देवघर : बायोमीट्रिक हाजिरी न बनाने वाले शिक्षकों पर हुई बड़ी कार्रवाई, विभाग ने दिया सख्त आदेश
देवघर के सरकारी स्कूल व सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में जिन शिक्षकों का बायोमीट्रिक अटेंडेंस दर्ज नहीं है उनपर शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्यवाही की है. जिले के डीइओ ने निरिक्षण में गड़बड़ियां पाई और शिक्षकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.
देवघर जिले के सरकारी प्राइमरी स्कूलों के 1283 शिक्षकों की 27 अक्तूबर 2023 की बायोमीट्रिक उपस्थिति एवं नामांकित छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति अत्यंत असंतोषजनक पायी गयी है. डीइओ सह डीपीओ ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए सभी प्रखंडों के बीइइओ व बीपीओ को कार्रवाई करने का आदेश दिया है. डीइओ द्वारा जारी पत्र में कहा गया है कि विभिन्न प्रखंडों में सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों द्वारा ऑनलाइन बायोमीट्रिक में उपस्थिति दर्ज करने से संबंधित दैनिक उपस्थिति ई-विद्यावाहिनी से डाउनलोड कर उपस्थिति दर्ज नहीं करने वाले शिक्षकों की पहचान करते हुए उनसे स्पष्टीकरण पूछे. स्पष्टीकरण का जवाब संतोषप्रद नहीं होने की स्थिति में उनके वेतन अथवा मानदेय की कटौती करते हुए कार्यालय को रिपोर्ट करें. सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों के शिक्षकों को ई-विद्यावाहिनी के माध्यम से बायोमीट्रिक हाजिरी बनाना है. स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग, झारखंड के द्वारा इस बारे में स्पष्ट निर्देश भी दिया गया है.
मध्य विद्यालय में दो माह बाद शुरू हुआ मध्याह्न भोजन
मोहनपुर प्रखंड की मलहरा पंचायत के आमगाछी मध्य विद्यालय में दो माह के बाद शनिवार से मध्याह्न भोजन शुरू हो गया. इससे पहले स्कूल में मध्याह्न भोजन बंद रहने की मामले को प्रभात खबर ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था. इस दौरान पंचायत की मुखिया खुशबू देवी ने विद्यालय के निरीक्षण के दौरान दो महीने से एमडीएम बंद पायी थी. इसके बीइइओ अरुण कुमार ने मामले की जांच के लिए बीपीओ समेत पांच सदस्यीय टीम का गठन किया था. स्कूल पहुंची जांच टीम ने भी विद्यालय में एमडीएम बंद पाया. वहीं जांच टीम के द्वारा विद्यालय के सचिव, अध्यक्ष व कोषाध्यक्ष को कड़े निर्देश देने के बाद दो महीने के बाद शनिवार को मध्याह्न भोजन शुरू किया गया तथा बच्चों को भोजन मिला.
पूरक पोषण के लिए मेन्यू कार्ड जारी
देवघर में प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण (मध्याह्न भोजन योजना) के तहत अब सप्ताह में तीन दिन तक मोरिंगा का पत्ता का उपयोग मध्याह्न भोजन में करने के साथ अतिरिक्त पूरक पोषण उपलब्ध कराने के लिए नया मैन्यू कार्ड जारी किया गया है. पूरक पोषण के तहत सोमवार को अंडा या फल, मंगलवार को मोरिंगा का पत्ता (मध्याह्न भोजन में), बुधवार को रागी (मडुवा) का हलवा या लड्डू, गुरुवार को मोरिंगा का पत्ता, शुक्रवार को अंडा कढ़ी या फल, शनिवार को मोरिंगा का पत्ता देने का प्रावधान किया गया है. इस संबंध में झारखंड राज्य मध्याह्न भोजन प्राधिकरण की निदेशक के द्वारा पत्र जारी कर जिला शिक्षा अधीक्षक को आवश्यक निर्देश दिया गया है.
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