डीएसइ टोनी प्रेमराज टोप्पो ने मंगलवार को जसीडीह डायट के प्राचार्य का प्रभार ग्रहण किया. उन्होंने तत्कालीन डीएसइ सह डीइओ वीणा कुमारी से प्रभार लिया. उन्होंने डायट में शैक्षणिक माहौल टीम भावना से मिल जुलकर बरकरार रखने की बात कही. वहीं उपलब्ध संसाधनों में ही बेहतर करने के प्रयास की बात कही. मौके पर घोरमारा ट्रेनिंग कॉलेज के प्राचार्य सूर्यप्रकाश प्रसाद, जसीडीह डायट के प्रभारी प्राचार्य मुकेश कुमार सिंह, व्याख्याता परशुराम तिवारी, रीना कुमारी, कर्मी संतोष सिन्हा, दीपू, महादेव, आत्माराम व अन्य मौजूद थे.

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