Deoghar News: स्वतंत्रता दिवस से पहले भारतीय स्टेट बैंक, साधना भवन के प्रांगण में एसबीआई द्वारा विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन सांसद डॉ निशिकांत दुबे, विधायक नारायण दास व क्षेत्रीय प्रबंधक रवि शंकर चौधरी ने किया. इस प्रदर्शनी में भारत के विभाजन के उपरांत हुई त्रासदी का चित्रण है. वहीं सभी दिवंगत को श्रद्धांजलि दी गयी. कार्यक्रम में सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि आजादी की लड़ाई में अंग महाजनपद की बड़ी भूमिका थी. देश के 16 महाजनपद में अंग महाजनपद था. अंग प्रदेश के विक्रमशिला के कुलपति अतीश दीपंकर दुनिया के पहले कुलपति बने. इसी अंग महाजनपद का हिस्सा देवघर है.
सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने कहा कि देवघर आजादी की लड़ाई में प्रमुख भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों की कर्मभूमि रही है. कांग्रेस के गर्म दल के जितने भी आंदोलनकारी रहे हैं उन सबों ने देवघर की धरती से आंदोलन किये हैं. आंदोलनकारी पीसी घोष से लेकर महर्षि अरविंद के नाना आरएन बोस ने इस देवघर की धरती से आजादी की लड़ाई लड़ी. आरएन बोस विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर के गुरु थे. आरएन बोस ने अपने जीवन का अंतिम 20 वर्ष इसी देवघर की धरती में गुजारे हैं. इन सभी विभूतियों को एक सूत्र में जोड़ते हुए युवा वर्गों को बताने की जरूरत है.
सांसद ने कहा कि आजादी के पहले हुए विभाजन व इसके उपरांत मानवता का खुला तांडव हुआ. यह घटनाऐं हृदय विदारक थी. इसमें मानवता शर्मसार हुई है. पीएम नरेंद्र मोदी ने विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के जरिये युवा वर्गों को विभाजन के वक्त की त्रासदी से अवगत कराने में बड़ा कदम उठाया है. पीएम मोदी के प्रति आज युवा वर्ग आभार प्रकट करती है. विभाजन की विभीषिका से युवाओं को अवगत होना चाहिए.
स्वतंत्रता सेनानी हुए सम्मानित
विधायक नारायण दास ने कहा कि विभाजन की त्रासदी को पुराने लेखकों ने कभी उल्लेख नहीं किया. ट्रेनों, रास्ते व कैंप में लाखों की हत्या हुई, डेढ़ करोड़ बेघर हुए. पीएम मोदी आज के नौजवानों को विभाजन की विभीषिका से अवगत कराने का काम कर रहे हैं. कार्यक्रम में स्वतंत्रता सेनानी एवं मैथिली के विद्वान लक्ष्मी कांत ठाकुर को सम्मानित किया गया. मंच का संचालन भारतीय स्टेट बैंक के कर्मचारी संघ पटना मंडल के अध्यक्ष मुन्ना कुमार झा ने किया. इस मौके पर इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष सारिका साह, श्याम सुंदर शिक्षा सदन की प्राचार्या निर्मला ठाकुर, संताल परगना चेंबर के अध्यक्ष आलोक मल्लिक, एसबीआइ के सभी पेंशनर्स आदि सहित अन्य कई लोग मौजूद थे.