देवघर गोलीकांड मामले में दो आरोपी गिरफ्तार, देसी कट्टा व तीन जिंदा कारतूस
आरोपी पंकज के खिलाफ जिले के नगर व जसीडीह थाना में अलग-अलग मामले दर्ज हैं. इनमें जसीडीह थाना में मारपीट व छिनतई की घटना में कांड संख्या-319/20 दर्ज हैैं.
देवघर : मंगलवार की रात करीब नौ बजे देवघर जिले के विलियम्स टाउन के कृष्णापुरी इलाके में अंजाम दिये गये गोलीकांड मामले का पुलिस ने 12 घंटे के अंदर खुलासा कर लिया है. पुलिस ने फायरिंग करने वाले मुख्य आरोपी कृष्णापुरी निवासी पंकज सिंह समेत उसके सहयोगी भागलपुर जिले के शाहकुंड थाना क्षेत्र के बकचपर निवासी रिशु राज को घटना में इस्तेमाल किए गये देसी कट्टा व तीन जिंदा कारतूस के अलावा कांड में प्रयुक्त बाइक (बजाज डिसकवर- रजिस्ट्रेशन नंबर-जेएच-15इ/5003) को बरामद कर लिया है.
पुलिस ने दोनों के खिलाफ दहशत फैलाने और रंगदारी वसूलने की नियत से चिकित्सक प्रभात रंजन के घर के समीप फायरिंग करने को लेकर आर्म्स एक्ट व व दहशत फैलाने को लेकर दो अलग-अलग मामला दर्ज कर उक्त दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. उक्त जानकारी एसडीपीओ, देवघर पवन कुमार, ने प्रेस कांफ्रेंस में दी. उन्होंने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए नगर थाना क्षेत्र की एक टीम गठित की गयी थी, जिसमें नगर थाना के एसआइ अविनाश गौतम व एसआइ चंदन दूबे व सशस्त्र बल शामिल थे. आरोपी पंकज सिंह के विरुद्ध पहले भी नगर थाने में आपराधिक मामले दर्ज हैं.
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घटना का कारण स्पष्ट नहीं
एसडीपीओ ने बताया कि पुलिस ने चिकित्सक के घर के समीप से एक खोखा बरामद किया है. अनुसंधान के क्रम में उन दोनों से पूछताछ के बाद ही मामला पूरी तरह से स्पष्ट हो सकेगा.
गिरफ्तार पंकज के खिलाफ दर्ज हैं कई आपराधिक मामले
आरोपी पंकज के खिलाफ जिले के नगर व जसीडीह थाना में अलग-अलग मामले दर्ज हैं. इनमें जसीडीह थाना में मारपीट व छिनतई की घटना में कांड संख्या-319/20 दर्ज हैैं. नगर थाना में 25(1-बी)ए/26 आर्म्स एक्ट के तहत कांड संख्या-177/21 तथा वर्ष 2022 में नगर थाना क्षेत्र के सलोनाटांड़ में घटित हत्याकांड में हत्या व 3/4 बम विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत कांड संख्या-637/22 दर्ज है.
क्लिनिक के स्टाफ व एसआइ के बयान पर अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज
नगर थाने की पुलिस ने दोनों पर एक ही दिन दो अलग-अलग मामले दर्ज किये हैं. थाना सूत्रों के अनुसार, घटना के तुरंत बाद चिकित्सक डॉ प्रभात रंजन के क्लिनिक में काम करने वाले कर्मी राजेश मांझी ने दो अज्ञात के खिलाफ क्लिनिक के समीप फायरिंग करने एवं रंगदारी मांगने, गाली-गलौज करने के अलावा अन्य आरोपों को लेकर आवेदन दिया था, जिसके आधार पर आर्म्स एक्ट के अलावे अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं, जानकारी के अनुसार दूसरी प्राथमिकी नगर थाना में पदस्थापित एसआई चंदन कुमार दुबे के आवेदन पर दर्ज की गयी है, जिसमें बताया गया कि नौ जनवरी की रात करीब 1:30 बजे नगर थाना कांड संख्या 15/2024 की जांच को लेकर कृष्णापुरी पहुंचे तो घटनास्थल के समीप क्लिनिक में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज की जांच की.
इसमं एक बाइक की तस्वीर मिली. उसी आधार पर दोनों की पहचान व बाइक की भी पहचान की गयी, जिसकी जानकारी एसडीपीओ पवन कुमार को दी गयी. उस आधार पर छापेमारी अभियान चला कर नगर थाने के दो अलग-अलग ठिकानों से दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. सीसीटीवी में कैद घटनाक्रम के आधार पर दोनों को नगर थाना लाकर पूछताछ की गयी. पंकज सिंह की निशानदेही पर उसके साथी रिशु राज की पहचान कर उन दोनों के घर से देसी कट्टा व घर की तलाशी लेने पर उसके घर से तीन जिंदा कारतूस बरामद किया.
हत्या लूट एवं छिनतई के आरोप में जा चुका है जेल
प्रेस वार्ता के दौरान एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी पंकज सिंह कई मामले में जेल जा चुका है,जिसमें हत्या, लूट,छिनतई का मामला शामिल है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, घटना का अंजाम देने वाला दोनों अपराधी के पीछे किसी अन्य अपराधियों का हाथ होने की बात बतायी जा रही है. पूछताछ के क्रम में दोनों आरोपियों द्वारा कई अन्य खुलासे करने की बात कही जा रही है, उस आधार पर पुलिस अनुसंधान में जुटी है.