मंडरो /पीरपैंती : देवघर में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए साहिबगंज के जवान रवि कुमार मिश्रा का अंतिम संस्कार सोमवार को नाढ़ी दियारा गंगा तट पर किया गया, वहीं पीरपैंती के लकड़ाकोल निवासी संतोष यादव का अंतिम संस्कार कहलगांव गंगा तट पर हुआ. इससे पहले जवान रवि कुमार मिश्रा का पार्थिव जैसे ही पैतृक नाढ़ी दियारा पहुंचा. गांव में मातमी सन्नाटा पसर गया. परिजनों की चीख-पुकार से माहौल गमगीन हो गया. इसके बाद उनके अंतिम दर्शन को लेकर सैकड़ों लोग आवास पर उमड़ पड़े. तिरंगे में लिपटा रवि कुमार मिश्रा का पार्थिव शरीर देखकर सबकी आंखों से आंसू छलक गये. गंगातट पर दर्जनों पुलिस जवानों ने शहीद को अंतिम सलामी दी. इसके बाद सात वर्षीय पुत्र अंश राज ने मुखाग्नि दी.
शव पहुंचा लकड़ाकोल, गम और गुस्सा में दिखे लोग
अपराधियों से मुठभेड़ में शहीद झारखंड पुलिस के जवान संतोष का शव सोमवार को उनके पैतृक गांव लकड़ाकोल पहुंचा. शहीद की ससुराल भी लकड़ाकोल में होने के कारण शहीद के परिजनों के साथ ही ससुराल पक्ष के लोगों की भीड़ अंतिम दर्शन करने उमड़ पड़ी. शहीद के पार्थिव शरीर को पहले देवघर पुलिस ने साहिबगंज स्थित उनके निवास पर पहुंचाया व वहां से बिहार बॉर्डर तक लाकर पीरपैंती पुलिस के हवाले किया, जिन्होंने शहीद के पैतृक गांव लकड़ाकोल तक पहुंचाया. इसके बाद सोमवार की सुबह कहलगांव गंगा तट पर छह वर्षीय बेटे कुमार सत्यम ने मुखाग्नि दी.
शहीद रवि को उनके बेटे अंश राज ने दी मुखाग्नि
शहीद रवि कुमार मिश्रा का पार्थिव शरीर पैतृक गांव नाढी दियारा पहुंचने पर आसपास के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी. तिरंगे में लिपटा रवि कुमार मिश्रा के पार्थिव शरीर को देख सभी की आंखें से आंसू छलक पड़े. लोगों ने बताया कि रवि कुमार मिश्रा पूरा मिलनसार थे. वे जब भी गांव आते तो सभी से हाल-चाल पूछते और घर का एक मात्र कमाने वाले वही थे. जो सभी की देखरेख करते थे, लेकिन देवघर में अपराधियों के साथ मुठभेड़ में वे शहीद हो गए. शहीद रवि कुमार मिश्रा का अंतिम संस्कार नाढी दियारा गांव स्थित गंगा घाट पर किया गया, जहां उनके पुत्र अंश राज ने मुखाग्नि दी. इस दौरान शहीद रवि के पिता अशोक कुमार मिश्रा, भाई शशि कुमार मिश्रा, शहीद का पुत्र अंश राज की आंखों से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे. शहीद के परिजनों की मांग है कि इसकी सीबीआई जांच हो और दोषियों को फांसी की सजा मिले.