स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए फीडबैक में भी देवघर नगर निगम पिछड़ा, मधुपुर झारखंड में अव्वल

स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अबतक मिले फीडबैक का स्टेटस जारी किया गया, जिसमें देवघर नगर निगम बासुकिनाथ से भी पीछे चल रहा है. देवघर निगम राज्य में 30वें पायदान पर है, जबकि मधुपुर अव्वल है. हालंकि, रिपोर्ट जारी होने के बाद निगम एक्टिव हुआ है.

By Prabhat Khabar News Desk | August 5, 2023 11:34 AM
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दिनकर ज्योति, देवघर. स्वच्छता सर्वेक्षण में बेहतर रैंक हासिल करने के लिए देवघर नगर निगम पूरी जद्दोजहद कर रहा है. निगम क्षेत्र में सफाई के साथ-साथ लोगों से बेहतर फीडबैक पाने की कोशिशों में जुटे निगम को बड़ा झटका लगा है. शुक्रवार को राज्य की ओर से स्वच्छता सर्वेक्षण के लिए अबतक मिले फीड बैक का स्टेटस जारी किया गया, जिसमें देवघर नगर निगम बासुकिनाथ से भी पीछे चल रहा है. स्टेटस रिपोर्ट के अनुसार, देवघर नगर निगम जहां 30वें स्थान पर है, वहीं मधुपुर निकाय प्रांत में पहले नंबर पर चल रहा है. वह अपने लक्ष्य से भी काफी आगे चल रहा है.

इस रिपोर्ट के जारी होने के बाद नगर निगम छोटे-छोटे निकायों से भी पिछड़ता नजर आ रहा है. नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देश पर सात जुलाई से शहर के लोगों से सफाई पर फीडबैक लिया जा रहा है. 15 अगस्त को इसके परिणामों की घोषणा होगी. राज्य सरकार द्वारा जारी लिस्ट में देवघर की स्थिति दयनीय है. वह अपने लक्ष्य से 95 प्रतिशत से भी नीचे चल रहा है. शुक्रवार को जारी लिस्ट के अनुसार, देवघर नगर निगम अभी तक मात्र 3.64 प्रतिशत हो पाया है. ऐसे में देवघर को स्वच्छता में अच्छा रैंक मिलने की संभावना खत्म हो रही है. राज्य ने स्वच्छता सर्वेक्षण में अबतक मिले फीडबैक की जारी की रिपोर्ट में मधुपुर झारखंड में अव्वल है.

  • बासुकिनाथ नगर पंचायत भी देवघर निगम से निकला आगे

  • छोटे-छोटे निकायों से भी फीडबैक लेने में पिछड़ा नगर निगम

क्या कहते हैं नगर आयुक्त

नगर आयुक्त शैलेंद्र कुमार लाल ने कहा कि नगर निगम में लगातार कार्यक्रम होने से फीडबैक पर असर पड़ा है. शनिवार से अभियान चला कर इसमें सुधार किया जायेगा. रविवार को भी फीडबैक लिया जायेगा. वार्ड जमादार को भी फीडबैक कार्य में लगाया जायेगा. उम्मीद है कि अधिकाधिक लोगों से फीडबैक ले लिया जायेगा.

अपने कामों को भी लोगों तक नहीं पहुंचा पा रहा नगर निगम

देवघर शहरी क्षेत्र में सफाई की स्थिति अच्छी है. वर्तमान समय में श्रावणी मेला होने के कारण तीन सफाई एजेंसी सफाई कार्य कर रही है. तीनों में सैकड़ों कर्मचारी सेवाएं दे रहे हैं, जबकि 300 से अधिक नगर निगम के अपने स्थायी और अस्थायी सफाई कर्मचारी हैं. इन पर भी करोड़ों रुपये खर्च हो रहा हैं. इसके बाद भी लोगों तक अपने कामों को बता पाने में सक्षम नहीं हो पा रहा है. शहर के लोग चाह कर भी अपनी राय नहीं दे पा रहे हैं. उनके पास निगम की टीम नहीं पहुंच पा रही है.

निगम क्षेत्र से 3.64% लोगों के आये फीडबैक

नगर निगम को एक लाख लोगों से सफाई पर फीडबैक लेना था. लेकिन अभी तक मात्र 3642 लोगों से फीड बैक मिल पाया है. नगर निगम को अब भी 96 फीसदी से स्वच्छता सर्वेक्षण पर फीडबैक लाना बाकी है, जो कि इतने कम समय में बड़ी चुनौती होगी. हालांकि, निगम ने तैयारी तेज कर दी है.

डॉक्टर से पूछा शोकॉज

देवघर. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी श्रावणी मेला कोषांग, देवघर, ने श्रावणी मेले में जलसार स्वास्थ्य शिविर में प्रतिनियुक्त डॉ अभय कुमार से स्पष्टीकरण मांगा है. वे एक से तीन अगस्त 2023 तक शिविर से गायब थे.

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