देवघर : रिम्स ले जाने के दौरान सेंट्रल जेल के बंदी की मौत, बेटे ने डीसी से की ये मांग
पांच नवंबर की रात उसे एंबुलेंस से सुरक्षा के बीच जेल द्वारा बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में मौत हो गयी. जेल द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक कामदेव मोहनपुर थाना के दहेज हत्या कांड संख्या 139/23 में कोर्ट के आदेश पर तीन माह से न्यायिक हिरासत में था.
देवघर दहेज हत्या मामले में बंद सेंट्रल जेल के विचाराधीन बंदी मोहनपुर थाना क्षेत्र के बंधु कुरुमटांड़ गांव निवासी कामदेव यादव (50 वर्ष) की रिम्स ले जाने के क्रम में मौत हो गयी. जानकारी के मुताबिक, वहीं शव का पोस्टमार्टम कराया गया. इसके बाद अंतिम संस्कार के लिए उसकी लाश सौंपने हेतु परिजन का इंतजार किया जा रहा है. इधर, कारा से मिली जानकारी के मुताबिक कामदेव के परिजन रांची के लिए निकल भी चुके हैं. जानकारी के मुताबिक कामदेव का ब्रेन हेंब्रेज कर गया था. तीन नवंबर को जेलर द्वारा सदर अस्पताल में भर्ती कराने के बाद सदर अस्पताल के मेडिकल बोर्ड द्वारा बेहतर इलाज हेतु रिम्स रांची के न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट में रेफर किया गया.
पांच नवंबर की रात को बिगड़ी हालात
पांच नवंबर की रात उसे एंबुलेंस से सुरक्षा के बीच जेल द्वारा बेहतर इलाज के लिए रिम्स रांची ले जाया जा रहा था, तभी रास्ते में मौत हो गयी. जेल द्वारा दी गयी जानकारी के मुताबिक कामदेव मोहनपुर थाना के दहेज हत्या कांड संख्या 139/23 में कोर्ट के आदेश पर तीन माह से न्यायिक हिरासत में था. छह-सात दिनों से उसकी तबीयत खराब होने पर सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
मामले की जांच कर कार्रवाई की मांग
मृतक के पुत्र पंकज यादव ने डीसी कार्यालय में आवेदन रिसीव कराकर पिता को जेल में प्रताड़ित करने व बीमार रहने पर देर से इलाज कराने का आरोप लगाया है. पंकज ने देवघर डीसी से कार्रवाई की मांग की है.
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